आओ मिल के बचा लें अपनी धरा!
सीवान् के मशहूर डॉन बॉस्को स्कूल का वार्षिकोत्सव ‘बास्को फेस्ट 2022’ दे गया एक नायाब संदेश
✍️गणेश दत्त पाठक
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
स्कूल सिर्फ शिक्षा के स्थल नहीं जागरुकता के प्रसार के भी बेहतरीन स्थल हो सकते हैं। शिक्षा का दायरा सिर्फ पुस्तकों और परीक्षाओं तक सीमित नहीं हो सकता। समाज देश, विश्व की चुनौतियों पर विचार मंथन भी शिक्षा के दायरे में ही आता है। समस्याओं का समाधान निकालना ही शिक्षा की सार्थकता मानी जाती रही है। आज जबकि हमारी धरती प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से कराह रही हैं,
मानव का अस्तित्व संकट में दिख रहा है तो धरती को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास समय की आवश्यकता बन जाते हैं। ऐसे में रविवार को अयोजित डॉन बास्को स्कूल का वार्षिकोत्सव एक मिसाल बन गया। इस कार्यक्रम की पूरी रुपरेखा धरती को बचाने का संदेश दे रही थी। कार्यक्रम के समापन तक अतिथि गण और अभिभावकगण मौजूद रहे, कार्यक्रम के अंत में बजी जोरदार करतल ध्वनि भी इस बात की गवाह थी कि कार्यक्रम के दौरान सिर्फ गानों, नाटकों को देखा ही नहीं गया अपितु प्रकृति के संकट को संजीदगी से महसूस भी किया गया ।
जब कुछ दिन पूर्व डॉन बास्को स्कूल के इस कार्यक्रम के बारे में पता चला तो मैं इसे एक रूटीन कार्यक्रम ही समझ रहा था। लेकिन जब स्कूल के निदेशक श्री थॉमस कोसी सर का स्नेह निमंत्रण आया तो मुझे सुखद आश्चर्य हुआ क्योंकि कार्यक्रम का थीम धरती को बचाने का था। यह एक बेहद नवीन पहल दिखा। थीम के आकर्षण तले मैं स्कूल भी पंहुचा और कार्यक्रम का प्रस्तुतिकरण इतना शानदार रहा कि अपने तमाम व्यस्तताओं के बावजूद कार्यक्रम के समापन तक रुकना पड़ा।
बास्को फेस्ट 2022 में धरती को बचाने के हर पहलू पर ध्यान दिया गया था। गीत, नृत्य, नाटक हर विधा के माध्यम से स्कूल के 450 छात्रों ने पर्यावरण अवनयन के हर आयाम को उद्घाटित किया। हर तथ्य का विवेचन किया। प्रदूष्ाण , ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन के हर दुष्परिणाम को उजागर किया। इस कार्यक्रम की तैयारी के दौरान वे छात्र प्रकृति से कितने जुड़ गए होंगे, यह अहसास ही बेहद उत्साहित कर रहा था। साथ ही, कार्यक्रम देखने वाले हज़ारों छात्र और अभिभावक भी धरती की व्यथा को संजीदगी से भी महसूस करते दिखें।
कार्यक्रम में अत्याधुनिक मंच और उसकी साज सज्जा तो शानदार थी ही। कार्यक्रम प्रस्तुत करने के दौरान स्कूल के छात्रों का अनुशासन और समर्पित तैयारी की व्यवस्था भी स्कूल के द्वारा प्रतिभा को बेहद जिम्मेदारी से गढ़ने के प्रयास की कहानी भी सुना रहे थे। कार्यक्रम में स्कूल की प्रतिभाएं भी सम्मानित हुई और प्रतिभाओं को निखारने वाले गुरुजन भी। स्कूल की उपलब्धियों के बारे में भी बताया गया।
‘बॉस्को फेस्ट 2022’ सिर्फ एक कार्यक्रम ही नहीं रहा अपितु उस दौरान स्कूल प्रांगण में प्रकृति के प्रति स्नेह, संवेदना, सजगता की त्रिवेणी बह रही थी। जो एक शाश्वत संदेश भी दे रही थी..आओ बचा लें अपनी धरा!
ऐसे शानदार शाश्वत संदेश देने वाले कार्यक्रम के आयोजन के लिए डॉन बॉस्को स्कूल प्रबंधन को हार्दिक बधाई.
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