सामाजवादी दम से गौतम करेंगे बाराबंकी में भाजपा को बेदम?
गौतम रावत ने लोकसभा के लिए भरी हुंकार,जनसंपर्क अभियान प्रारंभ
फिलहाल अन्य प्रत्याशियों में खलबली! सपा से टिकट चाहने वालों का जुगाड़ जारी
श्रीनारद मीडिया, कृष्ण कुमार द्विवेदी (राजू भैया) बाराबंकी (यूपी):
संपन्न विधानसभा चुनाव में हैदरगढ़ विधानसभा से समाजवादी का टिकट पाने से चूके युवा नेता गौतम रावत ने सपा से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पूरे दम- खम से हुंकार भर दी है। श्री रावत समाजवादी टिकट को पाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं। उनका स्पष्ट मानना है कि वह समाजवादी पार्टी के दम से बाराबंकी में भाजपा को बेदम कर जिले में सपा की ऐतिहासिक जीत को साकार करेंगे।
बाराबंकी में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज है ।भाजपा बाराबंकी को अपने कब्जे में रखने के लिए पूरी ताकत लगाए हुए हैं तो वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी कई बार की हार को जीत में बदलने के लिए जुटी हुई है। बात करें अगर समाजवादी बाराबंकी की तो नगर निकाय चुनाव की सफलता के बाद पार्टी के कार्यकर्ता व नेता तथा पदाधिकारी उत्साह से लबरेज नजर आ रहे हैं। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के तल्ख़ अंदाज की वजह से गुटबाजी करने वाले कई नेताओं का आचरण भी प्रत्यक्ष रूप में सुधरा नजर आ रहा है? जबकि खबर है कि अप्रत्यक्ष रूप से कई नेता अभी भी एक दूसरों की जड़ों में मट्ठा डालने में जुटे हुए हैं? फिलहाल सपा से लोकसभा का चुनाव लड़ने के लिए कई नाम चर्चा में है। इसी क्रम में हैदरगढ़ विधानसभा सपा का टिकट मांग रहे युवा नेता गौतम रावत का नाम भी तेजी से उभर कर सामने आया है। विधानसभा में कड़ी मेहनत करने के बाद जब गौतम रावत का टिकट कटा था तो उसके बाद तमाम शंकाओं को दूर करते हुए उन्होंने समाजवादी पार्टी के लिए जमकर प्रचार किया था। फिलहाल सपा से ही पूर्व विधायक राम गोपाल रावत, लवली रावत ,संतोष रावत टिकट चाह रहे हैं। सपाई चर्चा के दौरान कहते हैं पूर्व सांसद रामसागर रावत का कुनबा भी किसी न किसी रणनीति में व्यस्त जरूर होगा? वही कुछ यह भी कहते हैं कि सपा विधायक गौरव रावत भी कुछ ना कुछ गंभीर तो जरूर है? लेकिन इससे इतर गौतम रावत ने अपना जनसंपर्क अभियान तेजी से जनपद में प्रारंभ कर दिया है।
समाजवादी पार्टी की राजनीति में धूमकेतु की तरह उभरे गौतम रावत ने पूर्व में हैदरगढ़ विधानसभा में डोर टू डोर संपर्क करके ऐसा समा बांधा था कि सपाई ही नहीं बल्कि भाजपाई भी हतप्रभ रह गए थे! अपनी स्वयं की टीम व समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को सम्मान दे उन्हें एकजुट करते हुए गौतम रावत ने हैदरगढ़ विधानसभा में एक चुनावी योद्धा के रूप में अपना जलवा कायम कर दिया था। लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। विश्वत सूत्रों का दावा है कि उस दौरान कई विरोधी दलों ने भी गौतम रावत पर डोरे डाले थे। लेकिन गौतम ने कहा था कि मेरे लिए हमारे नेता अखिलेश यादव जी व समाजवादी पार्टी ही सब कुछ है। इसके बाद उन्होंने हर विधानसभा में जाकर सपा प्रत्याशियों का जमकर प्रचार किया था।
युवा नेता गौतम विधानसभा में टिकट ना मिलने के बाद शायद यह तय कर चुके थे कि उन्हें अब लोकसभा का चुनाव लड़ना है। तभी तो उन्होंने पूरे जनपद में अपनी सक्रियता बढ़ा दी थी। वर्तमान में भी वे अपने जनसंपर्क अभियान को तेजी पकड़ाए हुए हैं। समाजवादी पार्टी से लोकसभा का टिकट कई नेता चाह रहे हैं। लेकिन वक्त की मांग है कि यहां कोई भी तरोताजा युवा चेहरा सामने लाना चाहिए। सपा के सामने मुसीबत यह भी है कि वह चुनाव में गुटबाजी का शिकार ना हो जाए? क्योंकि सपा को जनपद में कई बार सपा ही हरा चुकी है? खबर है कि गौतम रावत ने जनपद के नेताओं से तो संपर्क साध ही रखा है अलबत्ता उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव सहित अन्य कई नेताओं से भी मिलकर अपनी मंशा जाहिर कर दी है !
सूत्र बताते हैं कि गौतम रावत को लोकसभा चुनाव में अपना दम दिखाने का मौका दिए जाने का आश्वासन भी मिला है? लेकिन अभी सब कुछ भविष्य के गर्भ में है! बाराबंकी में सपा किसको प्रत्याशी बनाती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन गौतम रावत का स्पष्ट मानना है कि टिकट मिलने के बाद वे समाजवाद व समाजवादी तथा नेताओं व कार्यकर्ताओं के दम से बाराबंकी में कई बार से चुनाव जीत रही भाजपा को बेदम कर डालेंगे !यह उनका संकल्प है। अपने जनसंपर्क अभियान में रावत यही कहते हैं कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जो निर्णय लेंगे वह उनके लिए अंतिम निर्णय होगा। गौतम का कहना है कि उनके लिए सबसे पहले समाजवादी पार्टी है।उसके बाद में सब कुछ है। उनका मिशन है कि बाराबंकी में सपा चुनाव जीते। कुल मिलाकर बाराबंकी में लोकसभा के टिकट को लेकर जो नाम चर्चा में है उनके पीछे कोई न कोई बड़ा आका लगा हुआ है? ऐसे में सपा बाराबंकी में कोई तरोताजा, ऊर्जावान, आकर्षक व्यक्तित्व, व्यवहार कुशल लीडर प्रत्याशी के रूप में सामने उतारती है या फिर परंपरागत ढंग से कोई प्रत्याशी सामने आता है? यह तो आनेवाला समय ही बताएगा। फिलहाल गौतम ने टिकट के प्रयास के साथ जनता के बीच जनसंख्या अभियान के लिए कदम बढ़ा दिए हैं।
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