शिक्षा व संस्कार की नई इबारत लिखते हैं रामइक्षा सिंह
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी, रामनगर / आज के इस आधुनिक परिवेश में शिक्षा को लेकर बच्चों के माता पिता प्राइवेट स्कूलों के तरफ़ जहां रुख कर रहे हैं वहीं रामनगर से लगभग पांच किलोमीटर दूर प्राथमिक विद्यालय जो अब कंपोजिट विद्यालय कहा जाता है। वहां प्रधानाध्यापक श्री रामइच्छा सिंह परोरवा गावं में न सिर्फ शिक्षा की नई इबारत लिख रहे हैं। बल्की अपने भगीरथ प्रयास से बच्चों के स्मार्ट क्लास में चलाते हैं। ये सब कुछ मात्र दो चार महीने में नहीं हो गया है बल्की ये इनके कठिन परिश्रम और अथक प्रयास का ही नतीज़ा हैं जहां इस कंपोजिट विद्यालय में लगभग एक हजार बच्चों की संख्या है।
इसका पूरा पूरा श्रेय विद्यालय के प्रधानाध्यापक को जाता है। क्योंकि इनके विद्यालय की एक खासियत ये भी है कि आज के इस मॉडर्न युग में भी बच्चे इनके विद्यालय में गुरुकुल की तरह शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी सिखते हैं। आज सिर्फ़ परोरवा गांव ही वरन पूरे देश को ऐसे विद्यालय की आवश्यकता है।