राष्ट्रीय पोषण माह – गोदभराई कार्यक्रम में सही पोषण की दी गई जानकारी
पोषण माह के दौरान गोदभराई कार्यक्रम का आयोजन काफ़ी महत्वपूर्ण: डीपीओ
बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए मां का दूध पिलाना अतिआवश्यक: मनीषा
सुरक्षित और सामान्य प्रसव के लिए उचित पोषण बेहद जरूरी : जिला समन्वयक
श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया (बिहार):
समेकित बाल विकास परियोजना द्वारा 01 से 30 सितम्बर तक चलाये जाने वाले राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान ज़िले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर विभिन्न तरह की गतिविधियों का किया जा रहा है। इसके द्वारा पौष्टिक आहार के रूप में सही पोषण का उपयोग करते हुए स्वस्थ एवं तंदुरुस्त रहने को लेकर जानकारी दी जा रही है। इस अवसर पर बैसा प्रखंड के प्रखंड समन्वयक मोहम्मद शब्बीर एवं आंगनबाड़ी केंद्र संख्या- 137 की सेविका जीवंत कुमारी जबकिं सिसोबाड़ी एवं बेलौरी गांव के आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं यथा- पूजा कुमारी, कविता ख़ालको, वीणा गुप्ता, रानी कुमारी, सुनीता कुमारी एवं रीता कुमारी सहित कई अन्य उपस्थित थे। वहीं आईसीडीएस की डीपीओ राखी कुमारी ने बताया कि प्रत्येक महीने की सात तारीख को ज़िले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं की गोद भराई रस्म की अदायगी कराई जाती है। इसका उद्देश्य महिलाओं में पोषण को लेकर जागरूकता बढ़ाना है। जिन महिलाओं में खून की कमी होती है, उन गर्भवती महिलाओं के बच्चे को जन्म देने से पहले आयरन की 180 गोलियां खानी पड़ती है।
बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए मां का दूध पिलाना अतिआवश्यक: मनीषा
पूर्णिया पूर्व प्रखंड (ग्रामीण) सेक्टर 1 की महिला पर्यवेक्षिका मनीषा कुमारी ने बताया कि डीपीओं राखी कुमारी एवं स्थानीय सीडीपीओ गुंजन मौली के दिशा-निर्देश में सेक्टर एक के अंतर्गत आने वाले हांसदा, सिसोबाड़ी एवं बेलौरी गांव के आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं यथा- पूजा कुमारी, कविता ख़ालको, वीणा गुप्ता, रानी कुमारी, सुनीता कुमारी एवं रीता कुमारी के द्वारा मातृ पोषण स्तर बढ़ाने के उद्देश्य से बुधवार के दिन गर्भवती महिलाओं की गोदभराई रश्म का आयोजन विधिवत रूप से किया गया।
गोदभराई की रस्म के दौरान बताया गया कि नवजात शिशुओं के जन्म के एक घंटे के अंदर मां का गाढ़ा-पीला दूध बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। मां का दूध बच्चे को कई गंभीर रोगों से सुरक्षित रखता है।
सुरक्षित और सामान्य प्रसव के लिए उचित पोषण बेहद जरूरी: जिला समन्वयक
यूनिसेफ़ जीपीएसवीएस (पोषण) के जिला समन्वयक प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि बैसा प्रखंड के नंदनिया पंचायत अंतर्गत मेहसएल गांव के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या- 137 की सेविका जीवंत कुमारी एवं प्रखंड समन्वयक मोहम्मद शब्बीर की उपस्थिति में गर्भवती महिलाओं की गोदभराई रस्म की अदायगी की गई। परामर्श दिया गया कि गर्भवती महिलाओं को अधिक से अधिक पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। सुरक्षित और सामान्य प्रसव के लिए उचित पोषण बेहद जरूरी है।
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