प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्य प्रतिनिधि ने शिक्षकों पर हुई कारर्ई व निलंबन को गलत बताया
11 जुलाई २०२३ को पटना में शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए थे शिक्षक
निलंबन की कार्रवाई वाले शिक्षकों को जल्द दोष मुक्त करें सरकार:उपेंद्र कुमार सिंह
श्रीनारद मीडिया, प्रकाश चन्द्र द्विवेदी, रघुनाथपुर, सीवान (बिहार)
बिहार की राजधानी पटना में 11 जुलाई 2023 को शिक्षकों के द्वारा अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन किया गया था जिसमें शामिल शिक्षक नेताओं तथा शिक्षक-शिक्षिकाओं को चिन्हित कर उन पर निलंबन आदि की कार्रवाई की गई। जिसको लेकर गुरुवार को प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्य प्रतिनिधि उपेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि देश का संविधान हर नागरिक को विचार की अभिव्यक्ति के आधार के तौर पर शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन करने का हक देता है।
कानून के दायरे में शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन का अधिकार लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकार है। देश का संविधान प्रत्येक व्यक्ति को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार देता है। इसके साथ ही शिक्षक संगठनों ने इस प्रदर्शन के लिए अधिकारियों से अनुमति तक ली हुई थी तथा इस प्रदर्शन से किसी दूसरे व्यक्ति के अधिकार भी प्रभावित नहीं हुए थे। उसके बावजूद भी सरकार के द्वारा गलत मनसा के साथ तानाशाही रवैया अपनाते हुए शिक्षकों में भय व्याप्त करने के लिए शिक्षकों पर निलंबन सहित अलग-अलग प्रकार की करवाई की गई।
उन्होंने कहा कि शिक्षक संगठन सरकार के तानाशाही रवैया से डरने वाले नहीं है सरकार के द्वारा हमारे नेता बंशीधर ब्रजवासी सहित सभी शिक्षकों को जल्द ही दोष मुक्त करना होगा। एक तरफ सरकार शिक्षकों की मांगों को लेकर सकारात्मक होने का दिखावा भी कर रही है। अगर सरकार हमारी मांगों को लेकर सकारात्मक है तो फिर शिक्षको पर की गई कार्रवाई खत्म करें। बिहार के सभी शिक्षक बंशीधर ब्रजवासी सहित सभी निलंबित शिक्षक-शिक्षिकाओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।
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