G20 Summit:शाही रात्रिभोज में दिखा भारतीय पोशाक का खास अंदाज,क्यों?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में कई देशों की फर्स्ट लेडी भी शामिल हुई हैं। समिट के पहली रात सभी विदेशी मेहमानों के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शाही डिनर का आयोजन किया था। इस दौरान विदेशी महिलाओं पर भारतीय परिधान का जादू छाते हुए देखा गया।
जी20 के भव्य रात्रिभोज कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ और उनकी पत्नी कोबिता भारत मंडपम पहुंचे। इस दौरान कोबिता को सफेद रंग की साड़ी पहने देखा गया।
जापान के राष्ट्रपति फुमियो किशिदा अपनी पत्नी यूको किशिदा के साथ भारत मंडपम में आयोजित रात्रिभोज में पहुंचे। इस दौरान यूको को भारतीय परिधान साड़ी में देखा गया। जापान की फर्स्ट लेडी हरे और गुलाबी रंग की साड़ी में शाही डिनर में शिरकत करने पहुंची।
भारत मंडपम में आयोजित डिनर कार्यक्रम में राष्ट्रपति मुर्मु और पीएम मोदी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की एमडी क्रिस्टालिना जॉर्जीवा का स्वागत किया। इस दौरान क्रिस्टालिना भारतीय परिधान सूट-सलवार में नजर आईं।
जी20 में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंची बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना भारत मंडपम में आयोजित डिनर में शामिल हुईं। इस दौरान उन्होंने साड़ी पहना था।
विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा अपनी पत्नी रितु बंगा के साथ जी20 डिनर में शामिल होने के लिए भारत मंडपम पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भी साड़ी पहनी थी।
जी20 में शामिल होने आए ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति भी भारत मंडपम पहुंचे। इस दौरान अक्षता में इंडो-वेस्टर्न परिधान पहना था।
आईएमएफ की उप प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ भी जी20 के शाही डिनर का हिस्सा बनने के लिए भारत मंडपम पहुंची। इन्होंने नीले और लाल रंग की साड़ी पहनी थी। इस दौरान उन्हें भारतीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ देखा गया।
जी20 बैठक के डिनर कार्यक्रम में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के साथ उनकी पत्नी इरियाना भी शामिल हुईं। इस दौरान वह भी भारतीय वेशभूषा सूट-सलवार में देखा गया।
देश में आयोजित हुई G20 समिट खत्म हो चुकी है। इससे एक दिन पहले भारत मंडपन में कल्चर कॉरिडोर का इनॉगरेशन हुआ। इसमें G20 के 20 देशों के अलावा आमंत्रित किए गए 9 देशों की सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया गया। यहां फिजिकल और डिजिटल फॉर्म में विदेशों की पहचान और लोकतंत्र से जुड़ी चीजें रखी गईं।
10 हजार वर्ग फुट के मंडपम के करीब 30% हिस्से में कल्चरल कॉरिडोर बनाया गया। भारत की तरफ से इसमें अष्टध्यायी, ऋग्वेद, भीमबेटका की पेंटिंग, योग, कुंभ, वैदिक ऋचाएं, हिमालय, गंगा, हिंद महासागर और रॉयल बंगाल टाइगर को लगाया गया।
यूके से मैग्नाकार्टा, फ्रांस से मोनालिसा और डिक्लेरेशन ऑफ द राइट्स ऑफ मैन एंड ऑफ द सिटीजन, ऑस्ट्रेलिया से ग्रेट बैरियर रीफ, अमेरिका का ग्रैंड कैनयन और चार्टर्स ऑफ फ्रीडम के अलावा डिजिटल फॉर्म में स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी को प्रदर्शित किया गया।
वहीं, चीन का फोहुआ लिडेड जार, इटली का बेलवेद्रे अपोलो, ऑस्ट्रेलिया का वाकिंग थ्रू अ सॉन्ग लाइन, दक्षिण अफ्रीका से मिसेज प्लेस, यूएई का अब्राहमिक फैमिली हाउस, जापान का कसोड़े, तुर्किये की ट्रेडिशनल आर्चरी, कोरिया की वुमेन डाइवर्स और पहले आम चुनाव की तस्वीर और रूस के बोल्शेविक बैलेट को विदेशी मेहमानों सहित आम लोगों के लिए रखा गया।
मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक, विदेशों से आई सभी कृतियां चार महीने के लिए एक समझौते के तहत मंगाई गई हैं। चार महीने बाद ये सभी उनके देशों को लौटा दी जाएंगी।
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