दुर्दशा:बिहार में तेजस्वी के डॉक्टर अस्पताल में आते हैं भुजा फांकने.जद्दोजहद के बाद डॉक्टर देखते हैं मरीज को
बालक मरीज हुआ पटना के लिए रेफर.रघुनाथपुर रेफ़रल अस्पताल का है मामला
श्रीनारद मीडिया, प्रसेनजीत चौरसिया, सीवान (बिहार)
बिहार में स्वास्थ्य विभाग की दुर्दशा सुधरने वाली नही है.प्रदेश के सीवान जिले के रघुनाथपुर रेफ़रल अस्पताल से एक बड़ी शर्मशार करने वाली खबर आ रही है.जहां एक 13 वर्षीय बालक अभय मांझी निखतिकलां निवासी (अभय का घर मुलरूप से सिसवन थानाक्षेत्र के मुड़ा है जो अखिलेश मांझी का पुत्र है.निखतिकलां में अपनी बहन के घर रहकर पढ़ाई करता है)साइकिल चलाते हुए गिर गया और गिरने के बाद उसकी बांयी आंख पूरी तरह से बाहर हो गई.
आनन फानन में परिजन उसे रेफ़रल अस्पताल लेकर आए साथ मे प्रसिद्ध समाजसेवी राजीव श्रीवास्तव भी थे.29 नवंबर 2022 को दिन के करीब 3 बजे तब प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ•नरेन्द्र पाठक अपने चैंबर में भुजा फांक रहे थे.प्रभारी डॉक्टर से काफी अनुरोध के बाद डॉक्टर को भेजने की बात कही.मौके पर जुटी भीड़ के द्वारा जद्दोजहद करने के बाद प्रभारी डॉक्टर मरीज को देखने गए और देखते ही देखते बेहतर इलाज हेतु सीवान सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया
गया।इस दरम्यान एक भी मेडिकल स्टाफ यूनिफॉर्म में नही थे जिसवजह से यह स्पष्ट नही हो पा रहा था कि कौन मेडिकल स्टाफ है और कौन भीड़ में जुटी जनता।सामाजिक कार्यकर्ता राजीव श्रीवास्तव से मिली जानकारी के अनुसार मरीज अभय को सीवान से भी पटना के लिए रेफर कर दिया गया हैं।
राजीव श्रीवास्तव प्रभारी डॉक्टर की ड्यूटी से काफी नाराज हैं और उक्त सभी आरोप लगाते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव से मिलकर दोषी डॉक्टर पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग रखेंगे।
- यह भी पढ़े……
- मशरक में बाइक दुर्घटना में एक की मौत,एक घायल सदर अस्पताल छपरा रेफर
- सारण में अमनौर के बिरंगना बहुरिया राम स्वरूपा देवी की 70 वी पुण्यतिथि मनाई गई।
- बिहार में दबंगों ने मां-बेटी पर पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जलाया
- बिहार में पथराव के बाद पुलिस ने किया लाठीचार्ज,क्यों?