मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केदारनाथ पांडेय के शव यात्रा में शामिल हुए
पटना के बास घाट पर आनंद पुष्कर ने अपने पिता केदार पांडेय को दी मुखाग्नि
बिहार के हर जिलों से शिक्षकों का हुजूम शव यात्रा में शामिल हुए
महराजगंज के कांग्रेस विधायक विजय शंकर दुबे ने शोक प्रकट किया
श्रीनारद मीडिया, मनोज तिवारी, छपरा (बिहार):
शिक्षा जगत के प्रखर वक्ता तथा संसदीय परंपरा को मानने वाले लोगों में विधान पार्षद केदारनाथ पांडेय की पहचान अलग थी। उनके निधन से सारण प्रमंडल की राजनीति में रिक्तता आ गई है। बताते चलें कि स्व.केदारनाथ पांडेय का निधन वेदांता में रविवार की सुबह में हो गई। सोमवार को इंडिगो के विशेष विमान से पार्थिव शरीर पटना के कंकड़बाग स्थित आवास पर लाया गया।मंगलवार की सुबह कंकड़बाग आवास पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंत्री विजय कुमार चौधरी सहित दर्जनों मंत्री विधान पार्षद एवं शिक्षक नेताओं ने अंतिम दर्शन किया l बहुत ही गमगीन स्थिति में शव यात्रा निकाली गई l शव यात्रा सर्व प्रथम सचिवालय पहुंचा उसके बाद विधान परिषद होते हुए पटना बांसघाट लाया गया l बास घाट पर दाह संस्कार किया गया। मुखाग्नि पुत्र युवा नेता आनंद पुष्कर ने दी। जहां पोता डॉ आलोक रंजन सहित पूरा परिवार के लोग मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शव यात्रा में शामिल रहे
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिक्षा विद व विधान पार्षद स्व. केदार नाथ पांडेय के आवास पर पहुंच कर अंतिम दर्शन किया l मुख्यमंत्री ने शव यात्रा में भी शामिल हुए l मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कंकड़बाग स्थित आवास पर दर्जनों मंत्री एवं विधान पार्षद पहुंच कर अंतिम दर्शन किया एवं शव यात्रा में शामिल रहे l मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी भावुक दिखे।
बिहार के हर जिलों से शिक्षकों का हुजूम उमड़ पड़ा
शिक्षकों के मसीहा के अंतिम विदाई में बिहार के प्रत्येक जिलों से शिक्षकों की हुजूम उमड़ पड़ी थी। अंतिम दर्शन करने के पश्चात सारण से चम्पारण एवं बिहार के अन्य जिलों से आये शिक्षकों ने शव यात्रा में शामिल होने के पश्चात बांसघाट तक जमे रहे।वहीं शव यात्रा में केदार बाबा अमर रहे की नारो से गूंजता रहा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व महराजगंज के विधायक ने शोक व्यक्त किया
महराजगंज के कांग्रेस विधायक विजय शंकर दुबे ने स्व. केदारनाथ पांडेय की असामयिक निधन पर दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि शिक्षा जगत के प्रखर वक्ता तथा संसदीय परंपरा को मानने वालों में विधान पार्षद केदारनाथ पांडेय की पहचान थी। उनके निधन से सारण प्रमंडल की राजनीति में रिक्तता आ गई है। विधायक श्री दुबे ने मंगलवार को शोक प्रकट करने के दौरान यह बाटे कही। श्री दुबे ने कहा कि पांडेय जी उत्तर प्रदेश के निवासी होने के बावजूद सीवान में सहायक शिक्षक की नौकरी प्रारंभ किए थे। शिक्षक हितों के प्रति वे ज्यादा जागरूक रहते थे। राज्य सरकार से शिक्षकों की समस्यायो का समाधान करने की उनमें महत्वपूर्ण क्षमता थी। विधायक ने कहा कि उनके निधन से शिक्षा तथा राजनीति के क्षेत्र में जो रिक्तता आई हैं। उसे भरना निकट भविष्य में कठिन है। भगवान उनके आत्मा को अपने चरणों मे शरण दे जिससे उनकी आत्मा को शांति मिल सके।
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