शराब पी-पीकर लिखी गई शराबबंदी की स्क्रिप्ट-अश्विनी चौबे

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने शराबबंदी को लेकर बिहार सरकार पर सवाल उठाए हैं। कैमूर में उन्होंने कहा है कि शराबबंदी की स्क्रिप्ट शराब पी-पीकर लिखी गई थी। इसी कारण लगातार जहरीली शराब से बिहार में मौतें हो रही हैं। केंद्रीय मंत्री ने इसके लिए पूरी तरह से सरकार को दोषी माना है। साथ ही कहा कि अगर भाजपा का शासन आया 2025 में तो लोगों को अमृत पिलाया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के अगल-बगल शराब माफिया और शराबियों का जमावड़ा रहता है। मुख्यमंत्री के दफ्तर में और इनके इर्द-गिर्द शराबियों की भरमार है। उनसे जब पूछा गया कि क्या बिहार में भाजपा का शासन आने पर शराब की बिक्री शुरू होगी तो उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनने दीजिए तो अमृत राज होगा। बिहार में लोगों को अमृत पिलाया जाएगा।

मुआवजे के ऐलान पर भाजपा अब सवाल खड़े कर रही है।
मुआवजे के ऐलान पर भाजपा अब सवाल खड़े कर रही है।

दरअसल बिहार में जहरीली शराब से मौतें हो रही हैं, जिस पर सियासत भी तेज हो गई है। अभी हाल ही में मोतिहारी में 34 लोगों की जान चली गई। हो-हल्ला हुआ तो नीतीश सरकार ने मुआवजे का ऐलान कर डाला। इस पर भाजपा अब सवाल खड़ा कर रही है। कहा जा रहा है कि शराबबंदी कानून अगर सही से पालन कराया गया होता तो इस तरह लोगों की मौतें नहीं होती।

बिहार में यूपी मॉडल की वकालत कर रहे चौबे

इससे पहले अश्विनी चौबे ने गुरुवार को सासाराम में कहा था कि बिहार में योगी मॉडल की जरूरत है। बिहार को बुलडोजर बाबा और यूपी मॉडल चाहिए। तभी यहां कानून का राज होगा। नीतीश कुमार ने बिहार में फिर से जंगल राज ला दिया है। एक महिला पदाधिकारी को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। ऐसे मुख्यमंत्री को एक मिनट सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। उन्हें जनता खदेड़ कर रहेगी।

मोतिहारी में जहरीली शराब से हुई मौतों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया है। नीतीश ने कहा कि हम जहरीली शराब से मरे लोगों के परिवारों को मुआवजा देंगे। CM रिलीफ फंड से परिवारों को मदद दी जाएगी। अगर सबकुछ ठीक ठाक रहेगा तो शराब से मौत पर परिजन को 4 लाख का मुआवजा मिलेगा।

इस मुआवजे के लिए मुख्यमंत्री ने एक शर्त भी रखी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों की मौत जहरीली शराब से हुई है उनके परिवार हमें लिखित में देंगे कि वे राज्य में शराबबंदी के पक्ष में हैं। वे शराब पीने के खिलाफ हैं। तब हम उनकी मदद करेंगे। बता दें कि 2016 में ही बिहार में शराबबंदी लागू हुई थी। इसके सारण में शराब से हुई मौतों पर सरकार ने मुआवजा देने से मना कर दिया था।

बिहार सरकार ने 2016 के बाद जहरीली शराब से हुए मौत पर मुआवजे का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते सोमवार को खुद इसकी जानकारी दी। बिहार CM के मुताबिक, उन सभी परिवारों को मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से 4 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा।

इस मामले को लेकर पटना के अलग-अलग जगहों पर पहुंची और जहरीली शराब से मौत पर मिलने वाले मुआवजे पर लोगों से राय जानने की कोशिश की। सवाल था- जहरीली शराब से मरने वालों के परिजनों को नीतीश सरकार मुआवजा देने जा रही है…क्या यह सही है?

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