पत्रकारिता की विश्वसनीयता बनाये रखना पत्रकारों का दायित्व,मुम्बई की महिला पत्रकारों का पराड़कर स्मृति भवन आगमन
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी, 17 नवंबर / इंडियन एक्सप्रेस समूह के अखबार ‘लोकप्रभा’ की वरिष्ठ पत्रकार रहीं और वर्तमान में एक मीडिया ग्रुप की संचालक तथा भारत रत्न विख्यात गायिका लता मंगेशकर और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई पर लिखी अपनी मराठी पुस्तकों के लिए चर्चित जयश्री देसाई ने पराड़कर स्मृति भवन में कहा कि संकुचित मनोवृत्ति को तिलांजलि देकर सार्वदेशिक सरोकारों से पत्रकारों को जुड़ना चाहिए।
पत्रकारिता की विश्वसनीयता बनाए रखना पत्रकारों का ही दायित्व है। कहा कि गांव गिरांव में आज भी प्रिंट मीडिया की साख है लेकिन संकट सोशल मीडिया से है क्योंकि वह गलत हाथों में भी है। मराठी और हिंदी पत्रकारिता के अंतर्संबंध पर भी चर्चा की। असम के वरिष्ठ पत्रकार डॉ॰ नथमल टीबडे़वाल ने कहा कि नार्थ ईस्ट में भी हिंदी पत्रकारिता फलफूल रही है। वहां हिंदी के पांच अखबार प्रकाशित हो रहे हैं। ये सभी वाराणसी आगमन पर संपादकाचार्य बाबूराव विष्णु पराड़कर जी को नमन करने अंन्य पत्रकारों के साथ पराड़कर स्मृति भवन आये थे। स्वागत काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष सुभाष चन्द्र सिंह ने और संचालन महामंत्री डॉ अत्रि भारद्वाज ने किया।
इस अवसर पर काशी पत्रकार संघ के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व कुलपति प्रो॰ राममोहन पाठक, पूर्व अध्यक्ष द्वय कृष्णदेव नारायण राय व योगेश कुमार गुप्त, वाराणसी प्रेस क्लब के अध्यक्ष चंदन रुपानी और मंत्री पंकज त्रिपाठी सहित अन्य पत्रकार उपस्थित थे। शिष्टमंडल में श्रीमती सीमा सतीश गोखले, श्रीमती छाया सुधीर भागवत, श्रीमती रजनी नितिन कोठारे और श्रीमती मधुरा अभय आगटे शामिल थीं।