बिपरजॉय चक्रवाती तूफान को लेकर PM Modi ने की समीक्षा बैठक

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भीषण चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के प्रभाव से निपटने की तैयारियों का आकलन करने के लिए सोमवार को एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पीएम मोदी के, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, पृथ्वी विज्ञान सचिव एम रविचंद्रन सहित कई अधिकारी शामिल हुए।

गुजरात के कई जिलों के लिए IMD का अलर्ट

वहीं, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुजरात में सौराष्ट्र और कच्छ के तटों पर चक्रवातों के लिए रविवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग ने अपने एक ट्वीट में कहा कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास गुरुवार दोपहर यानी 15 जून को बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में पहुंचने की संभावना है। विभाग के मुताबिक, इस दौरान 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 15 जून को दोपहर के आसपास गुजरात तट से टकराएगा। इस दौरान कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में गुरुवार शाम तक 135-145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफान आ सकता है। इस दौरान 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और भारी बारिश होगी।

पीएम मोदी ने अधिकारियों के साथ बैठक में आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी उपाय उठाने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार को निर्देशित करते हुए कहा कि सरकार संवेदनशील स्थानों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित रूप से निकाल ले और बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल आदि जैसी सभी आवश्यक सेवाओं का रखरखाव सुनिश्चित करे।

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर गृह मंत्रालय लगातार चौबीसों घंटा स्थिति की समीक्षा कर रहा है और मंत्रालय राज्य सरकार और संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के साथ लगातार संपर्क में है।एनडीआरएफ ने 12 टीमों को पहले से ही तैनात कर दिया है, जो नावों, पेड़ काटने वालों, दूरसंचार उपकरणों आदि से लैस हैं और 15 टीमों को स्टैंडबाय पर रखा है।

इस भीषण तूफान के मद्देनजर भारतीय तट रक्षक और नौसेना ने राहत, खोज और बचाव कार्यों के लिए जहाजों और हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है। वायु सेना और इंजीनियर टास्क फोर्स इकाइयां, नावों और बचाव उपकरणों के साथ तैनाती के लिए स्टैंडबाय पर हैं।

इस तूफान को लेकर अधिकारियों ने कहा कि कच्छ, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, जामनगर, जूनागढ़ और मोरबी के तटीय जिलों में समुद्र के किनारे रहने वाले लोगों को निकालना शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि सौराष्ट्र-कच्छ और गुजरात के कई जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है और मछली पकड़ने की गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने आगे बताया कि मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने के लिए कहा गया है।

कच्छ के तटीय इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है और सभी स्कूल और कॉलेजों को 15 जून तक बंद कर दिया गया है। इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित जिलों में राष्ट्रीय और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ और एसडीआरएफ) की टीमों को तैयार रखा गया है और प्रशासन सेना, नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के संपर्क में है।मौसम विभाग ने अगले तीन घंटे में द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, राजकोट, दाहोद, छोटा उदेपुर, नर्मदा, भरूच, वलसाड, नवसारी, तापी, वडोदरा, डांग, अमरेली, भावनगर में भारी बारिश होने की संभावना जताई है।

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि  चक्रवात बिपरजॉय के लिए 14 जून के लिए ऑरेंज अलर्ट और सभी जिलों के लिए 15 जून के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान उन्होंने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।पोरबंदर के 31 गांवों से अब तक 3,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है, जबकि देवभूमि द्वारका में 1,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

 

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