पति जेल गया तो दूसरे से फंस गई, बेटे को पता चला तो……

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बिहार में 22 थाना प्रभारियों पर शराब और भू-माफिया से सांठ-गांठ का आरोप

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार में महिलाएं आम तौर पर अपने हाथों पर गोदना लिखवाती हैं। महिलाएं ज्‍यादातर गोदना में अपने पति का नाम लिखवाती हैं। लेकिन, आरा की एक महिला ने अपने दोनों हाथों पर दो अलग-अलग नाम से गोदना लिखवा रखा था। इसके पीछे की कहानी बड़ी दिलचस्‍प है।

सारंगपुर की रहने वाली महिला

आरा टाउन थाना क्षेत्र के बरहबतरा ( बलबतरा ) बांध के समीप रविवार विषैले पदार्थ से एक महिला की मौत हो गई। मृतका 35 वर्षीय महिला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सारंगपुर गांव की रहने वाली थी। महिला के हाथ पर गोदना से दो नाम लिखा पाया गया है।

बेटे ने बताई प्रेमी वाली बात

इधर, मृतका के बेटे ने अपने रिश्ते में लग रहे चाचा व अपनी मां के कथित प्रेमी पर ही जहर देकर मारने का आरोप लगाया है। उसने बताया कि उसके पिता आठ माह पूर्व हत्या के मामले में जेल गए थे। इसी दौरान मां और एक शख्‍स के बीच प्रेम हो गया और दोनों एक-दूसरे से मिलने लगे। फोन पर भी बातें करने लगे।

प्रेमी ने महिला से लिए थे रुपए

इस बीच उक्त प्रेमी ने उसकी मां से एक लाख रुपये कर्ज लूना खरीदने के लिए लिया था। जिसमें उसने 20 हजार रुपये लौटा दिया था, जबकि 80 हजार रुपये देने में आनाकानी कर रहा था। जब दोनों के बीच अवैध संबंध की बात बेटे को पता चली तो उसने उस शख्‍स और अपनी मां की भी पिटाई की थी। 20 दिन पूर्व ही उसके पिता जेल से बाहर बेल पर आए हैं।

आरा जाने के बहाने घर से निकली

रविवार की सुबह उसकी मां ने उससे दो हजार रुपये मांगे और बोली कि बच्चों के लिए कपड़ा खरीदने आरा जा रही है। इसी बीच या घटना घट गई। मृतका को तीन पुत्र धन कुमार, सतीश कुमार, संजय कुमार एवं एक पुत्री अंजली कुमारी है। इस घटना के बाद मृतका के परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था।

बिहार में 22 थाना प्रभारियों पर शराब और भू-माफिया से सांठ-गांठ का आरोप

 DIG की जांच से उड़ी नींद, RTI में हुआ खुलासा

बिहार में शाहाबाद प्रक्षेत्र के चार जिलों के करीब 22 थानाध्यक्षों के विरुद्ध डीआइजी कार्यालय डिहरी आन सोन, रोहतास को प्राप्त शिकायतों का लंबा-चौड़ा पिटारा उनके लिए गले की फांस बन गया है। दरअसल, सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में इस खुलासे के बाद शाहाबाद के इन जिलाें के संबंधित थाना प्रभारियों की नींद उड़ गई है।

आरटीआई कार्यकर्ता शिवप्रकाश राय के द्वारा सूचना अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में डीआइजी कार्यालय ने जानकारी दी है। आरा, बक्सर, रोहतास और कैमूर के 22 थाना प्रभारियों पर बालू, शराब व भू-माफिओं से कथित रूप से सांठ-गांठ के आरोप हैं। अभी जांच चल रही है और आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है। शिकायत पत्र के आधार पर शाहाबाद प्रक्षेत्र के डीआइजी क्षत्रनील सिंह ने संबंधित जिले के एसपी को आवश्यक जांच के आदेश दिए है।

सर्वाधिक शिकायतें भोजपुर, रोहतास व कैमूर जिले से

भोजपुर जिले के टाउन थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक, नवादा थानाध्यक्ष के विरुद्ध दो, खवासपुर ओपी प्रभारी के विरुद्ध एक, मुफस्सिल थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक, बड़हरा थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक, कोईलवर थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक, नारायणपुर थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक, तरारी थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक, बक्सर जिले के टाउन थानाध्यक्ष के विरुद्ध दो, मुफस्सिल थानाध्यक्ष के विरुद्ध दो, कैमूर जिले के मोहनिया थानाध्यक्ष के विरुद्ध दो, रामगढ़ थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक, भगवानपुर थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक, चैनपुर थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक, कुदरा थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक, नुआंव थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक, रोहतास जिले के डेहरी मुफस्सिल थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक, सासाराम नगर थानाध्यक्ष के विरुद्ध दो, कच्छवां थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक, डेहरी नगर थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक, अकोढ़ी गोला थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक, दरिहट थानाध्यक्ष के विरुद्ध एक आवेदन डीआइजी कार्यालय को प्राप्त हुआ है।

पिछले साल थानेदार से तत्कालीन एसपी तक पर हुई थी कार्रवाई

भोजपुर जिले में पिछले साल 2021 में बालू के खेल में माफियों को कथित रूप से संरक्षण दिए जाने के आरोप में 11 अफसरों पर निलंबन की गाज गिरी थी। तब तत्कालीन, एसपी से लेकर डीएसपी एवं करीब आधा दर्जन न सिर्फ जिलाबदर किए गए थे, बल्कि निलंबन की भी कार्रवाई हुई थी। इसमें सहार, अजीमाबाद, बड़हरा, संदेश, चांदी व कोईलवर थानाध्यक्ष नपे थे।

विभागीय जांच के बाद ही निर्णय

शाहाबाद प्रक्षेत्र के डीआइजी क्षत्रनील सिंह ने कहा कि शराब, बालू और भू-माफिया से सांठ-गांठ को लेकर उपरोक्त सभी शिकायतें जन शिकायत से प्राप्त हुई है। जिसे जांच एवं आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित जिले के एसपी को भेज दिया गया है। विभागीय जांचोपरांत ही आगे की कार्रवाई होती है। सिर्फ आवेदनों के आधार पर किसी को दागी नहीं कहा जा सकता है।

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