हाजी हसरत अली वारसी का 18 वां उर्स संपन्न
*रातभर हुई कव्वाली, डटे रहे श्रोता
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
सीवान जिला के पकड़ी सुल्तान स्थित हाजी हसरत अली वारसी की मजार पर बाबा हाजी हसरत अली वारसी का 18 वां सालाना उर्स बुधवार की भोर में संपन्न हो गया। इस दौरान अकीदतमंदों ने चादरपोशी की और मन्नतें मांगी। मंगलवार को इसकी शुरुआत नमाज फज्र कुरआन ख्वानी से हुई। कुल की रस्म की अदायगी और दुआएं मांगी गयीं। इस दो दिवसीय उर्स में सीवान,छपरा,नेपाल, गोपालगंज, कोलकाता, देवरिया(यूपी),गोंडा, बहराइच, देवा शरीफ सहित दूर-दूर से हजारों अकीदतमंदों ने हिस्सा लिया।बुधवार की रात सुफियाना कलामों और कव्वाली प्रेमियों की भीड़ उमड़ पड़ी। यहां कव्वालियों का शानदार मुकाबला बुधवार रात से अल सुबह तक चलता रहा, जिसे सुनने के लिए लोग रात भर डटे रहे।
दूर-दूर से आए जायरीनों ने बाबा की दरगाह में पहुंचकर मत्था टेका और फिर कव्वालियों के साथ-साथ यहां मेले का आनंद लिया। कव्वाली कार्यक्रम में कोलकाता के कव्वाल तेज वारसी, देवरिया के गुलाम वारसी और खलीलाबाद के कव्वाल गुड्डू वारसी के बीच होने वाले शानदार मुकाबले को देखने के लिए बुधवार की रात नौ बजे से ही लोगों की भीड़ उमड़ने लगी थी।
रात 10 बजे जैसे ही अतिथियों ने कार्यक्रम की शुरुआत की, एक के बाद एक सूफियाना कव्वालियां होती रही। हर कव्वाली के बाद आयोजन स्थल तालियों से गूंजता रहा। कार्यक्रम का संचालन कमेटी के सदर शमीम अंजुम वारसी ने किया। मौके पर मौलाना इब्राहिम साबरी, मौलाना अख्तर वारसी,मो रशीद सुल्तानी,सगीर वारसी, बीडीसी सदस्य मधुप मिश्र,शायर फारुक सीवानी,डॉ जाहिद सीवानी,बाबा रोशन शाह वारसी,मुख्तार शाह वारसी, राजा वारसी, शकील शाह वारसी, मुर्शीद शाह वारसी, इरशाद वारसी,सुल्तान वारसी सहित अन्य मौजूद रहे।
अल सुबह तक चले इस मुकाबले के बाद दो दिवसीय उर्स का समापन हो गया। उर्स के मौके पर बाबा की दरगाह परिसर में आकर्षक विद्युत सजावट की गई थी, जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। जैसे-जैसे रात हो रही थी उर्स परिसर में कव्वाली सुनने वालों की भीड़ भी बढ़ रही थी। लोगों के लिए आस्था का केंद्र इस दरगाह में शाम से ही मेले जैसा माहौल रहा।