G20 Summit 2023: रात्रिभोज की मेजबानी करने भारत मंडपम पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो चुकी है। पीएम मोदी ने सभी वैश्विक नेताओं का भारत की धरती पर स्वागत किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ‘भारत दुनिया से वैश्विक विश्वास की कमी को विश्वास और निर्भरता में बदलने का आह्वान करता है। यह हम सभी के लिए एक साथ आगे बढ़ने का समय है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G20 की शुरुआत होने से पहले मोरक्को में आए भूकंप में हुई कई लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत हर संभव मदद करने के लिए तैयार है।बता दें कि 10 सितंबर तक चलने वाले इस समिट के लिए दिल्ली पूरी तरह से तैयार है। दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाया गया है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मेहमानों के स्वागत और उनकी सुरक्षा के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं। इस खास सम्मेलन के दौरान दुनियाभर की नजरें भारत की ओर रहेंगी।
वहीं, G20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते गुरुवार (8 सितंबर) को भी विभिन्न देशों के जनप्रतिनिधियों के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी। PM मोदी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, मॉरीशस के पीएम प्रविंद कुमार जुगनाथ के साथ द्विपक्षीय वार्ता में शामिल हुए।
रात्रिभोज के लिए भारत मंडपम पहुंचे वैश्विक नेता
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा आयोजित जी-20 रात्रिभोज के लिए दिल्ली के भारत मंडपम में वैश्विक नेताओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु और पीएम मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीव, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम, आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) के महासचिव माथियास कॉर्मन, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग, बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूट समेत कई नेताओं का स्वागत किया।
G-20 रात्रिभोज की मेजबानी के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु भारत मंडपम पहुंचीं। इस दौरान वह पीएम मोदी से मुलाकात कीं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पीएम मोदी को कहा धन्यवाद
जी-20 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत मध्य पूर्व यूरोप कनेक्टिविटी कॉरिडोर पर कहा कि यह वास्तव में बहुत ही बड़ी बात है। उन्होंने पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर यही G-20 शिखर सम्मेलन का फोकस है। और कई मायनों में यह इस साझेदारी का फोकस भी है जिसके बारे में हम आज बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ माह पहले घोषणा की गई थी कि अमेरिका आर्थिक गलियारों में निवेश करने के लिए सभी भागीदारों के साथ काम करेगा।
भारत ने चुनौतीपूर्ण समय में ग्रहण की है जी-20 की अध्यक्षता
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत ने भू-राजनीतिक तनाव के चुनौतीपूर्ण समय में जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की है। उन्होंने कहा कि डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) को भी वित्तीय समावेशन कार्य योजना (FIAP) में भी एकीकृत किया गया है, जो साल 2024 और 2026 के बीच चलेगा।
PM मोदी के नेतृत्व का प्रदर्शन आज दुनिया में हो रहा- शेरपा
जी 20 शेरपा अमिताभ कांत ने ट्वीट किया, “सभी विकासात्मक और भू-राजनीतिक मुद्दों पर 100% सर्वसम्मति के साथ ऐतिहासिक और पथप्रदर्शक जी 20 की घोषणा हुई। नए भू-राजनीतिक पैरा आज की दुनिया में ग्रह, लोगों, शांति और समृद्धि के लिए एक शक्तिशाली आह्वान है। जो आज की दुनिया में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को प्रदर्शित करता है।
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति, अल्बर्टो फर्नांडीज ने कहा, “मुझे लगता है कि भारतीय राष्ट्रपति ने अफ्रीकी संघ को G20 में शामिल करके एक बड़ा कदम उठाया है। मैंने प्रस्ताव दिया है कि उस निर्णय के आधार पर, G20 को लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई राज्यों के समुदाय को शामिल करना चाहिए जो अफ़्रीकी संघ जैसी ही स्थिति से गुज़रता है।”
पीएम नरेंद्र मोदी ने G20 के दूसरे सत्र में अपने संबोधन में कहा, मुझे अच्छी खबर मिली है। हमारी टीम की कड़ी मेहनत के कारण नई दिल्ली G20 नेताओं के शिखर सम्मेलन घोषणा पर आम सहमति बन गई है। मेरा प्रस्ताव इस घोषणा को अपनाने का है और मैं इस घोषणा को अपनाने की घोषणा करता हूं। इस अवसर पर, मैं अपने शेरपा, मंत्रियों को बधाई देता हूं, जिन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की और इसे संभव बनाया.
दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा और विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने हाथ मिलाया।
स्पेन की उपराष्ट्रपति नादिया कैल्विनो ने कहा, “जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए सहयोग करने और मिलकर काम करने की हमारी संयुक्त क्षमता में बहुपक्षवाद और विश्वास का बहुत मजबूत आह्वान किया गया है। आज सुबह की चर्चा इसी और यूरोपीय संघ के जी20 में शामिल होने के स्वागत पर केंद्रित रही। पेरिस और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलनों में की गई प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए एक संयुक्त समझौता हुआ।”
अमेरिकी विदेश विभाग की हिंदुस्तानी प्रवक्ता मार्गरेट मैकलियोड ने कह, जैसा कि आपने संयुक्त बयान में देखा, भारत और अमेरिका बड़े पैमाने पर सहयोग कर रहे हैं। इनमें क्रिटिकल और इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी शामिल हैं। हमने भारतीय इलेक्ट्रॉनिक वाहन परिवर्तन पर कुछ घोषणाएँ की हैं…हमने छात्र गतिशीलता पर विभिन्न साझेदारियों की भी घोषणा की है…
पीएम मोदी ने वन अर्थ विषय पर जी20 शिखर सम्मेलन के प्रथम सत्र में भाषण दिया। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, मानव केंद्रित विकास को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया, जिस पर भारतीय संस्कृति ने हमेशा से जोर दिया है।
यह एक पृथ्वी की भावना के साथ है कि भारत ने LiFE मिशन जैसी पहल पर काम किया है, अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष पर जोर दिया है, ग्रीन ग्रिड पहल शुरू की है – एक सूर्य, एक विश्व, एक ग्रिड, सौर ऊर्जा का उपयोग, प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित किया और राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन।