भाकपा माओवादी का रिजनल कमांडर ने किया सरेंडर:15 लाख का है इनामी
CRPF की टीम को सौंपा हथियार; बिहार-झारखंड में 21 केस दर्ज
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
महज 13 वर्ष में भाकपा माओवादी संगठन से जुड़ने वाले खूंखार नक्सली रिजनल एरिया कमांडर गणेश भुइंया, अभ्यास भुइंया उर्फ प्रेम भुइंया ने जिला पुलिस और सीआरपीएफ के समक्ष सरेंडर कर दिया है। उसके ऊपर झारखंड सरकार की ओर से 15 लाख रुपए का इनाम रखा गया था। नक्सली अभ्यास भुइंया मोआवादी संगठन के कोर कमेटी का अहम हिस्सा था। वह लंबे समय से रिजनल एरिया कमांडर की जिम्मेदारी संभाल रहा था।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली ने मीडिया के समक्ष बताया कि उसने अपने परिवार की बेहतरी के लिए आत्मसमर्पण का फैसला लिया और सीआरपीएफ और जिला पुलिस की मदद से आज मुख्यधारा से जुड़ रहा हूं। कम उम्र में नक्सली संगठन से कैसे जुड़े सवाल के जवाब में कहा कि वह मेरा बचपना था। एक दोस्त के साथ संगठन से जुड़ गया था। फिर जुड़ा ही रह गया। एसएसपी ने बताया कि अभ्यास भुइंया के विरुद्ध 21 गंभीर मामले झारखंड से लेकर गया और औरंगाबाद में दर्ज हैं। इसने बड़ी-बड़ी नक्सली वारदात को अंजाम दिया है। प्रदेश सरकार की ओर से इस नक्सली के ऊपर कितने का इनाम था। इस बात की जानकारी जुटाई जा रही है। यह मूल रूप से लुटुआ थाना क्षेत्र का रहने वाला है।
नक्सली फोर्स के एक्टिव मूवमेंट से घबरा हुए हैं
एसएसपी आशीष भारती ने दावा किया कि नक्सल वाले क्षेत्र में जिला पुलिस और सीआरपीएफ की ओर से लगातार सर्च अभियान चलाए जा रहे हैं। उसी सर्च अभियान का असर यह रहा है कि नक्सली दहशत में आ गए हैं। उनके हथियार लगातार पकड़े जा रहे हैं। मुठभेंड़ की घटनाएं कहीं कहीं हो रही है। पकड़े व मारे भी जा रहे हैं। यही वजह है कि जिले में नक्सल गतिविधियां लगभग समाप्ति की ओर है। इसी क्रम में अभ्यास भुइंया ने अपने परिवार की बेहतरी के लिए मुख्यधारा से जुड़ना पसंद किया है।
बरामद की गई कारतूसों की संख्या 920 है
सीआरपीएफ के कमांडेंट कुमार मयंक ने बताया कि नक्सली फोर्स के एक्टिव मूवमेंट से घबरा हुए हैं। नक्सल लगभग यहां से समाप्त है। उन्होंने कहा कि सर्च अभियान के दौरान किसी तरह से अभ्यास भुइंया संपर्क में आया। उसे मोटिवेट किया गया। उसने अपनी व अपने परिवार की परेशानियां बताईं। इस पर उसने अनुरोध किया गया और बताया गया कि सरकार की ओर से मुख्यधारा जुड़ने पर आर्थिक और स्वरोजगार के लिए हर संभव मदद की जाती है। इसके बाद उसने तय कर लिया कि उसकी बेहतरी अब मुख्यधारा से जुड़ने में ही
है और उसने आज आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने बताया कि अभ्यास की निशानदेही पर विभिन्न हथियारों के कारतूस बरामद किए गए हैं। बरामद की गई कारतूसों की संख्या 920 है। सीआरपीएफ के कमांडेंट कुमार मयंक ने बताया कि नक्सली फोर्स के एक्टिव मूवमेंट से घबरा हुए हैं। नक्सल लगभग यहां से समाप्त है। उन्होंने कहा कि सर्च अभियान के दौरान किसी तरह से अभ्यास भुइंया संपर्क में आया। उसे मोटिवेट किया गया। उसने अपनी व अपने परिवार की परेशानियां बताईं। इस पर उसने अनुरोध किया गया और बताया गया कि सरकार की ओर से मुख्यधारा जुड़ने पर आर्थिक और स्वरोजगार के लिए हर संभव मदद की जाती है। इसके बाद उसने तय कर लिया कि उसकी बेहतरी अब मुख्यधारा से जुड़ने में ही है और उसने आज आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने बताया कि अभ्यास की निशानदेही पर विभिन्न हथियारों के कारतूस बरामद किए गए हैं। बरामद की गई कारतूसों की संख्या 920 है।
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