बढ़ती ठंड ने तोड़ा 64 वर्षों का रिकार्ड,क्यों ?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में ठंड ने अपने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं। पिछले 64 वर्षों में ऐसी सर्दी कभी देखने को नहीं मिली। वहीं अधिकतम तापमान 11.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि इस तिथि का अब तक का सबसे कम तापमान दर्ज किया गया है। एक्सपर्ट्स की मानें तो आने वाले दो दिनों तक अधिकतम तापमान में थोड़ी और गिरावट आने की संभावना जताई जा रही है। डा. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के मौसम विभाग के अनुसार ठंड ने रिकार्ड को तोड़ दिया है।
सामान्य से 10 डिग्री नीचे रहा तापमान
वर्ष 2023 में नया रिकार्ड बना है। पांच जनवरी को अधिकतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री नीचे रहा। गुरुवार का अधिकतम तापमान 11.8 व न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग की मानें तो अभी एक-दो दिनों तक अधिकतम तापमान में हल्की गिरावट आने की संभावना है। वहीं न्यूनतम तापमान भी चार डिग्री सेल्सियस गिरने की संभावना है। डा. ए सत्तार का कहना है कि पूसा विश्वविद्यालय की मौसम वेधशाला में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार जनवरी में अधिकतम तापमान का आकलन देखा जाए तो आज के दिन में अधिकतम तापमान सबसे कम रिकार्ड किया गया।
वर्ष 1960 से लेकर वर्ष 2023 तक में अधिकतम तापमान सबसे कम रहा अर्थात पिछले 64 वर्षों में सबसे कम अधिकतम तापमान इस जनवरी में दर्ज किया गया है। इससे पूर्व का डाटा विश्वविद्यालय के पास उपलब्ध नहीं है। वर्ष 1998 में आज की तिथि में अधिकतम तापमान 13.7 एवं वर्ष 2000 में 13.6 डिग्री जबकि वर्ष 2004 में 12.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। 2023 में अधिकतम 11.8 एवं न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। तापांतर महज 1.8 डिग्री सेल्सियस होने से ठंड का कहर अधिक है।
क्या कहते हैं वैज्ञानिक
मौसम वैज्ञानिक का बताना है कि उत्तर बिहार में अभी ठंड का प्रकोप जारी रहेगा। इस दौरान 6 से 8 किलोमीटर की रफ्तार से पछुआ हवा चलने की संभावना है। दो दिनों के बाद कुहासे में कमी आएगी। मौसम विज्ञानी का यह भी कहना है कि यह मौसम मानव, पशु एवं कुछ फसलों के लिए काफी नुकसानदेह हैं। आलू एवं तोड़ी सहित सब्जी की फसलों पर इस मौसम का प्रभाव सबसे अधिक पड़ेगा। वहीं गेहूं के लिए मौसम अनुकूल बताया जा रहा है। डा. ए.सत्तार का बताना है कि ऐसे मौसम में दुधारू पशुओं पर अधिक ध्यान रखने की जरूरत है। उसके आहार में प्रोटीन एवं कैल्शियम की मात्रा बढ़ाने के लिए संभव हो तो कैल्शियम की सुई भी अवश्य दें।
मुजफ्फरपुर में गीजर-हीटर की बिक्री बढ़ी
इसके अलावा मुजफ्फरपुर में कड़ाके की ठंड ने लोगों का जन-जीवन सर्द कर दिया है। वहीं इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में गर्माहट आ गई है। सर्दी बढ़ने से बाजार में हीटर, ब्लोअर व गीजर की बिक्री बढ़ गई है। शहर में 60 से अधिक इलेक्ट्रानिक्स की दुकानें हैं। हीटर, ब्लोअर के अलावा तुरंत पानी गर्म करने के लिए गीजर और इलेक्ट्रिक रॉड की बिक्री अधिक हो रही है। एक दुकान में प्रतिदिन दस से 15 हीटर, ब्लोअर व गीजर की बिक्री हो रही।
तिलक मैदान रोड के एक इलेक्ट्रॉनिक व्यवसायी ललित मोहन कुमार ने बताया कि प्रतिदिन 10 से 15 हीटर की बिक्री हो रही है। इसके अलावा गीजर और वाशिंग मशीन भी शामिल है। ठंड में कपड़े सूखने में भी परेशानी होती है। वाशिंग मशीन में धोने के साथ इसको सुखाने की सुविधा होती है। जिले में 50 लाख का रोज कारोबार हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर एक सप्ताह और ठंड की ऐसी ही स्थिति रही तो हीटर, ब्लोअर आउट आफ मार्केट हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान इलेक्ट्रानिक सामान शोभा की वस्तु बनकर रह गए थे। ठंड में नए के साथ पुराने आइटम भी तेजी से बिक रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक आइटम बेचने वाली एक बड़ी कंपनी के मैनेजर पंकज कुमार ने बताया कि पछुआ हवा के लगातार चलने से इलेक्ट्रानिक्स आइटमों की बिक्री अधिक बढ़ गई है। तीन राड के ब्रांडेड हीटर, ब्लोअर एक हजार से तीन हजार में बिक्री हो रही।
धीमी रफ्तार से चलेगी पछिया हवा
खासकर 31 दिसंबर तक न्यूनतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस गिरावट आ सकती है। जिसके चलते न्यूनतम तापमान 6-7 डिग्री सेल्सियस के आसपास आने की संभावना है। अधिकतम तापमान में भी गिरावट के साथ इसके 20-22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। पूर्वानुमानित अवधि में धीमी रफ्तार से पछिया हवा चलेगी। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 85 से 90 प्रतिशत तथा दोपहर में 55 से 60 प्रतिशत रहने की संभावना है।
फसल का रखें ध्यान : पूर्वानुमान की अवधि में न्यूनतम तापमान में गिरावट आ सकती है जिसके कारण टमाटर, मटर एवं आलू की फसल में काम नमी के कारण बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए इन फसलों के खेतों में नमी बनाए रखें।