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सीवान का सरकारी इंजीनियर कॉलेज अपनी अव्यवस्था को लेकर चर्चा में है, क्यों? - श्रीनारद मीडिया

सीवान का सरकारी इंजीनियर कॉलेज अपनी अव्यवस्था को लेकर चर्चा में है, क्यों?

सीवान का सरकारी इंजीनियर कॉलेज अपनी अव्यवस्था को लेकर चर्चा में है, क्यों?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

सीवान इंजीनियरिंग कॉलेज में फाइनल ईयर की गर्ल्स स्टूडेंट्स का प्राइवेट वीडियो वायरल करने की बात सामने आई है। ये वीडियो सोशल मीडिया पर हॉस्टल की जूनियर छात्राओं ने अपलोड किए हैं। इसको लेकर सीनियर छात्राएं भूख हड़ताल पर बैठ गईं। एक छात्रा बेहोश हो गईं तो कॉलेज परिसर में तोड़फोड़ की।

सीनियर छात्राओं ने कहा है कि हमारा प्राइवेट वीडियो बनाकर जूनियर्स सोशल मीडिया पर अपलोड कर वायरल कर देती हैं। यह वीडियो हॉस्टल के अंदर का ही है। छात्राओं का आरोप है कि जूनियर कम कपड़ों में उनका वीडियो बनाती हैं। वॉशरूम से निकलने का भी वीडियो बना लेती हैं।

थर्ड फ्लोर से सेकेंड फ्लोर पर जूनियर्स को किया गया था शिफ्ट

जिन छात्राओं ने अपना वीडियो वायरल करने का आरोप लगाया है, वो 2019 बैच की हैं। फाइनल ईयर में हैं। फाइन ईयर की छात्राएं हॉस्टल के सेकेंड फ्लोर पर रहती हैं। कॉलेज हॉस्टल के थर्ड फ्लोर पर 2021 बैच की छात्राएं रहती हैं। गर्मी ज्यादा होने की वजह से सेकेंड ईयर की छात्राओं को कॉलेज प्रशासन ने जून में सेकेंड फ्लोर पर शिफ्ट किया है।

सीनियर्स का आरोप है कि हमारी जूनियर्स बार-बार हम लोगों को परेशान करती हैं। हॉस्टल के रूम में छोटे कपड़े में रहने पर इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जा रहा है। वॉश रूम से निकलते वक्त भी उन लोगों का वीडियो बनाया जाता था। जब हमलोग इसका विरोध करते हैं तो हमारे साथ जूनियर्स मारपीट भी करती हैं।

जूनियर्स को फिर से तीसरे फ्लोर पर शिफ्ट किया जाए

इसकी शिकायत कॉलेज के प्राचार्य और हॉस्टल के इंचार्ज से करने के बाद भी लगातार बदसलूकी की जाती है। आक्रोशित छात्राओं का आरोप है कि इस संबंध में उनसे मिलने कोई नहीं पहुंचा। छात्राओं की मांग है कि उनके जूनियर को फिर से तीसरे फ्लोर पर शिफ्ट किया जाए। हॉस्टल के रूम में लड़कियों का वीडियो बनाने वाली छात्राओं के ऊपर कार्रवाई की जाए। छात्राओं की मांग है की वार्डन के ऊपर भी कार्रवाई की जाए।

भूख हड़ताल पर बैठी छात्राएं

इसी सब मांगों को लेकर सीनियर स्टूडेंट्स शनिवार सुबह 10 बजे से भूख हड़ताल पर बैठी थीं। छात्राओं के साथ उनके बैचमेट लड़कों ने भी कॉलेज परिसर में बैठकर कॉलेज प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। भूख हड़ताल पर बैठी एक छात्रा की शाम करीब 8.30 बजे अचानक तबीयत खराब हो गई और वो बेहोश होकर गिर गई। उसे सीवान सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उसका इलाज कराकर 10.30 बजे रात हॉस्टल वापस लाया गया।

रात में तोड़फोड़

इस घटना को लेकर शनिवार की रात स्टूडेंट्स उग्र हो गए। उन्होंने कॉलेज परिसर में तोड़फोड़ भी की। कॉलेज ऑफिस के दरवाजे और सीसीटीवी, पेड़-पौधे को तहस-नहस कर दिया गया। सूचना पर सदर एसडीएम रामबाबू बैठा और मुफस्सिल थाना अध्यक्ष सुदर्शन राम ने पहुंचकर मामले को शांत कराया। सीवान सदर एसडीओ रामबाबू बैठा कॉलेज परिसर में जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि छात्राओं के आरोपों की जांच की जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा की कॉलेज के रह रहे स्टूडेंट्स को बेहतर सुविधा मिले।

मामले की पूरी जांच होगी- प्रिंसिपल

लड़कियों के हॉस्टल में उत्पाद मचाने और प्राइवेट वीडियो बनाने के मामले में कॉलेज प्राचार्य सूर्यकांत सिंह का कहना है कि सारे मामले की जानकारी मिली है। फाइनल ईयर की छात्राओं ने आरोप लगाया है, इसकी जांच की जाएगी। हॉस्टल वार्डन शिखापाल से इस मामले में जानकारी ली जा रही है। कॉलेज वॉर्डन फिलहाल छुट्टी पर है। फोन पर उन्होंने बताया कि हर एक बिंदुओं से मामले की जांच की जा रही है। कॉलेज में फिलहाल माहौल शांत है।

छात्राओं पर लगाया गया जुर्माना

कॉलेज के प्राचार्य सूर्यकांत सिंह ने बताया कि तोड़फोड़ करने वाले आरोपी छात्र-छात्राओं के ऊपर 25 हजार का जुर्माना लगाया गया है। यह जुर्माना कॉलेज की संपत्ति तहस-नहस करने के लिए लगाया गया है। इस संबंध में सीवान सदर एसडीएम रामबाबू बैठा ने कहा कि छात्राओं का आरोप का जांच की जा रही है। सभी आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

 सीवान , भारत में एक तकनीकी संस्थान है । यह सीवान इंजीनियरिंग कॉलेज के नाम से मशहूर है। यह एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित है और बिहार इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय से संबद्ध है । कॉलेज का प्रबंधन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, बिहार द्वारा किया जाता है ।

संस्थान निम्नलिखित शिष्यों के लिए पूर्णकालिक बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बी.टेक) डिग्री कार्यक्रम प्रदान करता है।

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