Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
जी20 रात्रिभोज में विदेशी मेहमानों ने किया भारतीय संगीत का अनुभव,कैसे? - श्रीनारद मीडिया

जी20 रात्रिभोज में विदेशी मेहमानों ने किया भारतीय संगीत का अनुभव,कैसे?

जी20 रात्रिभोज में विदेशी मेहमानों ने किया भारतीय संगीत का अनुभव,कैसे?

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

नई दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए सभी विश्व नेताओं के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने जी20 डिनर का आयोजन किया था। इस मौके पर भारत मंडपम में आयोजित औपचारिक रात्रिभोज के दौरान संगीतकारों के एक समूह ने सभी विदेशी मेहमानों का स्वागत कई वाद्य यंत्र बजाकर किया।

राष्ट्रपति मुर्मु ने किया स्वागत

गौरतलब है कि इस शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, इटली के प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और कई अन्य सहित शीर्ष विश्व नेता यहां एकत्र हुए हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रात्रिभोज की शुरुआत से पहले एक मंच पर मेहमानों का स्वागत किया। इस मंच के पीछे पर्दे पर यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल, बिहार के प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय को दर्शाया गया था।

विदेशी मेहमानों को परोसे गए खास व्यंजन

अधिकारियों ने कहा कि भारत की विरासत अपनी विविधता के साथ विश्व नेताओं को थाली में परोसी गई। मेहमानों के मेन्यू में बाजरा आधारित व्यंजन भी विशेष रूप से जोड़े गए थे। सूत्रों ने कहा कि रात्रिभोज में मेहमानों को विभिन्न प्रकार की मिठाइयां पेश की गईं, जिनमें भारत में मानसून के मौसम के दौरान खाया जाने वाला पारंपरिक व्यंजन ‘घेवर’ भी शामिल था।

कई समूहों ने किया प्रदर्शन

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “राष्ट्रपति द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भारत ने दुनिया के सामने अपनी विविध संगीत विरासत का प्रदर्शन किया। शास्त्रीय और समकालीन संगीत की विभिन्न शैलियों को लाने वाले समूह ने जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले विश्व नेताओं के लिए प्रदर्शन किया।” दरअसल, शास्त्रीय और समकालीन संगीत की विभिन्न शैलियों को लाने वाले वाद्ययंत्रवादियों के एक समूह ने इस कार्यक्रम के दौरान काफी अच्छा प्रदर्शन किया।

गंधर्व अटोद्यम रहा आकर्षण का केंद्र

इस कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण का केंद्र ‘गंधर्व अटोद्यम’ समूह का प्रदर्शन बना था। इन्होंने ‘भारत वाद्य दर्शनम’ यानी भारत की संगीतमय यात्रा का प्रदर्शन किया था। अधिकारियों ने बताया कि इसमें सुरसिंगार, मोहन वीणा, जल तरंग, जोडिया पावा, ढंगाली और दिलरुबा सहित देश के संगीत वाद्ययंत्र शामिल थे। इस दौरान हिंदुस्तानी, कर्नाटक, लोक और समकालीन संगीत का भी प्रदर्शन किया गया था।

पारंपरिक पोशाक में किया प्रदर्शन

देश की संगीत विरासत की समृद्ध टेपेस्ट्री का जश्न मनाने के लिए संगीत नाटक अकादमी द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। प्रदर्शन की शुरुआत विलम्बित लय (धीमी गति) की रचनाओं से हुई, उसके बाद मध्य लय (मध्यम तेज गति) की रचनाओं के साथ, द्रुत लय (तेज गति) के कुछ अंकों के साथ समाप्त हुआ। अधिकारियों ने कहा था कि संगीतकारों ने अपने क्षेत्र की पारंपरिक पोशाकों में वाद्ययंत्र बजाया।

G20 शिखर सम्मेलन में शामिल विश्व नेताओं के लिए परोसे गए व्यंजनों में आईटीसी होटल चेन ने द्वारा बाजरा-आधारित शाकाहारी कई व्यंजन रखे गए हैं।

नई दिल्ली के आईटीसी शेरेटन की दो महिला शेफ ने बाजरा से तैयार लगभग 20 व्यंजन प्रदर्शित किए। ये व्यंजन आईटीसी होटल श्रृंखलाओं की ‘मिशन मिलेट्स’ पहल से प्रेरित है। संयुक्त राष्ट्र ने भारत के एक प्रस्ताव के बाद साल 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित किया। दरअसल, भारत खुद को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करना चाहता है।

विदेशी मेहमानों को पसंद आए व्यंजन

आईटीसी के सभी होटलों के मेन्यू में जो व्यंजन हैं, उनमें एवोकैडो और पर्ल मिलेट सलाद के साथ-साथ ज्वार और कटहल हलीम जैसे कुछ व्यंजन शामिल हैं, जिन्हें यूनाइटेड किंगडम की प्रथम महिला अक्षता मूर्ति सहित जी20 राज्यों के दौरे पर आए प्रमुखों के पत्नियों ने खूब सराहा।

भारत में उगते हैं बाजरे के कई प्रकार

छोटे किसानों के लिए बाजरा सबसे सुरक्षित फसल है, क्योंकि वे गर्म और सूखे दोनों वातावरणों में जलवायु के अनुकूल उगते हैं। भारत में आम तौर पर सभी नौ पारंपरिक बाजरे का उत्पादन होता है। इसमें ज्वार, मोती बाजरा, फिंगर बाजरा, फॉक्सटेल बाजरा, प्रोसो बाजरा, लिटिल बाजरा, बार्नयार्ड बाजरा, ब्राउनटॉप बाजरा और कोडो बाजरा शामिल है।

भारत की समृद्ध संस्कृति का प्रदर्शन

होटल की लॉबी में पारंपरिक भारतीय फूलों के साथ टेराकोटा मिट्टी के बर्तनों पर हाथ से पेंट किए गए ‘अल्पोना’ डिजाइन भी प्रदर्शित किए गए। यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, पर्यावरणीय चेतना और स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता का एक उल्लेखनीय प्रतिनिधित्व है, जो जी20 इंडिया का थीम है।

मेन्यू में रखे गए बाजरा आधारित कई व्यंजन

शनिवार को, राष्ट्रपति मुर्मु ने भारत मंडपम में जी20 मेहमानों के लिए शाही रात्रिभोज का आयोजन किया था, जिसमें लगभग 170 लोग शामिल हुए थे। आधिकारिक रात्रिभोज के मेन्यू में बाजरा आधारित कई व्यंजन शामिल थे। जी20 इंडिया के विशेष सचिव मुक्तेश परदेशी द्वारा समाचार एजेंसी एएनआई को दिए गए एक बयान के मुताबिक, जहां जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है, वहां पर खानपान की जिम्मेदारी आईटीसी होटल श्रृंखला को दी गई है।

कृषि मंत्रालय ने की प्रदर्शनी

इसके साथ ही, शनिवार को कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजधानी में पूसा में संस्थान भारतीय कृषि अनुसंधान  (आईएआरआई) परिसर में एक अनूठी प्रदर्शनी की थी, जिसमें जी20 सदस्य देशों की प्रथम महिलाओं और राष्ट्राध्यक्षों की पत्नियों ने भारत की कृषि कौशल का अनुभव लिया।।

विदेशी मेहमानों की पत्नियों ने किया रंगोली क्षेत्र का दौरा

इस कार्यक्रम में कई आकर्षक कार्यक्रम शामिल थे, जैसे कि सेलिब्रिटी शेफ कुणाल कपूर, अनाहिता धोंडी और अजय चोपड़ा के नेतृत्व में बाजरा-केंद्रित लाइव कुकिंग सेशन। इसके साथ ही, विदेशी मेहमानों ने ‘एग्री-स्ट्रीट’ पर भारतीय महिला कृषि-चैंपियन के साथ बातचीत भी की। G20 राष्ट्राध्यक्षों के पत्नियां रंगोली क्षेत्र में पहुंची और कुछ देर वही रुकीं। यहां दो बड़े ‘बाजरा रंगोली’ शामिल थे।

2023 को घोषित किया अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के प्रस्ताव का नेतृत्व किया और भारत के प्रस्ताव को 72 देशों ने समर्थन दिया।

बाजरा छोटे बीज वाली फसल होती है, जो काफी पोषक माने जाते हैं। भारत के अधिकांश राज्य बाजरा की एक या अधिक कई प्रजातियों की फसल उगाते हैं। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना बाजरा के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।

Leave a Reply

error: Content is protected !!