शिक्षकों ने जाति जनगणना कार्य का विरोध कर बिहार सरकार के बिरुद्ध किया प्रदर्शन
शिक्षकों ने सामग्री लेने से किया इनकार
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर, सारण (बिहार):
15 अप्रैल से दूसरा चरण के होने वाले जाति जनगणना कार्य का नियोजित शिक्षकों ने विरोध कर सरकार द्वारा लाई गई नई शिक्षा निमावली के बिरुद्ध शनिवार को संयुक्त शिक्षक मोर्चा के तत्वधान में प्रखण्ड मुख्यालय के समक्ष आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया।प्रदर्शन का नेतृत्व शिक्षक नेता अजित पांडेय व शैलेन्द्र यादव ने किया।शिक्षकों ने सरकार के बिरुद्ध जमकर नारेबाजी किया।शिक्षकों ने कहा कि सरकार शिक्षकों के साथ वादा खिलाफी का कार्य किया है।
नई नियमावली में शिक्षकों के हित मे कुछ भी नही है।सरकार की नई निमावली में संशोधन की मांग करते हुए शिक्षकों को स्थानन्तरण की सुविधा के साथ ,पुरानी पेंशन की मांग किया।शिक्षक नेता नीरज कुमार,प्रभात सिंह ने साफ कहा कि यह लड़ाई आर पार की लड़ाई है।हम सभी शिक्षक सरकार से लड़ाई के लिए संकल्पित है।जबतक सरकार घोषणा नही करती है हमलोग मानने वाले नही है।
इसके पूर्व प्रखण्ड मुख्यालय के बीआरसी सभागार में संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा के तत्वधान शनिवार को नियोजित शिक्षकों की एक बैठक आहूत हुई।जिसकी अध्यक्षता नरेंद्र शर्मा ने किया।इस बैठक में संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा का गठन की गई।जिसमे अध्यक्ष अजित पांडेय,सचिव शैलेन्द्र यादव,उपाध्यक्ष नीतू कुमारी,संयुक्त सचिव प्रभात सिंह,महा सचिव शम्भूनाथ पश्वान बनाये गए।
अंत में शिक्षकों के एक शिष्टमण्डल ने बीडीओ मंजूल मनोहर मधुप को एक ज्ञापन सौंपा।इस मौके पर नरेंद्र शर्मा,विश्वकर्मा शर्मा,हरेश्वर सिंह,अनिल सिंह,सुनील राम,अरविंद सिंह,गणेश राम,निर्मल पांडेय,नितुकुमारी,रानी कुमारी,मंजू देवी,शम्भू नाथ प्रसाद,बीरेन्द्र राम,अरुण मांझी,अनन्त देव हरिवंशी,संजय सिंह,समेत सैकड़ो शिक्षक मौजूद थे
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