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बिहार में पिछले साल 450 बार हुआ पुलिस टीम पर हमला, 6 हजार से अधिक की हुई गिरफ्तारी - श्रीनारद मीडिया

बिहार में पिछले साल 450 बार हुआ पुलिस टीम पर हमला, 6 हजार से अधिक की हुई गिरफ्तारी

बिहार में पिछले साल 450 बार हुआ पुलिस टीम पर हमला, 6 हजार से अधिक की हुई गिरफ्तारी

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

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पुलिस पर हमले की बढ़ती घटनाओं से बिहार पुलिस मुख्यालय टेंशन में है। इनकी चिंता बढ़ गई है। इस बात को खुद बिहार पुलिस के ADG लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह ने शनिवार को माना हैं। जब पुलिस टीम शराब या किसी बड़े मामले में अपराधियों को पकड़ने के लिए छापेमारी करने जाती है, तो वो उग्र भीड़ का शिकार हो जाते। 2020 से शुरू हुआ ये सिलसिला अभी भी जारी है। ADG के अनुसार 2020 और 2021 में 340 बार पुलिस पर हमला हुआ था। लेकिन, 2022 में घटना कम होने की जगह और बढ़ गई। अकेले पिछले यह केस साल 450 से अधिक हो गया। हालांकि, ADG ने कहा कि पिछले साल पुलिस पर हुए हमला मामले में 6 हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

अग्निवीर के विरोध में भी पुलिस पर हुआ था हमला
पिछले साल पुलिस पर हमले की घटना क्यों बढ़ी? इस सवाल पर ADG ने बताया कि आम तौर पर दो मामलों में सबसे अधिक हमले पुलिस पर हुए। एक शराब मामले में छापेमारी के दौरान तो दूसरा बड़े अपराधियों को पकड़ने के दौरान। लेकिन, पिछले साल पुलिस पर हमले की घटना बढ़ने में तीसरी वजह भी है। वो सेना में बहाली के लिए केंद्र सरकार की योजना ‘अग्निवीर’ भी है। इस योजना के विरोध में पिछले साल कई जगहों पर विरोध-प्रदर्शन हुआ था। उस दौरान कई जगहों पर पुलिस पर हमले हुए थे।

अज्ञात पर नहीं नामजद केस दर्ज करने का आदेश
ADG ने बताया कि बिहार में थाना पर हमला या नक्सलियों द्वारा पुलिस पर हमले की घटना बिहार में शून्य हो गई है। हालांकि, क्षेत्र में जाने वाली टीम पुलिस पर हमले की घटना बढ़ती घटना बेहद गंभीर है। इस कारण सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि पुलिस पर हमला करने के मामले में अज्ञात लोगों पर केस दर्ज नहीं होगा। ऐसे केस को स्वीकार ही नहीं किया जाएगा। इस मामले में अब हमलावरों को लीड करने वालों या उसमें संलिप्त मुख्य लोगों के नाम केस में शामिल होंगे। अब नामजद FIR दर्ज की जाएगी। सभी रेंज IG और DIG को कहा गया है कि हमला करने वालों का वीडियो फुटेज लेकर उनकी पहचान करें और फिर उनका नाम केस में दर्ज करें।

कानून को लोग अपने हाथ में लेंगे जो बख्शे नहीं जाएंगे
एक बात ADG लॉ एंड ऑर्डर ने बेहद स्पष्ट कर दी है। इन्होंने कहा कि हमारा मकसद कभी आम लोगों को परेशान करने का नहीं है। मगर, जो लोग कानून को अपने हाथ में लेंगे। पुलिस पर हमला करेंगे। उन्हें अब बख्शा नहीं जाएगा। हमलोग कड़ी कार्रवाई करेंगे। उम्मीद है कि हम लोग जो प्रयास कर रहे हैं, उससे पुलिस पर हमले में कमी आएगी।

साथ ADG ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई समस्या है तो आप हम से मिलें। बात करें। मगर, कानून को अपने हाथ में नहीं ले। तोड़फोड़ नहीं करें। सरकारी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाएं। दूसरी तरफ अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जब भी छापेमारी करने के लिए टीम जाए तो उसकी संख्या अच्छी हो। इनकी संख्या कम नहीं हो। जब भी छापेमारी करने टीम जाए तो बॉडी प्रोटेक्टर और हेलमेट लेकर जाए। पूरी तैयारी के साथ जाएं।

 

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