साल 2016 का आईपीएल सीजन पूरी तरह से विराट कोहली के नाम रहा, लेकिन सिर्फ 8 रन से रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर यानी आरसीबी ने खिताब गंवा दिया था। इसे 8 रन भी नहीं कहेंगे, क्योंकि आरसीबी एक समय पर आसानी से जीतती हुई नजर आ रही थी। ऐसे में इसे किस्मत कहेंगे, जो उस दिन विराट कोहली के साथ नहीं थी। एक टीम जो 209 रनों का पीछा कर रही थी। 12.5 ओवरों में 140 रन बन चुके थे, लेकिन जैसे ही विराट कोहली 54 रन बनाकर आउट हुए तो विकेट गिरते चले गए और टीम 200 रन ही बना सकी। इस तरह टीम का खिताब जीतने का सूखा समाप्त नहीं हो सका, जो अभी तक चला आ रहा है।
दो नई टीमें आईं सामने
स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी के चलते सुप्रीम कोर्ट ने चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स पर दो साल का बैन लगा दिया था। ऐसे में दो नई टीमों का जन्म हुआ, जो केवल दो साल की अवधि के लिए था। एक टीम गुजरात बेस्ड थी, जिसका नाम गुजरात लायंस था। वहीं, दूसरी टीम पुणे बेस्ड थी, जिसके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थी। उस टीम का नाम राइजिंग पुणे सुपर जाएंट था।
पड़ गया सूखा
साल 2016 में महाराष्ट्र में 100 साल में पहली बार इतना सूखा देखा गया। कई शहरों में पानी की भारी कमी नजर आई। ऐसे में मुंबई, पुणे और नागपुर में होने वाले मैचों पर संकट छाया, क्योंकि बीएमसी ने भी पानी देने से इन्कार कर दिया। इसके बाद कोर्ट में ये अपील दायर की गई कि मैचों को बाहर आयोजित किया जाए। मामला हाई कोर्ट तक पहुंचा, जहां जजों ने बीसीसीआई से कहा कि आपके लिए आईपीएल मैच महत्वपूर्ण हैं या फिर लोगों की जान।
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इसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा। बीसीसीआई ने दलील दी कि हम खराब पानी का इस्तेमाल मैदान और पिच के लिए करेंगे, ना कि पीने वाले पानी का। इस दलील को स्वीकार नहीं किया गया और मैचों को अन्य शहरों में शिफ्ट किया गया। पहले मुंबई इंडियंस जयपुर में अपने मैच आयोजित कराना चाहती थी, क्योंकि राजस्थान रॉयल्स पर बैन था। हालांकि, वहां भी सूखा पड़ा था तो पानी की दिक्कत को देखते हुए वहां के लोगों ने प्रदर्शन किया तो कुछ मैचों को विशाखापट्टनम, पंजाब और अन्य शहरों में आयोजित किया गया।
हैदराबाद बनी चैंपियन
सनराइजर्स हैदराबाद ने आईपीएल 2016 के फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हराया था। 8 रन से डेविड वॉर्नर की कप्तानी वाली टीम चैंपियन बनी थी। हालांकि, जो टीम लीग फेज में चैंपियन थी, उसने अपने दोनों क्वालीफायर गंवाए थे। ये टीम सुरेश रैना की कप्तानी वाली गुजरात लायंस, जिसने 14 में से 9 मुकाबले जीतकर अंकतालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया था और दो क्वालीफायर खेले थे, लेकिन दोनों मैचों में टीम को हार मिली थी। एक मैच में बैंगलोर और एक मैच में हैदराबाद से हार झेलनी पड़ी थी।
विराट का दिखा जलवा
विराट कोहली आईपीएल के 2016 के सीजन में शेर पर सवार नजर आए। उन्होंने इस सीजन में 4 शतकों के साथ 973 रन बनाए थे, जो फ्रेंचाइजी क्रिकेट में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड था, क्योंकि एक सीजन में 4 शतक और इतने रन किसी भी बल्लेबाज ने नहीं बनाए थे। यहां तक कि आईपीएल के 16 साल के इतिहास में एक भी बार कोई बल्लेबाज 900 से ज्यादा रन नहीं बना सका। हालांकि, पिछले साल 4 शतक जरूर जोस बटलर ने राजस्थान रॉयल्स के लिए बनाए थे, लेकिन उनके रनों की संख्या भी 900 से कम रही।
पर्पल कैप भुवी के नाम
सनराइजर्स हैदराबाद के लिए तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने शानदार गेंदबाजी की। भुवनेश्वर ने 17 मैचों में 23 विकेट अपने नाम किए थे और वे पर्पल कैप होल्डर बने थे। इकॉनमी रेट उनका उस सीजन में 7.42 का था। एक बार वे 4 विकेट निकालने में सफल हुए थे। आरसीबी के युजवेंद्र चहल 13 मैचों में 21 विकेट निकालने में सफल हुए थे, जबकि ऑलराउंडर शेन वॉटसन ने 20 विकेट 16 मैचों में चटकाए थे।
पहली बार जले स्टंप्स और बेल्स
आईपीएल 2016 में पहली बार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने एलईडी स्टंप्स और बेल्स का इस्तेमाल किया, जिससे फैसले देने में और भी ज्यादा आसानी होती है। हालांकि, इसका खर्चा बहुत ज्यादा था, लेकिन लीग की लोकप्रियता के कारण बीसीसीआई ने इस लीग में भी LED वाले स्टंप्स का प्रयोग किया।
पहली बार हुआ ऐसा
पेज प्लेऑफ सिस्टम की शुरुआत के बाद से आईपीएल का यह एकमात्र संस्करण था, जहां लीग चरण के अंत में शीर्ष 2 के बाहर समाप्त होने वाली टीम ने आईपीएल खिताब जीता। यहां तक कि 2012 और 2021 के साथ केवल तीसरा संस्करण ऐसा था, जहां शीर्ष 2 टीमों में से एक फाइनल में जगह बनाने से चूकी।