विवाद हल करने के लिए बैठी थी पंचायत, पंचों के सामने ही पांच लोगों को चाकू से गोदा
शराबबंदी से बिहार को हो रहा 20 हजार करोड़ का नुकसान-प्रशांत किशोर
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में पूर्वी चंपारण जिले के पिपराकोठी गांव में चाकूबाजी की घटना हुई है. बताया जा रहा है कि शनिवार को गांव में एक पुराने विवाद के निपटारे को लेकर पंच बैठी थी. पंचायत शुरू होने से पहले ही, एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर पंच के सामने ही हमला कर दिया. हमले में पांच लोग बूरी तरह से घायल हो गए. इसमें से दो की हालत काफी गंभीर बनी हुई है. सभी घायलों को गांव के लोगों ने उठाकर निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया. इसके साथ ही पुलिस को मामले की जानकारी दी गयी. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
बच्चों के विवाद को लेकर हुई थी मारपीट
स्थानीय लोगों ने बताया कि वकील राय और गया शाह के परिवार में पहले से विवाद चल रहा था. मगर चार दिन पहले ही, बच्चों के बीच विवाद को लेकर मारपीट हुई थी. इस बात को लेकर शनिवार को पंचायत बुलाई गयी थी. इससे पहले भी दोनों परिवारों के बीच विवाद को लेकर कई बार पंचायत का आयोजन गांव के बड़े बुजुर्गों की मदद से किया गया था. मगर, मसले को हल नहीं किया जा सका. बैठक शुरू होने से पहले ही पंचों के सामने राजेश राय ,सोनू राय, वकील राय सहित अन्य ने अचानक चाकू से हमला कर दिया. इसमें ललन शाह, गया शाह, राधेश्याम शाह, कन्हैया शाह और लड्डू शाह घायल हो गए.
दो वर्ष बाद छठ में घर आया था परिवार
चाकूबाजी में घायल ललन शाह के परिजन ने बताया कि गांव में एक जाति के लोगों की संख्या ज्यादा है. वैश्य जाति के केवल चार से पांच परिवार हैं. ऐसे में गांव के दबंग लोग अक्सर हमलोगों के साथ मारपीट करते हैं. हर बार पंचायती में दबंग पंचायती छोड़कर मारपीट पर उतारू हो जाते हैं. गांव को लोगों से परेशान होकर हमने दो वर्ष के लिए गांव छोड़ दिया. छठ पर घर आए थे. लोगों ने फिर से मारपीट शुरू कर दी.
शराबबंदी से बिहार को हो रहा 20 हजार करोड़ का नुकसान-प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने एक बार फिर से राज्य सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने इस बार राज्य में शराबबंदी पर सवाल उठाया है. देवगड़वा गांव के स्थानीय लोगों से संवाद कार्यक्रम में प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार ने बिहार जैसे गरीब राज्य में शराबबंदी लागू कर दिया, जिससे बिहार सरकार के रेवन्यू में हर साल 15-20 हजार करोड़ का नुकसान हो रहा है.
जिसकी भरपाई करने हेतु उन्होंने डीजल-पेट्रोल के दामों में 9 रुपये बढ़ोतरी करके बढ़ा दिया. इसका सीधा असर बिहार के आम जनमानस पर पड़ रहा है. साथ ही, उन्होंने स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने जो शराबंदी लागू की है वो धरातल पर विफल साबित हो रही है. शराब माफियों द्वारा शराब की भी होम डिलीवरी की जा रही है.