गोंडा व उन्नाव में हुए पत्रकार उत्पीड़न को लेकर पत्रकार प्रेस महासंघ ने की बैठक

गोंडा व उन्नाव में हुए पत्रकार उत्पीड़न को लेकर पत्रकार प्रेस महासंघ ने की बैठक

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

उत्पीड़न के मामलों को लेकर प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डीएम को देने की हुई बात

संगठन के विस्तार में नए सदस्यों को माल्यार्पण वा कार्ड देकर किया गया सम्मानित

श्रीनारद मीडिया, लक्ष्‍मण सिंह, बाराबंकी (यूपी):

पत्रकार प्रेस महासंघ के सतरिख नाका स्थित जिला कार्यालय पर तमाम पत्रकारों की एक अहम बैठक पत्रकार उत्पीड़न व पत्रकारों में एकता को लेकर आहूत की गई। जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष मोहम्मद आदिल तन्हा ने की। मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश मध्य अध्यक्ष संजय वर्मा पंकज, प्रदेश मध्य उपाध्यक्ष मनोज शर्मा, देवीपाटन मंडल अध्यक्ष देवेंद्र नाथ मिश्रा सहित तमाम पत्रकार मौजूद रहे। बुधवार को पत्रकार प्रेस महासंघ की बैठक में प्रदेश के गोंडा जिले में छेतानी नामक स्थान पर पुलिस द्वारा पत्रकार के कार्यालय में घुसकर पत्रकारों को मारना पीटना व खाकी का दुरुपयोग करते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजे जाने को लेकर व उन्नाव जिले में भी पत्रकार उत्पीड़न के मामले में विरोध जताते हुए बैठक में सभी पत्रकारों ने एक स्वर में विरोध किया प्रदेश अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान सरकार राम राज्य के नाम पर रावण राज को घोषित कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पूर्व कार्यकाल में जारी अध्यादेश जिसमें पत्रकार उत्पीड़न पर 3 साल की सजा वाह भारी जुर्माने का प्राविधान था।

उसमें आज तक किसी भी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ कोई कार्यवाही ना होना इस बात का जीवंत प्रमाण है कि सरकार व पुलिस प्रशासन के खाने के दांत और हैं दिखाने के और, लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में संविधान को ही अगर आधार माना जाए तो पत्रकार तो दूर की कौड़ी है किसी अपराधी को भी पीटना कानूनन जुर्म ही है और किसी को भी इसका अधिकार प्राप्त नहीं है। लेकिन पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मामलों में निर्लज्जता पूर्वक यह कहना कि पत्रकारों के खिलाफ आपराधिक मामले थे कहीं यह साबित नहीं करता कि पत्रकारों के कार्यालय में घुसकर पुलिस तांडव मचाए। जारी अध्यादेश में स्पष्ट प्रावधान है कि पत्रकारों के मामले में राजपत्रित अधिकारी ही जांच करेगा कहीं भी देखने में नहीं आया। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा की भाजपा का शासन काल इंदिरा गांधी के इमरजेंसी शासन काल के से भी गैर गुजरा है कम से कम उस इमरजेंसी में सरकार ने घोषणा तो इमरजेंसी की कीथी। लेकिन वर्तमान सरकार लोकतंत्र के नाम पर भ्रष्टाचार पोषित सरकार चला रही है जिसमें चतुर्थ स्तंभ को छोड़कर बाकी तीनों स्तंभ पर भ्रष्टाचार वा भाई भतीजावाद को लेकर बदनाम है।

बैठक में बोलते हुए देवीपाटन मंडल के अध्यक्ष देवेंद्र मिश्रा ने कहा कि पत्रकारों को अपने लेखन के क्षेत्र में पूरी जानकारी होनी चाहिए तथा नियम कानून के बारे में भी बारीक से बारीक जानकारी रखनी चाहिए। जिससे वह उत्पीड़न के शिकार ना हो पत्रकार पवन श्रीवास्तव ने कहा ज्ञापन से कुछ नहीं होगा पत्रकारों को अब मुख्यमंत्री कार्यालय के आगे धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होना पड़ेगा तभी कोई बात बनेगी। अयोध्या प्रसाद मिश्रा ने पत्रकारों की एकता पर बल दिया। पत्रकार रामदुलारी पटेल ने कहा की पत्रकारों में आपस में भेदभाव नहीं होना चाहिए।किसी भी पत्रकार के उत्पीड़न पर सभी पत्रकारों को एक स्वर में उत्पीड़न का पुरजोर विरोध करना चाहिए।

संबंधित अधिकारियों तक जाकर अपना पक्ष रखना चाहिए।भूपेंद्र मिश्रा ने कहा चतुर्थ स्तंभ पर जारी हमले निंदनीय है पत्रकारों को एक साथ इन हम लोग का विरोध करते हुए अपने लेखन में भी संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सवाल खड़े करने चाहिए। जिला महामंत्री सर्वजीत वर्मा ने बोला की उत्पीड़न के मामलों में ये देखना जरूरी है मान लीजिए कि पत्रकार गलत था लेकिन उनके साथ मारपीट का या स्वयं दंड देने का अधिकार पुलिस को संविधान के किस धारा के अंतर्गत दिया गया।सरकार को यह बताना चाहिए अगर यह असंवैधानिक है तो संबंधित अधिकारियों को सेवा से ही मुक्त कर देना चाहिए।

जिला अध्यक्ष मोहम्मद आदिल तन्हा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा बतौर जिला अध्यक्ष मेरा दायित्व है कि कोई भी पत्रकार जो किसी भी संगठन से जुड़ा हो उसके साथ कोई उत्पीड़न होता है तो मुझसे शिकायत कर सकता है बतौर जिला अध्यक्ष मैं पूरी निष्ठा से पत्रकारों के उत्पीड़न के मामले में जो भी न्याय उचित होगा वह करूंगा और हर हाल में पत्रकार साथियों को न्याय दिलवाऊंगा यह मेरा दायित्व भी है और मेरा मानना भी यही है। जिलाध्यक्ष ने पत्रकार उत्पीड़न के सामने आए मामलों में जिसमें जिले के मसौली थाना अंतर्गत एक सम्मानित हिंदी दैनिक अखबार से जुड़े पत्रकार उत्पीड़न के मामले में सहित अन्य सभी मामलों में एक मांग पत्र तैयार करने का दायित्व पूर्व जिला उपाध्यक्ष भूपेंद्र नाथ मिश्रा, महामंत्री सर्वजीत वर्मा, पत्रकार गंगा प्रसाद श्रीवास्तव से तैयार करने का आग्रह किया।

जिसमें उत्पीड़न के मामले में पत्रकार संगठनों के प्रतिनिधि को शामिल कर दूसरे जिले के अधिकारियों से जो कम से कम आईएएस आईपीएस रैंक के हो जांच करवाने वह पत्रकारों को सुरक्षा देने के लिए पत्रकार सुरक्षा अधिनियम की उठ रही मांग का संविधान में प्रदान करने संबंधी मांग भी मांग पत्र में उल्लेखित करने का निर्देश दिया। कार्यक्रम के अंत में अयोध्या प्रसाद उपाध्याय, उस्मान चौधरी, रामदुलारी पटेल, सद्दाम राईन, मोहम्मद तौफीक, शरद श्रीवास्तव को संगठन के आई कार्ड प्रदान किए गए व माल्यार्पण कर प्रदेश अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष सहित तमाम पदाधिकारियों का स्वागत में किया गया।

बैठक में नए पत्रकारों ने लाखू आlराम पटेल अरशद जमाल ने संगठन की सदस्यता ग्रहण की जिनका माल्यार्पण कर जिला महामंत्री सर्वजीत ने स्वागत किया। इस दौरान बलराम केसरी के उप संपादक शैलेंद्र सिंह पटेल, गंगा प्रसाद श्रीवास्तव, विपिन शर्मा, गुलशन यादव, आदर्श रावत, ऋषभ सैनी, जिला सह संरक्षक उत्तम कुमार गुप्ता व अमित सिंह सहित चार दर्जन पत्रकार मौजूद रहे।

यह भी पढ़े

अपराधियों ने हथियार का भय दिखा स्‍वर्ण व्‍यवासायी को लूटा

UCC:क्या पूरा देश समान नागरिक संहिता की मांग कर रहा है?

भारत-मिस्र के संबंध, अवसर और चुनौतियाँ क्या है?

P.M मोदी ने संयुक्त राज्य अमेरिका की महत्त्वपूर्ण यात्रा की,कैसे?

जदयू की सांगठनिक बैठक में संगठन की मजबूती पर बल

Leave a Reply

error: Content is protected !!