दुसरों के ब्लड देकर जान बचाने वाला आज ब्लड के लिए जिंदगी से लड़ रहा
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार)
सीवान: कभी खुन की कमी से किसी दम तोड़ते देख मन व्यथीत हो जाता था। जिसके कमी को दुर करने लिए एक युवक ने ठानी, लेकिन नियती को कुछ और मंजुर था। आपको बता दे की जिले के अमलोरी गांव निवासी उत्पल भारद्वाज जिनका 30 जून 2015 को पिता जी स्व जितेन्द्र सिंह का एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई।
तब से ये प्रत्येक वर्ष अपने पिता जी के पुण्य तिथि पर ब्लड डोनेशन का कैंप करते आ रहे थे।और समय समय पर रक्तदान किया और सैकड़ों लोगों की जान बचाई।लेकिन नियती को शायद यहीं मंजुर था जिसके बाद उत्पल भरद्वाज को ब्लड कैंसर की बीमारी हो गया । जिसके के चलते आज अपनी ही जिंदगी से जंग लड़ रहा है।
जिसके चलते आज खुद इनका जीवन दूसरे की रक्त और सहयोग पर आश्रित हो गई है। बता दे की उत्पल एक निजी स्कूल में कार्यरत थे,परिवार ठीक-ठाक चल रहा था ,लेकिन एक बिमारी ने पुरे परिवार को झकझोर के रख दिया है।आज पुरा परिवार परेशान है एक निजी क्लिनिक में उपचार चल रहा जहां भारी भरकम रकम चुकाने पड़ रहा है,जिसे परिवार पर दुखों का पहाड़ टुट चुका है…
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