बाराबंकी की खबरें * शिक्षक अलंकरण समारोह: शिक्षक कभी भी नहीं होता है रिटायर्ड : शरद अवस्थी
श्रीनारद मीडिया, लक्ष्मण सिंह, बाराबंकी (यूपी):
शिक्षक कभी भी रिटायर्ड नहीं होता है जो जीवन पर्यंत अपने अनुभव के द्वारा समाज को नई दिशा देते हैं देश और समाज के नव निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है। यह बात राजकीय इंटर कॉलेज सूरतगंज में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ शैक्षिक संगोष्ठी एवं शिक्षक अलंकरण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की अध्यक्षता करें पूर्व विधायक शरद अवस्थी ने कही उन्होंने कहा कि शिक्षक ही समाज को नई दिशा दे सकते है क्योंकि वे कभी रिटायर नहीं होते है सेवानिवृत्त होने के बाद भी वे अपने अनुभव को दूसरों में बांटकर समाज सेवा में लगे रहते हैं देव तुल्य गुरुजनों के द्वारा शिक्षा ग्रहण करके बच्चे भविष्य में किसी लायक बनकर उच्च पदों पर आसीन होकर विभिन्न प्रतियोगिताओं मे भा…
पुत्र के लापता होने पर भुक्तभोगी पिता ने मुख्यमंत्री से लगाई गुहार
श्रीनारद मीडिया, लक्ष्मण सिंह, बाराबंकी (यूपी):
करीब 5 माह पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हुए पुत्र को ढूंढ कर थक चुके पिता ने मुख्यमंत्री समेत विभाग के उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है ।
मामला कोतवाली बदोसराय की ग्राम पंचायत हजरत पुर का है जहां के जुबेर पुत्र रियासत अली ने उच्चाधिकारियों को दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि उनका पुत्र आमिर 14 वर्ष 3 मई 2022 से कहीं लापता हो गया था जिसकी गुमशुदगी में उन्होंने संदेह के आधार पर सैदुलनिशा निशा पत्नी मोहम्मद अमीन निवासी हजरत पुर राजा पुत्र निजाम निवासी बनर्की थाना रामनगर व सुबेर उर्फ राजू पुत्र करीम निवासी सनावा थाना टिकैतनगर को नामजद किया था क्योंकि इससे पूर्व सैदुल निशा व राजू ने पड़ोस की एक महिला को धक्का देकर गिरा दिया था जिस पर उन्होंने राजू को डांट कर बीज बराव करवाया था जिससे क्षुब्ध होकर उक्त लोगों ने उन्हें 15 दिन के अंदर खून के आंसू रुलाने की धमकी भी दिया था जो अब उसे हकीकत में ऐसा प्रतीत होता कि उक्त सैदुल निशा उसके नाती राजा सुबेरपुर राजू तथा सादाब पुत्र अमीन ने ही उसके पुत्र को कहीं गायब कर दिया है जिस के करीब 5 माह गुजर गए हैं परंतु उसके पुत्र का कहीं कोई पता नहीं चल सका जिस के संबंध में उन्होंने पुलिस अधीक्षक समेत विभाग के उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई परंतु नतीजा शून्य रहा अंत में भुक्तभोगी पिता ने 3 अक्टूबर 2022 को मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा कर के न्याय की गुहार लगाई है अब देखो उसे न्याय मिलता है कि उसकी आवाज ही दब कर रह जाएगी ।
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