संत ताटम्बरी बाबा के ब्रम्हलीन होने पर अंतिम यात्रा निकाली गयी
श्रीनारद मीडिया, सचिन पांडेय, मांझी, सारण (बिहार):
सारण जिले के माँझी के मझनपुरा स्थित राम जानकी मंदिर के 70 वर्षीय पुजारी संत ताटम्बरी बाबा के ब्रम्हलीन होने पर शुक्रवार को अंतिम यात्रा निकाली गई। मालूम हो कि गुरुवार को हार्ट अटैक के बाद उक्त संत का देहावसान हो गया था। संत के परलोक गमन के उपरांत गुरुवार की रात मन्दिर परिसर में प्रवाचक श्याम बिहारी सिंह द्वारा भजन कीर्तन व सत्संग का आयोजन किया गया। रुक रुक कर हो रही बरसात के बीच गाजे बाजे के साथ निकाली गई।
शोभायात्रा मझनपुरा पेट्रोल पंप से माँझी के बलिया मोड़ तथा पुनः मन्दिर परिसर पहुँची। शोभायात्रा में शामिल सैकड़ों श्रद्धालु भक्त जय श्री राम तथा ताटम्बरी बाबा अमर रहे का जयघोष कर रहे थे। बाद में स्थानीय गंगोपडायन घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच ब्रम्हलीन संत के पार्थिव शरीर को जल समाधि दे दी गई। शोभायात्रा में जन सुराज के नेता व कौरुधौरु पंचायत के मुखियापति उदय शंकर सिंह परमात्मा सिंह रंजन सिंह सहदेव यादव स्वामीनाथ शर्मा तथा बीरेन्द्र सिंह सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिला पुरुष व साधु संत आदि भी सम्मिलत हुए।
50 वर्षों माँझी में पुजारी बनकर रहे ताटम्बरी बाबा।
गुरुवार को देव शयनी एकादशी की तिथि को ब्रम्हलीन हुए प्रसिद्ध संत देवरहवा बाबा के परम शिष्य संत ताटम्बरी बाबा माँझी के दुर्गापुर शिव मंदिर तथा मझनपुरा रामजानकी मन्दिर पर लगभग 50 वर्षों तक पुजारी बनकर रहे। मन्दिर परिसर में गोपालन करने तथा प्रतिमाह धर्मिक अनुष्ठान आयोजित करने के कारण आसपास के संतों के साथ साथ गोपालकों में भी वे बेहद लोकप्रिय थे। आसपास के गांवों में होने वाले धार्मिक अनुष्ठानों में भी वे बढ़चढ़कर भाग लेते थे तथा गीत संगीत में भी रुचि रखते थे। उनके संयोजकत्व में हर साल सावन के महीने में मन्दिर परिसर में झूला कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता था जिसमें दूर दराज से अनेक नामीगिरामी कलाकार भी भाग लेने आते थे।
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