शर्मिला टैगोर ने हाल ही में एन इवनिंग इन पेरिस (1967) में उनके बिकनी सीन को मिली प्रतिक्रिया के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री सहित जनता इससे ‘काफी हैरान’ है. दिग्गज अभिनेत्री ने कहा कि उस समय संसद में भी इसके बारे में सवाल पूछे गए थे. शर्मिला ने यह भी याद किया कि कैसे उन्होंने अपने ड्राइवर से आधी रात में अपने घर के पास फिल्म का एक पोस्टर हटाने के लिए कहा, क्योंकि उनकी सास ‘शहर आ रही थीं’.
बिकिनी सीन पर बोली शर्मिला टैगोर
शर्मिला टैगोर ने कहा कि उन्हें एहसास हुआ कि ‘एक ग्लैमरस छवि बहुत अच्छी होती है’, लेकिन अगर उन्हें गंभीरता से लिया जाना है, तो उन्हें इससे कहीं ज्यादा होना होगा. उन्होंने कहा कि आराधना (1969) उस समय आई थी, और तभी से, उन्होंने ‘जानबूझकर अपनी स्क्रिप्ट’ चुननी शुरू कर दी. अपनी फिल्म एन इवनिंग इन पेरिस की प्रतिक्रिया के बारे में बोलते हुए, शर्मिला टैगोर ने द टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा, “जब मैंने पेरिस में सीन किया, तो मेरा बिकनी दृश्य चौंकाने वाला था. इंडस्ट्री समेत जनता काफी हैरान थी. मेरा माननाहै कि उस समय संसद में प्रश्न पूछे जाते थे. हालांकि आज हम जिस तरह की फिल्में देखते हैं, उसकी तुलना में यह अब बहुत मासूम लगती है.
शर्मिला पोस्टर हटाने पर हुई थी मजबूर
उन्होंने फिल्म की रिलीज के आसपास की एक घटना को याद करते हुए कहा, “मुझे याद है कि सड़क पर (उनके घर के पास) फिल्म का एक पोस्टर लगा हुआ था, और मेरी सास शहर आ रही थीं, इसलिए मैंने अपने ड्राइवर को रात के मध्य में उस पोस्टर को हटा देने के लिए कहा. इस बात का एहसास नहीं हुआ था मुझे कि हवाईअड्डे से रास्ते में अन्य पोस्टर भी हो सकते हैं.” शर्मिला ने यह भी कहा कि आराधना के बाद, उन्होंने अमर प्रेम (1972), अविष्कार (1974), मौसम (1975) और नमकीन (1982) जैसी फिल्में कीं, जो उन्हें प्रभावित करती हैं. उन्होंने कहा कि वह खुद को ग्लैमर से परे ले जाने में कामयाब रही, ‘ग्लैमर हमेशा के लिए नहीं है’. शर्मिला टैगोर ने हाल ही में गुलमोहर के साथ अभिनय में वापसी की. राहुल चित्तेला द्वारा निर्देशित इस फिल्म में मनोज बाजपेयी, सूरज शर्मा और अन्य भी हैं और इसे 3 मार्च, 2023 को डिज्नी + हॉटस्टार पर रिलीज किया गया था.