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दिन में नहीं रात में भी काटते है डेंगू के मच्छर,कैसे ?

दिन में नहीं रात में भी काटते है डेंगू के मच्छर,कैसे ?

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डेंगू से पूरा बिहार ग्रसित,क्यों ?

विशेषज्ञ: ठंड बढ़ने से कम होगा डेंगू का खतरा 

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार में डेंगू की स्थिति भयावह होती जा रही है. राज्य में पिछले छह वर्ष के डेंगू संक्रमण का रिकार्ड टूट गया है. 24 घंटों के दौरान केवल पटना में 436 लोग डेंगू के डंग का शिकार हुए हैं. राजधानी में वर्तमान में 4129 डेंगू के एक्टिव केस हैं. डेंगू को लेकर लोगों में बड़ा भ्रम है. पीएमसीएच के डॉ बताते हैं कि डेंगू को लेकर लोगों में भ्रम कई भ्रम है. स्व-इलाज के कारण कई मरीजों की हालत बिगड़ रही है. एक सबसे बड़ा भ्रम लोगों में है कि डेंगू के मच्छर केवल दिन में काटते हैं. डेंगू के मच्छर दिन के साथ रात में भी सामान्य रूप से लोगों को अपना शिकार बनाते हैं.

तीन फीट से ऊपर भी उड़ सकते हैं डेंगू के मच्छर

पीएमसीएच के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ बीके चौधरी बताते हैं कि ये भ्रम लोग न पाले कि डेंगू का मच्छर तीन फीट से ऊपर नहीं उड़ सकता है. डेंगू का मच्छर कई फीट उपर तक उड़ सकता है. लिफ्ट या किसी अन्य माध्यम से कई फ्लोर ऊपर तक आ सकता है. बुखार होने पर पेरासिटामोल लें. डिस्प्रिंन न लें. इससे मरीज की स्थिति काफी खराब हो सकती है. इसके साथ ही, चिकित्सक पपीते का पत्ता या बकड़ी का दूध लेने की सलाह नहीं देते हैं. बुखार दो दिन से ज्यादा होने पर डेंगू का जांच कराएं. अपने मन से एंटीबॉयोटिक न लें.

ज्यादा से ज्यादा पीये पानी

डेंगू में मरीज को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए. डॉ बीके चौधरी ने बताया कि नारियल पानी, जूस, दाल का पानी, दूध, ओआरएस, ग्लूकोज आदि लेते रहें. इसके साथ ही, खाने में कम मसाले वाला और घर का बना ताजा खाइये. इसके साथ ही, शरीर के किसी भी अंग से ब्लीडिंग या मल काला होने पर तुरंत चिकित्सक से मिले. शरीर में लाल रैसेज होने पर भी चिकित्सक को बताएं. सर्दी खासी के साथ ही अगर तेज बुखार हो तो भी डेंगू की जांच कराएं.

मुंगेर में डेंगू की स्थिति अब भयावह होती जा रही है. इसके कारण डेंगू के पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ता रहा है. मुंगेर में गुरुवार को एक बार फिर डेंगू का बड़ा विस्फोट सामने आया. इसमें जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा 17 अक्टूबर को एलाइजा जांच के लिए पटना भेजे गये 97 संभावित मरीजों के सैंपल में गुरुवार को आयी जांच रिपोर्ट में डेंगू के 87 नये पॉजिटिव मरीज मिले.

डेंगू का आंकड़ा 200 के पार

डेंगू संक्रमण की शुरुआत के बाद नौ सितंबर से अबतक के मात्र एक माह 11 दिन में मुंगेर में डेंगू का आंकड़ा 200 के पार पहुंचकर 221 हो चुका है. वहीं अब गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुंगेर से 121 संभावित मरीजों का सैंपल जांच के लिए पटना भेजा गया है, जिसका रिपोर्ट अभी आनी है.

97 डेंगू संभावित मरीजों में 87 मरीज पॉजिटिव

जिला आइडीएसपी ने 17 अक्टूबर को मुंगेर में रेपिड जांच में पॉजिटिव पाये गये 97 डेंगू संभावित मरीजों का सैंपल एलाइजा जांच के लिए पीएमसीएच पटना भेजा था. इसकी रिपोर्ट गुरुवार को आ चुकी है. इसमें कुल 87 मरीज डेंगू पॉजिटिव पाये गये हैं. इसमें बरियारपुर व धरहरा का एक-एक मरीज शामिल है. जबकि शेष मरीज मुंगेर शहरी क्षेत्र के रहने वाले है. डेंगू पॉजिटिव पाये गये मरीजों में 49 पुरुष व 37 महिलाएं शामिल हैं.

डेंगू से पूरा बिहार ग्रसित

जिले में जिस तेजी से डेंगू के मरीज मिल रहे है, उससे कम गति से ही सही कोरोना के मामले भी सामने आ रहे हैं. ऐसे में शहर में हो रहे वायरस अटैक से निबटने के लिए खुद सतर्क होना होगा. चिकित्सक की माने तो दोनों रोग में सामान्य तौर पर कुछ अंतर है, जिसे समझने की जरूरत है. डेंगू जिस तेजी से फैल रहा है, उसमें हमें विशेष सावधानी की जरूरत है. वहीं, डाॅ कहते हैं कि डेंगू होने पर सामान्य तौर पर तेज बुखार, शरीर में दर्द, सर्दी व खांसी होती है.

उल्टी होने से बीपी घटने लगता है. कहीं-कहीं शरीर में लाल दाना निकलने लगता है. प्लेटलेटस गिरने लगता है. वहीं कोरोना में बुखार के साथ साथ सर्दी व तेज खांसी होती है. सांस भी फूलने लगता है. स्वाद भी खत्म हो जाता है. एेसे में मरीज को सबसे पहले अपने शरीर का लक्षण देखना चाहिए. सीबीसी जांच करा कर शरीर का प्लेटलेटस को चेक करना चाहिए. हालांकि मरीज को किसी भी तरह का लक्षण होता है, वो तुरंत डाॅक्टर से संपर्क करे.

विशेषज्ञ: ठंड बढ़ने से कम होगा डेंगू का खतरा 

पूरे बिहार में सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में डेंगू का इलाज करवाने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. यहां तक कि डेंगू अब जानलेवा साबित हो रहा है. बीते एक सप्ताह के अंदर चार मरीजों की मौत हो चुकी है, इनमें तीन बच्चे व एक जवान शामिल हैं. हालांकि विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि अगले 15 दिन के बाद डेंगू से राहत मिल सकती है. क्योंकि अब कुछ दिन में ही तापमान में गिरावट दर्ज होगी इससे डेंगू से राहत मिलने लगेगी. न्यूनतम तापमान करीब 21 डिग्री सेल्सियस चल रहा है. पिछले एक माह से डेंगू लोगों पर खतरा बन कर मंडरा रहा है.

18 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान में कमजोर हो जाता है डेंगू का मच्छर

विशेषज्ञ डॉक्टरों की माने तो न्यूनतम तापमान कम होने पर मौसम में हल्की ठंडक के बाद मच्छर की सक्रियता कम हो जाती है. 18 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान में डेंगू का मच्छर एडीज इजिप्टी मच्छर कमजोर हो जाता है. वहीं 15 से 16 डिग्री तक आते-आते इसका पावर पूरी तरह से खत्म होने लगता है.

 

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