तो तय कर लीजिए शराबबंदी को खत्म कर दिया जाए-सीएम नीतीश कुमार
सारण में 70 के पार पहुंचा मृतकों का आंकड़ा
जहरीली शराब पीकर ट्रेन पर चढ़ा यात्री! सफर के दौरान हो गयी मौत
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को विधानसभा में स्पष्ट शब्दों में कहा कि शराब पीकर मरने वालों के स्वजन को मुआवजा देने का कोई सवाल ही नहीं उठता। महागठबंधन में शामिल माकपा के विधायक सत्येंद्र यादव ने विधानसभा में यह मांग रखी कि जहरीली शराब पीकर मरे लोगों के परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए।
उस वक्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सदन मे मौजूद थे। वह तुरंत खड़े हो गए और कहा कि अगर ऐसा करना है, तो तय कर लीजिए कि शराबबंदी नहीं रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं कि ऐसी गलत बात सोचिए भी नहीं। जो लोग गंदी शराब पीकर मरे हैं, उनके प्रति हमदर्दी नहीं चाहिए। जहां शराबबंदी नहीं है, वहां भी तो जहरीली शराब पीने से लोग मर रहे हैं।
जो पीएगा, वह मरेगा, शराब पीना गंदी बात: नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह तो बार-बार यह कह रहे कि जो पीएगा, वह मरेगा। जिसने गंदी शराब पी, उसको मदद करेंगे? यह गंदी बात है। शराब पीने वालों को मदद की जाती है क्या? सभी धर्म में शराब पीने वालों को ठीक नहीं माना जाता। अब तो वह हर जगह जाकर बताएंगे कि जो शराब के पक्ष मे बोल रहे हैं, वह आपके हित में नहीं है। जो लोग हमारे साथ शराबबंदी के पक्ष में भाषण देते थे, वे आज उल्टा बोल रहे।
बिहार को बदनाम करने की भाजपा की साजिश: सीएम
सीएम नीतीश ने कहा, अगर ईमानदार हैं तो सरकार को शराब के बारे में सूचना दें। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों से बिहार को बदनाम करने के लिए वहां से शराब भेजी जा रही। बिहार में यूपी और हरियाणा से शराब आ रही।
बिहार में शराबबंदी मजबूती से लागू: नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार देश का अकेला राज्य है, जहां पूरी मजबूती के साथ शराबबंदी लागू है। जो लोग केंद्र में राज कर रहे हैं, उनके राज्य में किस तरह से शराबबंदी है? मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में प्रधानमंत्री तक बिहार की शराबबंदी की तारीफ करते हुए यह कह चुके हैं कि यह अच्छा काम है। उस समय तो हम उनके साथ भी नहीं थे।
शराब के धंंधे में लगाए गए लोगों को आर्थिक मदद: सीएम
नीतीश कुमार ने आगे कहा, हम तो पुलिस को यह कह चुके हैं कि गरीब-गुरबों को मत परेशान कीजिए। शराब के धंधे में लगाए गए ऐसे लोगों की मदद के लिए हम एक लाख रुपये की मदद कर रहे। अगर जरूरत पड़ी तो और भी देंगे। सब आदमी सही तो हो नहीं सकता।
सारण में 70 के पार पहुंचा मृतकों का आंकड़ा
बिहार के सारण जिले में पिछले चार दिनों में मशरक, इसुआपुर, मढ़ौरा व अमनौर प्रखंडों में जहरीले शराब के सेवन से मरने वालों का आंकड़ा अब 70 के पार पहुंच गया है. अभी 16 मरीजों का इलाज सदर अस्पताल छपरा में चल रहा है. जिस जहरीली शराब से सारण में मौत का कहर बरपा, शुक्रवार को उसी के सेवन से सीवान के भगवानपुर प्रखंड के सोंधानी और ब्रह्मस्थान गांव में भी चौकीदार सहित पांच लोगों की मौत हो गयी.
घटना के तीसरे दिन भी मौत से हाहाकार
बताया जाता है कि यही शराब सीवान के उस इलाके में भी सप्लाइ की गयी थी. इसके साथ ही बेगूसराय में भी जहरीली शराब पीने से दो चचेरे भाइयों की मौत हो गयी. सारण के एसपी राजेश मीणा ने 32 लोगों के मरने और 16 के इलाजरत होने की पुष्टि की है.
आदर्श पंचायत बहरौली में भी 15 मौतें
घटना के तीसरे दिन भी मौत से हाहाकार मचा रहा. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को मशरक, अमनौर और इसुआपुर में 28 लोगों की मौत हो गयी. कुछ शवों को परिजनों के द्वारा आनन-फानन में जलाने की बात सामने आ रही है. आदर्श पंचायत बहरौली में भी 15 मौतें हो चुकी है.
वहीं, अब तक 213 धंधेबाजों को विभिन्न थाना क्षेत्रों से गिरफ्तार किया गया है. लगभग छह हजार लीटर देसी-विदेशी शराब व स्पिरिट जब्त की गयी है. इधर, घटना की जांच को लेकर मद्य निषेध विभाग की दो सदस्यीय जांच टीम की रिपोर्ट अब तक अपर मुख्य सचिव को नहीं मिली है. शनिवार को रिपोर्ट सौंपे जाने की उम्मीद है.
किशनगंज में ट्रेन यात्री ने दम तोड़ा
शराब पीने से मरने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. उधर कैपिटल एक्सप्रेस में सफर कर रहे एक यात्री की मौत हो गयी. किशनगंज में उस यात्री ने दम तोड़ा. मृतक के परिजनों का दावा है कि उसने जहरीली शराब का सेवन छपरा में कर लिया. असम जाने के क्रम में उसकी सेहत बिगड़ती गयी और दम तोड़ दिया.
जहरीली शराब पीकर ट्रेन पर चढ़ा यात्री! सफर के दौरान हो गयी मौत
बिहार के छपरा में जहरीली शराब कांड की आंच किशनगंज तक पहुंच चुकी है. दरअसल कल किशनगंज स्टेशन पर कैपिटल एक्सप्रेस ट्रेन में एक यात्री को अचेता अवस्था में गुरुवार को उतारा गया था, जिसे हॉस्पिटल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शुक्रवार को उसके परिजन किशनगंज पहुंचे तो उन्होंने सनसनीखेज खुलासा किया.
परिजनों का दावा- छपरा में शराब पीकर निकला था
मृतक के परिजनों ने बताया कि उसकी मौत नेचुरल नहीं है. बल्कि वह भी जहरीली शराब की चपेट में ही आ गया और उसकी मौत हो गयी. बताया कि मृतक 14 तारीख को छपरा के खरौनी से एक ग्लास शराब पीकर पटना आया और वहां से रात में कैपिटल एक्सप्रेस ट्रेन से आसाम जाने के लिए ट्रेन पर सवार हुआ. उसने घर पर फोन करके बोला कि उसे तबीयत अच्छी नहीं लग रही है.
मृतक के परिजनों ने बताया कि किशनगंज रेलवे स्टेशन से जीआरपी की सूचना पर वे यहां पहुंचे हैं. मृतक की पहचान छोटे साहा पिता मुक्ति साहा के रूप में की गयी है. वह छठ में अपनी मां और पत्नी के साथ आसाम से छपरा घर आया था और वापस अकेले आसाम जा रहा था जहां वह होटल चलाता है.
परिजनों का दावा- एक दोस्त की भी हो गयी मौत
मृतक के परिजनों ने बताया कि इसके साथ एक व्यक्ति बिक्कु ने भी शराब पी थी वो भी मर चुका है. वहीं रेल थानाध्यक्ष नीतेश कुमार ने बताया कि कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति अचेत अवस्था में ट्रेन में है और पोस्टमार्टम कराया गया है. उसका बिसरा जांच के लिए भेजा जा रहा है, तब मृत्यु का कारण पता चल सकेगा.
बिहार में जहरीली शराब से मौत
बता दें कि बिहार में जहरीली शराब से मौत के बाद हाहाकार मचा हुआ है. सारण जिले में अभी तक 70 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं सारण में ही शराब पीने की वजह से पड़ोसी जिले सीवान में भी पांच लोगों की मौत की बात सामने आयी है.