माधव सिंह निर्विरोध चुने गये जदयू प्रखंड अध्यक्ष सीवान।
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
सीवान जिलेके बड़हरिया प्रखंड के पंचायत सरकार भवन रामपुर में जदयू प्रखंड अध्यक्ष के चुनाव के लिए जदयू के क्रियाशील सदस्यों और नेताओं की बैठक जदयू प्रखंड निर्वाचन पदाधिकारी शिवमाया प्रसाद की अध्यक्षता और पर्यवेक्षक नागेंद्र सिंह पटेल की उपस्थिति में हुई। चुनाव के दौरान निर्धारित समय के अन्तर्गत मात्र एक ही आवेदन माधव सिंह का ही प्राप्त हुआ। समय समाप्ति तक अन्य कोई भी आवेदन प्राप्त नहीं होने की स्थिति में सर्वसम्मति से निवर्तमान जदयू प्रखंड अध्यक्ष माधव सिंह को निर्विरोध जदयू प्रखण्ड अध्यक्ष बड़हरिया के रूप में की चुन लिया गया।
इस मौके पर जदयू क्रियाशील सदस्य सह वरीय जदयू नेता मुर्तुजा अली पैगाम, प्रदेश सचिव संजय कुमार राम, राजकिशोर सिंह, अति पिछड़ावर्ग प्रदेश महासचिव अमीरुल्लाह सैफी,राजीव रंजन पटेल,सत्येंद्र सिंह,अरुण सिंह, नागेंद्र सिंह, सरस्वती देवी, रीना रैना, हरजीत मांझी, नारायण यादव,दीनबंधु कुशवाहा, नंदलाल यादव,अरुण सिंह,रामाजी सिंह,गणेश शर्मा,पप्पू यादव, अरविंद सिंह,दिलीप सिंह,शमीम अख्तर शाह,शाहनवाज, कामेश्वर सिंह सहित अन्य मौजूद थे।
प्रखण्ड निर्वाचन पर्यवेक्षक प्रखण्ड निर्वाचन पदाधिकारी शिवमाया प्रसाद की अध्यक्षता और पर्यवेक्षक नागेंद्र सिंह पटेल की उपस्थिति में हुई।
ज्ञात हो की जदयू बिहार का एक प्रमुख राजनैतिक दल है। इसे बिहार व अरुणाचल प्रदेश में राज्य स्तरीय राजनीतिक पार्टी का दर्जा प्राप्त है। इस राजनीतिक दल की उपस्थिति मुख्य रूप से बिहार में है जहां यह सत्ताधारी गठबंधन राजग का नेतृत्व करता है।लोकसभा चुनाव २०१९ में १६ सीटों के साथ जदयू सत्रहवीं लोकसभा में सातवां सबसे बड़ा दल है। जनता दल (यूनाइटेड) का गठन १९९९ जनता दल के शरद यादव गुट, लोकशक्ति पार्टी और समता पार्टी के विलय के बाद किया गया।
1999 के आम चुनावों में कर्नाटक के तत्कालीन मुख्यमंत्री जे एच पटेल के नेतृत्व में जनता दल के एक गुट ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को समर्थन दे दिया। इसके बाद जनता दल दो हिस्सों में बंट गया। पहले धड़े ने एच. डी. देवेगौड़ा के नेतृत्व में जनता दल (सेक्युलर) के रूप में खुद को अलग कर लिया जबकि दूसरा धड़ा शरद यादव के नेतृत्व में अस्तित्व में आया।
बाद में जनता दल का शरद यादव गुट, लोकशक्ति पार्टी और समता पार्टी पास आए और ३० अक्टूबर २००३ को आपस में विलय कर जनता दल (यूनाइटेड) नाम से एक नई पार्टी का गठन किया। इस दल का चुनाव-चिह्न तीर और झंडा हरे-सफेद रंग का पंजीकृत हुआ। चुनाव आयोग ने समता पार्टी का विलय रद्द कर दिया जिसके बाद ब्रह्मानन्द मंडल राष्ट्रीय अध्यक्ष बने लेकिन स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण पार्टी की बागडोर उदय मंडल (राजनेता) के हाथों मे चली गई।
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