खालिस्तान समर्थकों पर होगी कड़ी कार्रवाई,क्यों?

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भारतीय दूतावास पर हमले के मामलों में भारत चाहता है कड़ी कार्रवाई

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

विदेश की धरती से भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा खड़ा करने और साजिश रचने वालों की अब खैर नहीं है। केंद्र सरकार ने बेहद सख्त रुख अपनाते हुए विदेश में बैठे खालिस्तान समर्थकों पर कड़ी कार्रवाई का फैसला किया है। अलगाववादी अमृतपाल सिंह के विरुद्ध पंजाब में कार्रवाई होने पर लंदन में भारतीय उच्चायोग पर प्रदर्शन व तिरंगे का अपमान करने वालों पर दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

विदेश में बैठे खालिस्तान समर्थकों के रिश्तेदारों पर हो सकती है कार्रवाई

केंद्र ने पंजाब सरकार से उन लोगों की पहचान करने को कहा है जो उपद्रव में शामिल थे। दोषी पाए जाने पर इनके पासपोर्ट रद किया जाएगा। पंजाब पुलिस भी विदेश में बैठे खालिस्तान समर्थकों के रिश्तेदारों और स्वजन पर शिकंजा कस सकती है। जरूरत पड़ी तो उन पर भी एफआइआर दर्ज की जा सकती है।

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि 19 मार्च की घटना के बाद विदेश मंत्रालय ने अपने स्तर पर जांच की थी, जिसमें पता चला कि घटना में कुछ ऐसे लोग भी शामिल थे जिनके पास भारतीय नागरिकता है।

इस मामले पर स्पेशल सेल ले रही आइबी से मदद

जांच की रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी गई फिर गृह मंत्रालय के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान की रोकथाम (पीडीपीपी) की धाराओं के तहत एफआइआर दर्ज की है।

स्पेशल सेल इस मामले में आइबी की मदद ले रही है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि प्रदर्शन में शामिल कई लोग भारतीय पासपोर्ट की मदद से ब्रिटेन पहुंचे और वहां देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।

कई देशों से पहुंचे थे प्रदर्शनकारी

पुलिस यह भी पता कर रही कि घटना से पहले भारत से कितने लोग लंदन गए थे। आशंका है कि उच्चायोग पर आयोजित प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कई देशों से खालिस्तान समर्थक आए थे। इनमें कितने ऐसे लोग हैं जिनके पास भारतीय नागरिकता है उसकी जानकारी पुलिस जुटा रही है।

प्रसारित वीडियो से की जा रही पहचान

इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो से पता लगाया जा रहा है कि ये खालिस्तान समर्थक पंजाब के किस शहर और गांव के रहने वाले हैं। दर्जनभर लोगों की पहचान कर ली गई है। एक व्यक्ति जंडियाला गुरु के एक गांव का रहने वाला है।

वीडियो में कुछ लोग तरनतारन, मजीठा, होशियारपुर और संगरूर के भी बताए जा रहे हैं। वे तिरंगा का अपमान करते दिख रहे हैं। पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा को पता चला है कि इंग्लैंड में बैठा गुरचरण सिंह भारत के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहा है। वह तरनतारन के किसी गांव का रहने वाला है। उस पर इंग्लैंड में बैठे हिंदुओं को धमकाने का भी आरोप है।

यह है मामला

19 मार्च को लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर खालिस्तान समर्थकों की भीड़ ने प्रदर्शन किया था। खालिस्तान समर्थकों ने उच्चायोग पर लगे तिरंगे को उतारने की कोशिश की थी। तिरंगे के अपमान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भारत ने दिल्ली में ब्रिटिश राजनयिक को तलब कर भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा पर स्पष्टीकरण मांगा था। कहा था कि ब्रिटेन में भारतीय राजनयिक परिसरों और कर्मियों की सुरक्षा में दिखी बेरुखी को किसी भी तरह से स्वीकार नहीं किया जा सकता है।

भारतीय दूतावास पर हमले के मामलों में भारत चाहता है कड़ी कार्रवाई

खालिस्तान समर्थकों द्वारा हाल के दिनों में कई देशों में स्थित भारतीय मिशनों पर हुए हमलों के मामलों में भारत आश्वासन नहीं कार्रवाई चाहता है। यह बात ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा और आस्ट्रेलिया की सरकारों को बता दी गई है। यह बात विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कही है।

बागची ने कहा, लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग, सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास, ब्रिटिश कोलंबिया और ब्रिस्बेन स्थित वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं पर भारत ने संबंधित देशों की सरकारों से कड़ा विरोध जताया है। साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अपेक्षा की है।

19 मार्च को लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में हुई थी तोड़फोड़

हमने अपने उच्चायोगों, दूतावासों और महत्वपूर्ण कार्यालयों की सुरक्षा पर गंभीरता दिखाने के लिए विदेशी सरकारों से किया है। अपने कार्यालयों से भी कहा है कि वे खतरा महसूस होने पर तत्काल संबंधित सरकारों व प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाएं। उल्लेखनीय है कि 19 मार्च को लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में तोड़फोड़ के साथ ही राष्ट्रध्वज का अपमान हुआ था। अगले दिन सैन फ्रांसिस्को स्थित वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ हुई।

जाकिर नाइक को लाने के सारे प्रयास कर रहा भारत

एक प्रश्न के उत्तर में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि टेलीविजन पर भड़काऊ बातें कहकर माहौल खराब करने वाले जाकिर नाइक को भारत लाने के संबंध में सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। नाइक पर धन को अवैध तरीके से विदेश भेजने के साथ ही कई अन्य आरोप भी हैं। वह 2016 से देश से बाहर है।

न्यायालय ने नाइक को भगोड़ा घोषित कर रखा है। वह कई वर्षों से मलेशिया, ओमान और कुछ अन्य देशों में रहकर भड़काऊ बयानबाजी कर रहा है। उसका ओमान में 27 मार्च को भी एक कार्यक्रम है।

चोकसी को भारत के कानूनी दायरे में लाया जाएगा

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत की न्यायिक व्यवस्था में लाने के लिए भी हर संभव प्रयास होंगे। चोकसी पंजाब नेशनल बैंक के साथ हुए 13 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोपी है।

उसके खिलाफ इंटरपोल द्वारा जारी रेड कार्नर नोटिस हाल ही में रद हुआ है। इसके बाद वह एंटीगुआ और बरबूडा से किसी अन्य देश में आसानी से जा सकता है। एंटीगुआ में वह 2018 से रह रहा है। रेड कार्नर नोटिस रद होने के मामले में सीबीआइ ने मंगलवार को कहा है कि वह इस मामले में इंटरपोल से अपनी आपत्ति दर्ज कराएगी और नोटिस को बहाल करने के लिए कहेगी।

 

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