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चुनाव क्या लड़े सारा जमाना ही पीछे पड़ गया–रईस खान

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

सीवान के सिसवन थाना क्षेत्र के ग्यासपुर गांव में बीते मंगलवार की रात पुलिस टीम पर हुई फायरिंग के बाद सिपाही की मौत मामले में नामजद आरोपी एमएलसी के पूर्व प्रत्याशी रईस खान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया। वीडियो में रईस खान ग्यासपुर गोलीकांड मामले में अपने को बेकसूर बताया। वीडियो में रईस खान यह कहते नजर आ रहा कि उसका गोलीकांड से कोई लेना देना नहीं। वह समय आने पर अपनी बेगुनाही का प्रमाण देंगा।

गौरतलब है कि मंगलवार की देर रात पुलिस को यह सूचना मिली थी कि ग्यासपुर गांव में पशु तस्करी की जा रही है। इसके बाद सिसवन थानाध्यक्ष राजेश कुमार पुलिसकर्मियों को लेकर ग्यासपुर पहुंचे थे। वहां 8 से 10 की संख्या में मौजूद अपराधी पुलिस को देखकर भागने लगे। खदेड़ने के कर्म में अपराधियों ने पुलिस बल पर हमला कर दिया था। इसमें पुलिस जवान बाल्मीकि यादव शहीद हो गया था। जिसके बाद पुलिस ने स्थानीय निवासी रईस खान,उसका भांजा आफताब,वीरेंद्र राम,अभय यादव समेत पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

FIR दर्ज होने के बाद रईस खान ने जारी की वीडियो

अभियुक्त रईस खान ने सिपाही के मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। बता दें कि जिस जगह यह घटना घटित हुई रईस खान के घर से महज 400 मीटर की दूरी पर स्थित है। जिसका जिक्र रईस खान ने खुद वीडियो में किया है। उन्होंने कहा है कि अगर मैं सिपाही हत्या मामले में थोड़ा सा भी दोषी पाया जाता हूं तो सरकार मुझे जो भी सजा देगी मुझे मंजूर है।

गौरतलब है कि यह वही रईस खान है जिनके ऊपर विधान परिषद चुनाव की संध्या उनके काफिले पर AK47 से हमला हुआ था। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। हालांकि रईस खान बाल बाल बच गया था। वहीं आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे। घटनास्थल से पुलिस ने 37 खोखा बरामद किया था। इस संदर्भ में रईस खान ने सीवान के दिवंगत पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब समेत अन्य पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

कुख्यात अयूब और रईस के गांव ग्यासपुर में मंगलवार की देर रात छापेमारी करने गई सिसवन थाने की पुलिस टीम पर हमले के मामले की डीआईजी सारण पी कानन ने गुरुवार को जांच की। उनके साथ एसपी शैलेश कुमार सिन्हा भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमलावरों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उनकी गिरफ्तारी कर स्पीडी ट्रायल करा सजा दिलाई जाएगी।

मौके पर एसडीपीओ जीतेन्द्र पांडेय व सिसवन थानाध्यक्ष राजेश कुमार को इस बारे में सख्त हिदायत दी। हमले के मामले में पुलिस ने कुख्यात रईस समेत आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। प्राथमिकी में कहा गया है कि पुलिस को सूचना मिली थी कि ग्यासपुर गांव में पशु तस्करी की जा रही है। इसके बाद सिसवन थानाध्यक्ष राजेश कुमार पुलिसकर्मियों के साथ ग्यासपुर पहुंचे।

वहां आठ से दस की संख्या में मौजूद अपराधी पुलिस को देख भागने लगे। खदेड़ने के क्रम में अपराधियों ने पुलिस बल पर हमला कर दिया। इसमें पुलिस के जवान वाल्मीकि यादव शहीद हो गये। इस मामले में कुख्यात रईस खान, उसका भांजा आफताब, वीरेंद्र राम और अभय यादव समेत चार-पांच अज्ञात को नामजद किया गया है।

बताया जा रहा है कि ग्यासपुर कांड में पुलिस का सिविल ड्रेस में होना बड़ा कारण माना जा रहा है। गश्ती के दौरान पुलिस टीम जैसे ही गयासपुर गांव के मोड़ पर पहुंची तब वहां अपने सरगना की सुरक्षा में तैनात तीन-चार अपराधी बैठे मिले। सिविल ड्रेस में हथियार लिए पुलिस को देख अपराधी कुछ और ही समझ बैठे व पूछताछ करने लगे। जब अपराधियों को पता लगा कि ये सादे लिवास वाले पुलिस है तो भागने लगे। इस पर पुलिस ने रुक जाने की चेतावनी देते हुए गोली मारने की बात कही। यह सुन अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।

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