बीएमजीएम की टीम ने कई प्रखंडों का किया भ्रमण, स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में ली जानकारी
नवजात शिशुओं को स्तनपान एवं सुपोषित आहार समय से मिलना बीएमजीएफ की पहली प्राथमिकता: एसपीओ बीएमजीएफ
नवजात शिशु, पोषण एवं स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान देने के लिए की गई क्लस्टर बैठक: डिटीएल
श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया (बिहार):
स्वास्थ्य विभाग एवं बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएम) के अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने पूर्णिया पूर्व प्रखंड अंतर्गत रानीपतरा स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थानीय स्तर पर मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली। यहां पर प्रसव, प्रसव पूर्व जांच (एएनसी), एनसीडी, पीएमएसएमए, अस्पताल में उपलब्ध सभी तरह की जांच एवं मरीजों को दी जाने वाली दवाओं के संबंध में फार्मासिस्ट से बारीकी से बातचीत की गयी। इस अवसर पर पूर्णिया पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शरद कुमार, बीएचएम विभव कुमार, बीसीएम बरखा रानी, जपाइगो के कार्यक्रम अधिकारी प्रभात ठाकुर एवं विनय गुप्ता सहित स्थानीय अस्पताल में कार्यरत कर्मी उपस्थित थे। बीएमजीएफ की टीम में जेनिफर दोनोंफ़्रियो, डॉ मनप्रीत सिंह, मेलिसा माइल्स, सुभाषिनी रामास्वामी, आकाश मल्लिक, सुनीता कृष्णन, अभिजीत अरुण पाठक एवं गुड़िया के अलावा केयर इंडिया के राज्य प्रतिनिधि शरद चतुर्वेदी, डॉ पंकज कुमार मिश्रा, फाइलेरिया एवं कालाजार के तकनीकी विशेषज्ञ डॉ इंद्रनाथ बनर्जी के अलावा केयर इंडिया के डीटीएल आलोक पटनायक एवं सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक धर्मेंद्र कुमार रस्तोगी मुख्य रूप से शामिल थे।
नवजात शिशुओं को स्तनपान एवं सुपोषित आहार समय से मिलना बीएमजीएफ की पहली प्राथमिकता: एसपीओ बीएमजीएफ
बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएम) के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी आकाश मल्लिक ने पूर्णिया के तीन दिवसीय दौरे से लौटने के बाद बताया कि स्वास्थ्य विभाग एवं बीएमजीएफ का मुख्य उद्देश्य यही है कि देश में नवजात शिशुओं को स्तनपान एवं सुपोषित आहार समय से मिले। ताकि संस्थागत प्रसव के साथ ही नियमित टीकाकरण, नियमित स्तनपान जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम के माध्यम से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य की बुनियाद को मजबूत किया जा सके। सरकार द्वारा जनहित में चलाई जा रही तमाम स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर संचालन की जानकारी सुनिश्चित कराना भी है। स्थानीय स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत अधिकारी, जीएनएम, एएनएम के अलावा अन्य कर्मियों को उत्कृष्ट कार्य करते हुए स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में खुद को सक्षम महसूस करना चाहिए। केंद्र एवं राज्य सरकार को सहयोग करने वाले गैर सरकारी संगठन भी इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित कराते हैं। हालांकि पूर्णिया सहित पूरे बिहार में पहले की अपेक्षा स्वास्थ्य सेवाएं में काफ़ी सुधार हुआ है लेकिन इससे भी बेहतरी को लेकर बीएमजीएफ के साथ ही केयर इंडिया लगातार कार्य कर रही है।
नवजात शिशु, पोषण एवं स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान देने के लिए की गई क्लस्टर बैठक: डिटीएल
केयर इंडिया के डिटीएल आलोक पटनायक ने बताया कि बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएम) की सियाटेल, दिल्ली एवं बिहार की संयुक्त टीम तीन दिवसीय दौरे पर आयी थी। बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन का लक्ष्य यही है कि सबसे कमजोर समुदायों के भविष्य को प्रभावित करने में प्रजनन, मातृ, नवजात शिशु और बाल स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए। भारत सहित कई अन्य देशों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के साथ ही दुनिया भर में गरीबी को कम करना है। उन्होंने बताया कि बायसी प्रखंड के चेरैया गांव स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर क्लस्टर बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं एवं नवजात शिशुओं को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर विस्तार पूर्वक बातचीत की गई। नवजात शिशुओं को जन्म के आधा घंटे के अंदर मां का पहला गाढ़ा दूध, नियमित टीकाकरण, पोषण सहित कई अन्य प्रकार की दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाएं की उपलब्धता सुनिश्चित करना हम सभी की प्राथमिकता में शामिल होनी चाहिए। इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बायसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विजय कुमार, बीएचएम किंकर घोष, बीसीएम वंदना कुमारी, स्थानीय आशा कार्यकर्ता, डीपीएचओ सोमेन अधिकारी, सनत गुहा सहित कई अन्य उपस्थित थे।
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