दबंग ने आधी रात को घर में लगायी आग,हुई मौत
पीट-पीट कर युवक की हत्या करने वाले तीन आरोपियों ने कोर्ट में किया सरेंडर
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
अरवल जिले के परासी थाना क्षेत्र के परासी चकिया गांव में सोमवार की रात अगलगी में झुलसने से मां की की मौत हो गयी और तीन वर्षीया बेटी व ननद गंभीर है. मृतक में संजीत पासवान की पत्नी सुमन देवी (30 वर्ष) है. इस मामले में परासी थाने में मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने गांव के ही नंदकुमार को गिरफ्तार किया है. इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी अब प्रतिक्रिया सामने आ गयी है.
पति जेल में बंद, आधी रात बाहर से लगा दी आग
स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतका सुमन देवी का पति संजीत पासवान शराब के मामले में जहानाबाद जेल में बंद है. सोमवार की रात उसकी पत्नी और तीन साल की बेटी घर में सोयी हुई थी. संजीत का घर ईंट और करकट का है. घर के बाहर एक झोपड़ीनुमा घर था. इसी घर में आधी रात को करीब 12 बजे किसी ने बाहर से साजिशन आग लगा दी. आग ने बेहद तेजी से पूरे घर को जद में ले लिया. देखते ही देखते आग सुमन देवी के घर तक चली गयी. इससे वह बाहर नहीं निकल पायी
सुमन देवी की मौत
इस घटना में सुमन देवी और उसके साथ सोयी बेटी और ननद आग में बुरी तरह झुलस गयी. सभी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वहां से पीएमसीएच रेफर किया गया, जहां सुमन देवी की मौत हो गयी. इस घटना में बगल के घर में बंधी एक गाय भी झुलस कर मर गयी.बताया जाता है कि घटना के दौरान बगल के घर में ही मृतका की गोतनी और परिवार के अन्य लोग सोये हुए थे, लेकिन आग इतनी विकराल थी कि वे लोग सुमन देवी को नहीं बचा सके.
मुख्य आरोपित गिरफ्तार
घटना के बाद मृतका की गोतनी आरती देवी ने परासी थाने में गांव के नंदकुमार सहित तीन लोगों को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी. अरवल एसपी ने बताया कि आरोपित नंदकुमार महतो ने आरती देवी के साथ गलत हरकत की थी. जिसके बाद दोनों परिवारों में विवाद चल रहा था. मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है.
बोले सीएम नीतीश कुमार
इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया भी सामने आ गयी है. समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, सीएम ने कहा कि संबंधित अधिकारी इस मामले को देख रहे हैं. उनके द्वारा उचित कार्रवाई भी की जा रही है.
पीट-पीट कर युवक की हत्या करने वाले तीन आरोपियों ने कोर्ट में किया सरेंडर
कैमूर के कुदरा बाजार में पिछले पांच नवंबर को एक चाय दुकानदार रितेश सोनी उर्फ लक्की की पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में तीन आरोपितों ने बुधवार को मोहनिया कोर्ट में आत्मसमर्पण किया. उन्हें अनुमंडलीय अस्पताल में मेडिकल चेकअप करा न्यायिक हिरासत में भेज दिया. सरेंडर करने वाले लोगों में सिटू सिंह पिता भूषण सिंह, विकास सिंह पिता अशोक सिंह, राहुल शर्मा पिता सुदामा शर्मा सभी कुदरा के चैता मुहल्ला के निवासी हैं. इस मामले में अब तक एक आरोपित फरार चल रहा है. पुलिस दबिश के कारण तीन लोग मोहनिया कोर्ट में आत्मसमर्पण किया, जबकि एक आरोपित अभी फरार चल रहा है.
बतादें कि रितेश की कुदरा बाजार में चाय की दुकान है. बीते पांच नवंबर की शाम चाय दुकान पर दो लोग आये और रितेश को बुला कर बगल के ही बगीचे में ले गये. बगीचे में ले जाने के दौरान पैसों के लेनदेन के विवाद को लेकर बदमाशों ने रितेश की बुरी तरह से पिटाई की. इधर, पिटाई की सूचना पास के ही व्यक्ति द्वारा मृतक की मां को घर जाकर दी गयी. सूचना पर पहुंची रितेश की मां ने देखा कि रितेश घायल अवस्था में पड़ा है.
इसके बाद रितेश को आनन-फानन में सीएचसी कुदरा इलाज के लिए ले गयी. वहां चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया. इस मामले में मृतक की मां सरस्वती देवी ने चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इस संबंध में कुदरा थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि एक युवक की पिटाई से हुई मौत के मामले में तीन आरोपितों ने कोर्ट में सरेंडर किया है. अभी एक फरार चल रहा है. उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.