ABVP ने MGCUB के कुलपति प्रो. आनंद प्रकाश को समस्याओं के समाधान हेतु माँग-पत्र सौंपा.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद महात्मा गाँधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी, बिहार इकाई के द्वारा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद प्रकाश को भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में तीव्रता लाने तथा अन्य समस्याओं के समाधान हेतु माँग-पत्र सौंपा ।
आज विश्वविद्यालय में अनेक प्रकार की समस्याएँ हैं जिनके त्वरित समाधान की आवश्यकता है । छात्रों के हित तथा विश्वविद्यालय परिवार के हित को देखते हुए कुलपति से विद्यार्थी परिषद ने ग्यारह माँगें रखी । इन ग्यारह माँगों पर काफी विमर्शों के बाद कुलपति ने नौं माँगों को त्वरित स्वीकार करते हुए उसे फरवरी के अंत या मार्च के प्रारंभ तक पूर्ण करने का वादा किया है ।
विद्यार्थी परिषद के इन माँगों में- भूमि अधिग्रहण हेतु उच्च स्तरीय समिति का निर्माण, पीएच.डी हेतु नियमावली का यथाशीघ्र निर्माण, विभागीय पुस्तकालय की स्थापना, यातायात व्यवस्था में सुधार, कैंटिन तथा शुद्ध पेय जल की सुविधा, छाक्ष-छाक्षाओं के बैठने की व्यवस्था, डिजिटल व्यवस्था में सुधार, लम्बित फेलोशिप का भुगतान, आधारभूत अन्य सुविधाओं का विकास एवं सौन्दर्यीकरण आदि शामिल थे ।
गौरतलब है की महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना के सात साल गुजर गए, पर अभी तक वह अपने स्वरूप में नहीं आ सका है। इसके लिए भूमि का उपलब्धता को सबसे बड़ा पेंच बताया जा रहा है। दो बार में केविवि को अब तक 134 एकड़ भूमि मिली है, जबकि 300 एकड़ भूमि चाहिए। विश्वविद्यालय का कहना है कि जब तक उसे पर्याप्त भूमि नहीं मिलेगी तबतक केविवि का विधिवत निर्माण संभव नहीं है। इस स्थिति में कई प्रकार के पाठ्यक्रम जिसका लाभ छात्रों को मिलना चाहिए, वह नहीं मिल रहा है।
हालांकि सीमित जगह में भी विश्वविद्यालय ने अपने बेहतर प्रबंधन के कारण शैक्षणिक व्यवस्था को प्रभावी बनाया है। वहीं जगह के अभाव में कई जगहों पर कक्षाओं का संचालन हो रहा है। साथ ही स्नातक स्तर की पढ़ाई से भी छात्र-छात्राएं वंचित रह रहे हैं।
चार जगहों पर होती है पढ़ाई-
केविवि के स्थापना के समय जिला स्कूल के हॉस्टल को चयनित कर शैक्षणिक सत्र प्रारंभ किया गया। जैसे-जैसे छा-छात्राओं की संख्या बढ़ती गई भवन की जरूरत बढ़ने लगी। इस कारण किराए का भवन लेकर कुछ संकाय को स्थानांतरित किया गया। केविवि को जब 134 एकड़ भूमि के साथ एक स्कूल भवन भी मिली। इस भवन को ठीक कराकर कुछ संकाय यहां भी संचालित हो रहा है। हालांकि नए भवन का निर्माण नहीं होने से नए पाठ्यक्रम प्रारंभ नहीं किया जा सका है।
इस अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष मंगल सिंह, सचिव अमन कुमार, उपाध्यक्ष जय कुमार तथा शोध आयाम के संयोजक मनीष कुमार भारती मौजूद थे ।
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