जिंदगी में संजीदगी का सलीका सिखाती है उर्दू!
जिला उर्दू कोषांग द्वारा टाउन हाल में आयोजित सेमिनार में उर्दू के कार्यान्वयन और विकास पर मंथन
✍️गणेश दत्त पाठक
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
सीवान। सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं…इंकलाब जिंदाबाद…आदि भारत के आजादी के लिए लड़े जाने वाले राष्ट्रीय आंदोलन को ऊर्जस्वित करने वाले लब्ज़ थे। और ये लब्ज़ उर्दू से थे। जिला उर्दू कोषांग,सीवान द्वारा टाउन हॉल में सोमवार को आयोजित सेमिनार में जब ये बातें मुख्य अतिथि सह जैक मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉक्टर के एहतेशाम अहमद ने कही तो पूरा टाउन हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। जो टाउन हॉल में उर्दू के कार्यान्वयन और विकास पर मंथन के दौरान उपस्थित श्रोताओं के भाव को बयां कर रहे थे।
डॉक्टर एहतेशाम अहमद ने आगे कहा कि उर्दू जिंदगी में संजीदगी का पाठ भी पढ़ाती है। उर्दू देश की संस्कृति से जुड़ी अहम भाषा है। निश्चित तौर पर हमें भाषा के विकास के प्रति सचेत होना होगा। हर उपलब्ध अवसर का सदुपयोग करना होगा। जहां संभव हो, वहां उर्दू का उपयोग करना होगा। इससे ही हमारी उर्दू सजेगी, संवरेगी और निखरेगी।
सेमिनार में बच्चों में उर्दू के प्रति मुहब्बत पैदा करने के प्रति भी प्रयास करने की बात पर बल दिया गया। प्रख्यात शायर जफर कमाली, दरोगा प्रसाद राय डिग्री कॉलेज के वरिष्ठ व्याख्याता डॉक्टर इसरार अहमद सहित अन्य वक्ताओं ने इस बात पर बल दिया कि उर्दू तहजीब की भाषा भी है। यहीं तहजीब जिंदगी में अनुशासन भी लाती है। जिससे जिंदगी को सार्थकता प्राप्त होती है।
वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान में तकनीक और सोशल मीडिया यदि उर्दू के लिए चुनौतियां पेश कर रही हैं तो पर्याप्त अवसर भी मुहैया कर रही है। आवश्यकता इस बात की है कि उन अवसरों का पर्याप्त इस्तेमाल करके उर्दू के प्रचार प्रसार के यथासंभव प्रयास किए जाएं। सेमिनार में इस बात पर आम सहमति थी कि बच्चों में उर्दू के प्रति मुहब्बत पैदा करने की नितांत आवश्यकता भी है।
सेमिनार का उद्धघाटन डीडीसी, सीवान भूपेंद्र यादव, डीसीएलआर, बीडीओ सीवान आदि अफसरान ने दीप प्रज्जवलित कर किया गया। जिला उर्दू कोषांग के प्रभारी अधिकारी सह जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी श्री राकेश कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया। डीडीसी ने निबंध प्रतियोगिता में अव्वल रही यूनिटी इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा मरियम नवाज सहित अन्य छात्रों को पुरस्कृत किया। धन्यवाद ज्ञापन के साथ सेमिनार का समापन हो गया।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में मुशायरा का आयोजन उस्ताद कमर सिवानी की अध्यक्षता और जफर कमाली के मुख्य आतिथ्य में हुआ। जिसका उद्घाटन वरिष्ठ एडीएम जावेद अहसन अंसारी ने किया। मुशायरे में आरती आलोक वर्मा, डॉक्टर इसरार अहमद, मौलाना शमीम तुराबी, यासूब गोपालपुरी, डॉक्टर रईस फातिमा, यूनिटी इंटरनेशनल स्कूल के प्रिंसिपल हामिद अली आदि ने शिरकत किया।
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