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क्या मनीष कश्यप को तमिलनाडु ले जाएगी पुलिस?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप को तमिलनाडु की पुलिस अपने साथ लेकर जाने के लिए बेउर जेल पहुंच गई है। तमिलनाडु पुलिस की अर्जी पर पटना के स्पेशल कोर्ट ने ट्रांजिट रिमांड पर ले जाने की अपनी मंजूरी दे दी थी। इसकी पुष्टि आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की तरफ से की गई है। EOU के अनुसार तमिलनाडु पुलिस अपने साथ लेकर जाएगी। वहां उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। पहले यह बात सामने आई थी कि मनीष को तमिलनाडु लेकर चली गई है।

फिर उसे रिमांड पर लेकर तमिलनाडु की पुलिस पूछताछ करेगी, क्योंकि वहां की पुलिस के सामने भी बिहारियों की पिटाई करने के मामले में वायरल किए गए फर्जी वीडियो को लेकर कई सवाल खड़े हैं। जिनका जवाब तमिलनाडु की पुलिस जानना चाहती है।

वहां के 6 केस में है नामजद
बिहारियों की पिटाई और उसके फर्जी वीडियो को वायरल करने के मामले में वैसे तो तमिलनाडु पुलिस ने 13 केस दर्ज किए थे। लेकिन, इनमें से 6 केस ऐसे हैं, जिसमें मनीष कश्यप नामजद है। इनमें अकेले तीन केस कृष्णागिरी थाना में दर्ज है।

इसके अलावा बरगस और त्रिपुर में एक-एक केस में मनीष कश्यप और उसके यूट्यूब चैनल ‘सच तक’ का नाम शामिल है। EOU से जुड़े सूत्र बताते हैं कि तमिलनाडु की पुलिस अपने यहां दर्ज हर एक केस में उसे रिमांड पर लेगी और पूछताछ करेगी।

किसी को भनक नहीं लगी

मनीष कश्यप को तमिलनाडु ले जाया गया है। इस बात की भनक पटना में किसी को नहीं लगी। सबसे पहले भास्कर ही आपको बता रहा है। दरअसल, इस काम को पूरी तरह से फुलप्रूफ प्लान के तहत अंजाम दिया गया। तमिलनाडु मामले में मनीष कश्यप के पर पटना में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने कुल 3 FIR दर्ज किए। इसके बाद उसकी गिरफ्तारी के लिए कई दिनों तक छापेमारी की। कई दिनों तक मनीष फरार रहा। उसी दौरान वह वीडियो के जरिए सामने भी आता रहा। वह बिहार में सरकार गिराने की धमकी भी देता रहा। पर EOU के दबाव के कारण उसे सामने आना पड़ा।

18 मार्च को सरेंडर किया था, 2 बार पुलिस रिमांड पर

18 मार्च को उसने बेतिया के मझौलिया थाना के केस में घर की कुर्की जब्ती होने पर जगदीशपुर आउट पोस्ट पर जाकर खुद को सरेंडर किया था। फिर उसी दिन EOU की टीम उसे अपने साथ लेकर बेतिया से पटना आई। इसके बाद 19 मार्च को उसे पटना के स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। तब स्पेशल कोर्ट से मनीष कश्यप को 7 दिनों के रिमांड पर मांगा गया था।

मगर, 24 घंटे का ही रिमांड मिला। जब अवधि पूरी हो गई तो फिर कोर्ट में पेश कर उसके 7 दिनों की रिमांड दोबारा मांगी गई। पर 4 दिनों का मिला। पूछताछ के बाद 27 मार्च को उसे कोर्ट में पेश किया गया और फिर उसे जेल भेज दिया गया। कहा ये जार हा था कि तमिलनाडु पुलिस के ट्रांजिट रिमांड पर अभी सुनवाई नहीं हुई है।

मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में प्रवासी बिहारी मजदूरों पर हमले का फेक वीडियो बनाने और उसे वायरल करने का आरोप है। पटना में मनीष के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई ने तीन केस किए हैं।

पिछले 5 दिनों से मनीष कश्यप लगातार EOU के रिमांड पर था। पहले वो महज एक दिन के रिमांड पर जांच एजेंसी को सौंपा गया था। पर डिटेल पूछताछ नहीं हो पाने के कारण जांच एजेंसी ने उसकी रिमांड की अवधि बढ़ाने की मांग की थी। इसके बाद ही कोर्ट ने फिर 4 दिन के लिए दोबारा रिमांड पर देने का आदेश दिया। कल EOU ने दोबारा रिमांड की अपील नहीं की थी। जिसके बाद कल सोमवार को उसे फिर से जेल भेज दिया गया था।

दो केस में रिमांड पर लेगी तमिलनाडु पुलिस

तमिलनाडु पुलिस ने मनीष कश्यप को रिमांड पर लेने की तैयारी कर ली है। संभावना है कि रिमांड मिलते ही तमिलनाडु पुलिस अपने साथ ले जाएगी। तमिलनाडु में भी मनीष कश्यप के ऊपर दो FIR दर्ज है। मनीष कश्यप के खिलाफ तमिलनाडु के कृष्णागिरी और बरगुर थाने में केस दर्ज है।

इधर मनीष के पार्टनर और ‘सच तक’ कंपनी के डायरेक्टर मणि द्विवेदी पर भी EOU का शिकंजा कसता जा रहा है। उसके फ्लैट से आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने 3 रजिस्टर और 2 चिप कार्ड बरामद किया है। जिसे जांच एजेंसी ने जब्त कर लिया है।

रजिस्टर में रुपयों का लेन-देन

बरामद किए गए रजिस्टर में रुपयों के लेन-देन का हिसाब लिखा हुआ है। अब इस रजिस्टर को EOU की टीम काफी बारीकी से जांच करेगी। रुपयों का लेनदेन कब, क्यों और किसके साथ किए गए? इसकी पड़ताल होगी।

सोमवार को EOU की तरफ से इसकी पुष्टि की गई है। वहीं, जब्त किए गए चिप कार्ड को भी खंगाला जाएगा। इस बात की पड़ताल की जाएगी कि कार्ड के अंदर क्या-क्या रखा हुआ है? कहीं कोई वीडियो तो नहीं है? इसके अलावा कुछ और डॉक्यूमेंट्स भी फ्लैट से जब्त किए गए हैं।

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