हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सफल संचालन को लेकर जन-आरोग्य समिति में स्थानीय मुखिया की भूमिका महत्वपूर्ण
पंचायत के ग्रामीणों को हर तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना जनप्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी:
कार्यकाल को यागदार बनाने के लिए ईमानदारी पूर्वक कर्तव्यों का निर्वहन करने की आवश्यकता: डीडीसी
जन-आरोग्य समिति के माध्यम से दी जा रही हैं सभी तरह की सुविधाएं: डीपीएम
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के संचालन में मुखिया की भूमिका महत्वपूर्ण: जपाइगो
श्रीनारद मीडिया, कटिहार, (बिहार):
त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत के मुखिया किसी भी तरह के कार्यक्रम या आयोजनो में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। क्योंकि स्थानीय स्तर के ग्रामीणों की उम्मीदें एवं अपेक्षा उनसे जुड़ी हुई होती है। स्थानीय लोगों के स्वस्थ व सेहतमंद जिंदगी उपलब्ध कराना जनप्रतिनिधियों के महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों में से एक है। उक्त बातें जिला उपविकास आयुक्त सौरभ सुमन यादव ने समाहरणालय सभागार में आयोजित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर बेहतर चिकित्सीय माहौल के निर्माण को लेकर आयोजित समीक्षात्मक बैठक के दौरान उपस्थित कही है। इस अवसर पर प्रभारी जिलाधिकारी सह डीसीसी सौरभ सुमन यादव, जिला पंचायती राज विभाग की डीपीआरओ रोजी कुमारी, जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से डीपीएम डॉ किशलय कुमार, डीसीएम अश्विनी मिश्रा, डीपीसी मज़हर अमीर, जिला लेखा प्रबंधक सत्यम जी सहित ज़िलें के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।
कार्यकाल को यागदार बनाने के लिए ईमानदारी पूर्वक कर्तव्यों का निर्वहन करने की आवश्यकता: डीडीसी
जिला उपविकास आयुक्त सौरभ सुमन यादव ने कहा कि जिले में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पंचायत स्तर उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती प्रदान करने का कार्य करता है। क्योंकि आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सफल क्रियान्वयन में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भूमिका महत्वपूर्ण साबित हो रही है। पंचायत जनप्रतिनिधि ईमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्यों का निवर्हन करें तो उनका पांच साल का कार्यकाल यादगार साबित हो सकता है। हालांकि सबसे अहम बात यह है कि स्थानीय स्तर के अस्पताल का भवन एवं चाहरदिवारी निर्माण सहित अन्य आवश्यक रूप से सहयोग करने के अलावा पंचायत विकास मद में उपलब्ध राशि खर्च करने के लिए सभी मुखिया को जागरूक होने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि जनप्रतिनिधियों के उचित सहयोग के बिना स्वस्थ एवं समृद्ध ज़िलें की कल्पना नहीं की जा सकती है।
जन-आरोग्य समिति के माध्यम से दी जा रही हैं सभी तरह की सुविधाएं: डीपीएम
ज़िला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम डॉ किशलय कुमार ने कहा कि स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधि अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों का नियमित रूप से निरीक्षण कर मूलभूत अधिकारों एवं समस्याओं का निराकरण करने में अपनी भूमिका निभा सकते है। वही स्थानीय स्तर पर कार्यरत सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को होने वाली समस्याओं से अवगत होने के बाद दूर करने का प्रयास करें तो कई तरह की समस्याओं का समाधान संभव हो सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों की सजगता से सामुदायिक स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी में महत्वपूर्ण भागीदारी सुनिश्चित कर सकते हैं। ज़िले में फिलहाल 13 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से लगभग 12 तरह की स्वास्थ्य सेवाएं स्थानीय ग्रामीणों को उपलब्ध कराई जा रही हैं।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के संचालन में मुखिया की भूमिका महत्वपूर्ण: जपाइगो
जपाईगो के क्षेत्रीय कार्यक्रम पदाधिकारी विनय गुप्ता ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर आयुष्मान भारत जन-आरोग्य समिति के सफल क्रियान्वयन में स्थानीय मुखिया की भूमिका काफ़ी महत्वपूर्ण मानी गई हैं। क्योंकि अभी तक सीएचसी, पीएचसी एवं एपीएचसी स्तर पर ही स्वास्थ्य समितियों का गठन कर स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ीकरण किया जाता था लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर आयुष्मान भारत जन-आरोग्य समिति का गठन किया गया है ताकि स्थानीय स्तर पर पंचायती राज एवं जन सहभागिता की भूमिका को शामिल किया जा सकें।
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