भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी करती हैं यमुनागढ़ की गढ़देवी
: दशहरा में सुबह-शाम उमड़ती श्रद्धालुओं की भीड़
: थावे जाने के क्रम में यमुनागढ़ की इसी स्थान पर ठहरीं थीं मां भवानी
श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार):
सीवान जिला के बड़हरिया प्रखंड मुख्यालय से महज एक किलोमीटर दूर बड़हरिया-सीवान मुख्यमार्ग स्थित ऐतिहासिक यमुनागढ़ स्थित गढ़देवी का मंदिर शारदीय नवरात्रि भक्तों का आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। शारदीय नवरात्रि में भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण करने वाली गढ़देवी को लेकर तरह-तरह की धार्मिक मान्यताएं व किंवदंतियां हैं।
एक मान्यता के अनुसार अपने भक्त रहषू की भक्ति की शक्ति का मान रखने व राजा मनन सिंह का मान मर्दन करने के लिए असम के कामख्या से चली मां दुर्गा कोलकाता, पटना के बड़ी पटनदेवी, सारण के आमी के बाद थावे जाने के क्रम में आखिरी बार यमुनागढ़ के इसी स्थान पर ठहरीं थीं।
उसके बाद भक्तों उस स्थान पर गढ़देवी का भव्य मंदिर बना दिया। इसी धार्मिक मान्यता के कारण यह मंदिर आज भक्तों और श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है। वैसे तो सालोंभर यहां धार्मिक अनुष्ठान होते रहते हैं। लेकिन शारदीय नवरात्र में इस मंदिर का महत्व और बढ़ जाता है।
गढ़देवी के दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और मन्नतें मांगते हैं।ऐसी मान्यता है कि गढ़देवी भक्तों द्वारा मांगी गयी मन्नतें पूर्ण करती हैं। इसलिए भक्तों की भीड़ निरंतर बढ़ रही हैं।
बहरहाल, भक्तों खासकर महिला श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंध कमेटी और प्रशासन ने तमाम तरह की व्यवस्थाएं कर रखी हैं। मंदिर की भव्य सजावट की गयी है। पूरा मंदिर परिसर रोशनी से नहाया हुआ है।वहीं भक्तों की बैठने के लिए पंडाल की व्यवस्था की गयी है।
पूजा समिति के अध्यक्ष और व्यवस्थापक मंडल के सदस्य अश्विनी कुमार ने बताया कि बड़हरिया से लेकर करबला बाजार तक रोड लाइट लगाया गया है। वहीं सुरक्षा के दृष्टिकोण से मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाये गए हैं। साथ ही महिला पुलिस की व्यवस्था की गयी है। मंदिर की सफाई सहित अन्य व्यवस्थाओं को लेकर बाल्मीकि कुमार अश्विनी के नेतृत्व में रीतेश कुशवाहा,सोनू कुमार, कृष्ण कुमार, वैद्यनाथ प्रसाद, ओसिहर प्रसाद, डब्ल्यू कुमार, धनंजय कुमार,नागराज कुमार, लखन,सुमित आदि युवकों की टीम लगी हुई है।
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