सुख रहे धान के बिचड़े को देख किसान परेशान
श्रीनारद मीडिया, एम सावर्ण, भगवानपुर हाट ( सिवान):
आग उगल रही मौसम के कारण जन जीवन जहां तबाह है । वही खेतों में नर्सरी तैयार कर किसान द्वारा डाले गए धान के बिचड़े गर्मी के कारण पीले पड़ने लगे है । अपने अपने नर्सरी में
सुख रहे धान के बिचड़े के सेहत को देख किसान काफी परेशान होने लगे है । धान के बिचड़े को बचाने के लिए किसान एक दिन बाद पंप सेट से पानी खरीद कर डाल रहे है ।
प्रति घंटा 250 रूपये के दर से किसान पानी खरीद कर सुख रहे बिचड़े को बचाने का हर संभव प्रयास कर रहे है लेकिन सूर्य के तपिश के कारण नर्सरी में डालें गए बिचड़े सुख रहे है । बिचड़े को सूखते तथागर्मी के कारण रोग ग्रस्त होने के कारण किसान अपने भविष्य को ले काफी चिंतित होने लगे है ।
कृषक अखिलेश्वर सिंह , संजय सिंह , नवल महतो , अशोक रस्तोगी , राज किशोर पांडेय बताते है कि एक तरफ मौसम के बेरुखी तथा दूसरी ओर सरकार के उदासीनता के कारण किसानों के समक्ष अन्न के अभाव में भूख से मरने के सिवाय को रास्ता नही है । उक्त सभी किसानों ने बताया कि महंगे दर पर खाद , बीज , पानी खरीद कर बिचड़ा डाला गया लेकिन आधे बीज तो
अंकुरण से पहले ही दम तोड दिए । जिसका अंकुरण हुआ भी तो गर्मी के कारण पीले हो सूखने लगे है । किसानों को बदहाली से निकालने के लिए किसी भी स्तर पर अभी तक प्रयास तक नही किए जाने से किसान सरकार , प्रशासन एवं जन प्रतिनिधियों के प्रति आक्रोश व्यक्त करते देखे जा रहे है । किसानों ने स्थानीय विधायक एवं सांसद के प्रति अपनी नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि जन प्रतिनिधियों को सिर्फ वोट से मतलब है । वोटरों से नही । किसान अखिलेश्वर सिंह , संजय सिंह , ओम प्रकाश पांडेय ने कहा कि ग्राम सारी पट्टी में सिंचाई के दो दो साधन नहर एवं राजकीय नलकूप होने के बावजूद भी पानी का अभाव पड़ा है
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