बिहार में अवैध संबंध का विरोध करने पर पत्नी ने पति का सिर धड़ से अलग किया
दवा कंपनी के सप्लायर की गला दबाकर की हत्या
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
पत्नी के अवैध संबंध का विरोध करने पर पति की हत्या हो गयी. पत्नी ने अपने प्रेमी संग मिल पति संजय झा (35) की धारदार हथियार से गर्दन रेत कर उसके सिर को धड़ से अलग कर दिया. घटना कुढ़नी थाना के रामपुर बलरा गांव में सोमवार देर रात की है. इसकी जानकारी मंगलवार की सुबह मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ मृतक के घर जुट गयी. हत्या का दृश्य देख सभी हैरान थे. कुढ़नी प्रभारी अरविंद पासवान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. छानबीन में हत्या का कारण पत्नी के अवैध संबंध का विरोध करना बताया गया है.
पुलिस ने महिला को किया गिरफ्तार
पुलिस ने तत्काल मृतक संजय की पत्नी जुली देवी व दो अन्य को हिरासत में लेकर थाने पहुंची. एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से खून से सनी मिट्टी, कपड़ा चप्पल को सैंपल जांच के लिया. सदर इंस्पेक्टर ओम प्रकाश कुढ़नी थाने पहुंचे. उन्होंने जुली देवी के साथ उसके दस वर्षीय पुत्र अंकुश राज से भी पूछताछ की. पूछताछ में पत्नी ने पड़ोस के रिश्ते में लगने वाले देवर अमित कुमार उर्फ चंदन झा से अवैध संबंध होने की बात स्वीकार की. पुलिस ने आरोपी पत्नी जुली को गुरुवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
चाचा ने दर्ज करायी प्राथमिकी
मृतक के चाचा ललन झा ने भतीजा संजय की हत्या की नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है. प्राथमिकी में मृतक की पत्नी जुली देवी व उसके प्रेमी अमित कुमार उर्फ चंदन झा को आरोपित किया है. प्राथमिकी में चाचा ने बताया कि जुली का पड़ोस के देवर अमित से प्रेम प्रसंग में अवैध संबंध चल रहा था. बताया कि घटना वाली रात संजय अपने पुत्र अंकुश के साथ दरवाजे पर लगे चौकी पर सो गया. कुछ देर बाद जुली अंकुश को उठाकर अपने बगल के कमरे में ले गई.
रात करीब तीन बजे अंकुश ने नींद खुलने पर देखा कि मां जुली बिछावन पर नहीं है. सुबह पति के शव पर सिर रख घड़ियाली आंसू बहा रही थी. यह देख लोग आक्रोशित हो गए. ग्रामीणों ने उसे घेर कर रखा. पुलिस को सूचना दी. कुढ़नी प्रभारी ने बताया कि जुली को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. पूछताछ के लिए लाये गए दो अन्य को पीआर बांड पर छोड़ा गया है. फरार आरोपी अमित की गिरफ्तारी शीघ्र होगी.
दवा कंपनी के सप्लायर की गला दबाकर की हत्या
हत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आ रहा है. दवा कंपनी के सप्लायर नवीन कुमार वर्मा (57) की गुरुवार को पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी. फिर उसके शव को फंदे से लटका दिया गया. घटना मिठनपुरा थाना क्षेत्र के खादी भंडार कैंपस से सटे मोहल्ले की है. मृतक के पुत्र नवनीत और अंकित ने कमरे का दरवाजा तोड़ नवीन वर्मा को फंदे से नीचे उतारा. फिर उसे इलाज के लिए एक निजी क्लिनिक ले गये. जहां डॉक्टर ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया.
मृतक के कंपनी में काम करता है आरोपी
हत्या की सूचना पर नगर डीएसपी राघव दयाल और मिठनपुरा थानेदार श्रीकांत सिन्हा मौके पर पहुंचे. परिजनों का बयान दर्ज करने के बाद मुख्य आरोपित की चाची को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा गया है. मुख्य आरोपित मृतक का पड़ोसी है और वह दवा कंपनी में एमआर है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. उसके मोबाइल का अंतिम लोकेशन सूतापट्टी में मिला है. वह मूल रूप से कटरा थाना क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला है.
मृतक पर आरोपित की बहन से गलत करने का था आरोप
नगर डीएसपी राघव दयाल को दिये बयान में मृतक के पुत्र ने बताया है कि उसके पिताजी पर आरोपित जो उसका पड़ोसी है, उसने दो माह पहले अपनी बहन के साथ गलत करने का आरोप लगाया था. उसके बाद से लगातार उसके पिता के टॉर्चर कर रहा था. उनसे तरह-तरह की डिमांड कर रहा था. साथ रुपये व शास्त्री नगर की जमीन पर भी नजर थी.
पहले घर में की तोड़फोड़, फिर कमरे में पीटा
मृतक के पुत्र ने कहा कि आरोपित सुबह साढ़े 11.30 बजे नशे में धुत होकर उसके घर पहुंचा. फिर, गाली-गलौज करते हुए तोड़फोड़ शुरू कर दी. उसके पिता को घर से खींच कर बाहर लाया और मारपीट कर दी. इस बीच आरोपित के माता-पिता भी मौके पर पहुंच गये. उन्होंने मामले को शांत करा दिया. फिर जैसे ही उसके पिता कमरे में पहुंचे, पीछे आरोपित भी पहुंच गया. पहले उनके साथ मारपीट की, फिर बेहोश होने पर फंदे से लटका दिया.
हॉस्पिटल तक साथ गया था आरोपित
पुलिस की छानबीन में यह भी बात सामने आयी है कि आरोपित घटना के बाद कमरे में ही मौजूद रहा. जब उसके परिजन ने दरवाजा तोड़ा, तो उसने कहा कि नवीन कुमार वर्मा ने खुद ही फांसी लगायी है. वह तो जान बचाने आया है. फिर उसके शव को फंदे से नीचे उतारा. जिंदा होने की बात कह छाती को भी पंप किया. परिजन के साथ हॉस्पिटल भी गये, लेकिन पुलिस को खबर होते ही फरार हो गया.
26 सितंबर को सात घंटे तक मृतक को बनाये रखा था बंधक
मृतक के पुत्र ने डीएसपी को बताया है कि दुर्गा पूजा के कलश स्थापना के दिन आरोपित के परिवार के सभी सदस्य और रिश्तेदार पहुंचे थे. उसके पिता पर आरोपित की बहन के साथ गलत करने का आरोप लगा काफी टॉर्चर किया गया था. सात घंटे तक कमरे में बंधक बना कर रखा गया था. जब वे बाहर निकले तो काफी डिप्रेशन में थे. उसने बार-बार खुद को बेकसूर कह रहे थे. लेकिन, आरोपित के परिजन समझने को तैयार नहीं थे. उनको पिछले एक माह से अधिक समय से टॉर्चर किया जा रहा था.
पंचायत में फैसला करने से आरोपित ने किया था इंकार
आरोपित के परिवार की ओर से दशहरा में एक पंचायत का आयोजन हुआ था. मोहल्ले के लोगों का कहना था कि उनको भी लड़की के परिवार की ओर से आने को कहा गया था. लेकिन, बाद में वह बोला कि हम दोनों परिवार आपस में ही फैसला कर लेंगे. फिर, आरोपित ने दशहरा के बाद देख लेने की धमकी दी थी और गुरुवार को यह घटना हुई.
- यह भी पढ़े………
- क्या RJD में जगदानंद सिंह भी पद छोड़ेंगे ?
- क्यों जगा अमेरिका का पाक ‘प्रेम’,PoK को लेकर दिया विवादित बयान
- रावण से जुड़े रहस्य से आज भी दुनिया है अनजान
- दशहरा बुराइयों से संघर्ष का प्रतीक माना जाता है,कैसे?