नवीन स्वरूप से जनसामान्य को रुबरु कराने के लिए “काशी रस”के मंच पर भावी पीढ़ी को सशक्त मंच प्रदान किया गया
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी / श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि में सुबह- ए – बनारस केमंच पर काशीकेय संस्कृति के नवीन स्वरूप से जन सामान्य को अवगत कराने एवं भावी पीढ़ी को सशक्त मंच प्रदान करने के उद्देश्य से “काशी रस” कार्यक्रम की स्थापना की गई। इस कार्यक्रम की परिकल्पना पुलिस कमिश्नर वाराणसी श्री अशोक मुथा जैन जी की है पूर्ण सहयोग का आश्वासन सुबह- ए- बनारस के सचिव एवं संस्थापक डॉ रत्नेश शर्मा जी ने दिया है। मां गंगा के तट पर कलाकारों ने गायन एवं वादन की अद्भुत प्रस्तुति प्रस्तुत की।
गायन पर सुश्री दिव्या दुबे, तबले पर मोती शर्मा, ढोलक पर शनि प्रसन्ना, बैंजो पर हीरा प्रसन्ना, पैड पर शुभम गुप्ता की उपस्थिति रही । संचालन सीमा केशरी ने किया संयोजन पंडित अंशुमान जी ने किया।