हर्षोल्लास के साथ मनाया गया युगपुरुषोत्तम ठाकुर अनुकूलचंद्र जी का 135 वाँ जन्म महोत्सव
उमड़े श्रद्धालु. हजारों की संख्या में पहुँचे सत्संग विहार,
गाजे बाजे के बीच निकाली गई शोभा यात्रा ने लोगों का मोहा मन,
धर्मसभा में ठाकुर के बतलाए रास्ते पर चलने को किया प्रेरित.
श्रीनारद मीडिया, चंद्रशेखर, छपरा (बिहार):
जॉय राधे राधे कृष्ण कृष्ण गोविंद गोविंद बोलो रे, राधे गोविन्द गोविन्द, गोविन्द गोविंद, गोविंद बोले सदा डाको रे,
जॉय राधे राधे कृष्ण कृष्ण गोविंद गोविंद बोलो रे.
यह ठाकुर गीत बजते हीं श्रद्धालुओं में उमंग की आभा प्रस्फुटित हो गई और वे भाव विह्वल होकर झूम उठे. पूरा सत्संग विहार भक्तिमय वातावरण से ओतप्रोत हो गया. बैंड बाजे की धुन गीत को और भी आनंदमयी बना रही थी. देखते ही देखते पूरा परिसर ठाकुर के अनुयाइयों के उत्साह का गवाह बन गया. फिर एक भव्य शोभा यात्रा का शुभारंभ हुआ जो नवीगंज स्थित सत्संग विहार से निकल शहर के दौलतगंज, धर्मनाथ मंदिर होते कटरा के रास्ते हॉस्पिटल चौक पहुंची, फिर वहां से मुख्य मार्ग होते हुए राजेंद्र कालेज, गुदरी बाजार के रास्ते वापस श्रीमंदिर पहुंच धर्म सभा में तब्दील हो गई.
पूरे रास्ते ठाकुर के भजन का वादन और गायन चलता रहा. महिला पुरुष बच्चे वृद्ध सभी अपने ईष्ट की भक्ति में लीन हो शालीनता के साथ शोभा यात्रा में शामिल हुए. वंदे पुरुषोत्तमम के उद्घोष से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा. इसके पूर्व सत्संगीवृंदो द्वारा प्रातः 4:30 बजे उषा कीर्तन करते हुए नगर में प्रभात फेरी निकाली गई. 11 बजे धर्मसभा प्रारंभ हुई जिसमें कई एसपीआर ने ठाकुर से जुड़ी हुई घटनाओं की चर्चा की साथ ही मानव जीवन को सुखमय बनाने के रास्ते बताए.
देवघर से आशीर्वाद प्राप्त प्रतिनिधि के रुप में पधारे एसपीआर प्रकाश चंद्र झा दा ने ठाकुर जी से जुड़ने और उनके बताए पांच विधान जजन, जाजन, इष्टवृति, स्वस्तैनी और सदाचार के बारे में विस्तार से समझाया. वीरगंज नेपाल से पधारे अशोक चौरसिया दा ने बतलाया
कि मन, बुद्धि, चित्त और अहंकार मानव जीवन के चार विषाक्त तत्व हैं, इनसे मुक्ति का एक मात्र मार्ग इस्टगुरु को आत्मसात कर उनके श्रीचरणों में समर्पित हो जाना है. उन्होंने जीवन को रोग व शोकमुक्त बनाने के लिए ठाकुर की शरण में जाने को जरूरी बताया.
जटाधारी प्रसाद ने जेडहमारो धन राधा श्री राधा श्री राधा” तो डॉ रामजीवन प्रसाद ने “गुरुदर्शन बिन चैन न आवे” भजन कीर्तन गाकर सत्संगियों का मन मोह लिया. धर्मसभा को अरेराज से आए ब्रजकिशोर सिंह दा व जितेंद्र सिंह दा, वीरगंज नेपाल के बृजेश तिवारी दा, एसपीआर श्री राम गिरी दा आदि ने संबोधित किया. संचालन एसपीआर डॉ विनय प्रसाद ने किया.
मातृ सम्मेलन की अध्यक्षता पुष्पा गुप्ता मां ने किया.
इस अवसर पर पशुपतिनाथ सिंह, गंगा व्यास, गांधी यादव, दिलीप कुमार, हरेंद्र प्रसाद गुप्ता, अधिवक्ता, अशोक कुमार सिंह, शंभू प्रसाद सिंह, जनकदेव ठाकुर, रोहित कुमार मिश्र, रजनीश जायसवाल, ओम प्रकाश गुप्ता, शिवलाला चौधरी, पुष्पा गुप्ता मां, डा रूबी चंद्रा मां, इंदिरा मां, पूनम मां, रेणुका मां, सीमा मां, आदि की गरिमामयी उपस्थिति रही.
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