Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
गणेश चतुर्थी से नए संसद भवन में होगी संसद की कार्यवाही - श्रीनारद मीडिया

गणेश चतुर्थी से नए संसद भवन में होगी संसद की कार्यवाही

गणेश चतुर्थी से नए संसद भवन में होगी संसद की कार्यवाही

इस तारीख तक ही पुराने परिसर में होगी चर्चा

श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

संसद के विशेष सत्र की कार्यवाही 18 सितंबर को पुराने भवन में ही शुरू होगी। हालांकि, गणेश चतुर्थी के मौके पर 19 सितंबर को नए संसद भवन में संसद की पहली कार्यवाही होगी। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह दावा किया है। बता दें कि इसी साल 28 मई को पीएम नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया था और इसे देशवासियों को समर्पित किया था।

 

नए संसद भवन बनने की शुरुआत कब हुई थी?
लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों ने पांच अगस्त 2019 को सरकार से संसद के नए भवन के निर्माण के लिए आग्रह किया था। इसके बाद 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने संसद के नए भवन का शिलान्यास किया था। संसद के नवनिर्मित भवन को गुणवत्ता के साथ रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है।

नए और पुराने भवन में क्या अंतर?
संसद का वर्तमान भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ था,, जो अब लगभग 100 साल पुराना होने जा रहा है। इस भवन में वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप स्थान का अभाव था। दोनों सदनों में सांसदों के बैठने की सुविधाजनक व्यवस्था भी कम पड़ रही थी। इसे ध्यान में रखते हुए लोकसभा और राज्यसभा दोनों ने प्रस्ताव पारित कर सरकार से संसद के लिए एक नई इमारत बनाने का आग्रह किया था। संसद का नवनिर्मित भवन भारत की गौरवशाली लोकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक मूल्यों को और समृद्ध करने का काम करेगा।

यह अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, जो सदस्यों को अपने कार्यों को बेहतर ढंग से करने में मदद करेगा। नए संसद भवन से 888 सदस्य लोकसभा में बैठ सकेंगे। संसद के वर्तमान भवन में लोकसभा में 543 जबकि राज्यसभा में 250 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है। भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए संसद के नवनिर्मित भवन में लोकसभा में 888 सदस्यों और राज्यसभा में 384 सदस्यों की बैठक की व्यवस्था की गई है। दोनों सदनों का संयुक्त सत्र लोकसभा चैंबर में होगा।

यह भी पढ़े

Leave a Reply

error: Content is protected !!