रामचरितमानस में पोटेशियम साइनाइड-डॉ. चंद्रशेखर यादव
चंद्रशेखर और आरजेडी खुद समाज के लिए साइनाइड- भाजपा
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री और आरजेडी के सीनियर लीडर चंद्रशेखर ने एक बार फिर रामचरितमानस पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस में पोटेशियम साइनाइड है। जब तक यह पोटेशियम साइनाइड रहेगा, तब तक मैं इसका विरोध जारी रखूंगा।
चंद्रशेखर गुरुवार 14 सितंबर को पटना में बिहार हिंदी ग्रंथ अकादमी में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन में उन्होंने सुंदर कांड एक दोहे का जिक्र करते हुए पूछा कि जीभ काटने की कीमत 10 करोड़ रुपए लगाई गई थी। मेरे गले की कीमत क्या होगी?
उनके इस बयान के बाद बीजेपी ने प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर खुद ही सामाजिक साइनाइड हैं। वे समाज में जहर फैलाने के लिए बेचैन हैं।प्रो. चंद्रशेखर ने कार्यक्रम के दौरान रामचरितमानस के अरण्य कांड की एक चौपाई सुनाई- पूजहि विप्र सकल गुण हीना, शूद्र न पूजहु वेद प्रवीणा।
चंद्रशेखर ने कहा कि जब मैं इन सब चीजों का विरोध करता हूं तो मीडिया के लोग भी मेरे पीछे पड़ जाते हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या गुण हीन विप्र पूजनीय हैं और गुण युक्त शूद्र वेद के जानकार होने पर भी पूजनीय नहीं हैं? हमें बताएं कि जब सब के पूर्वज चिम्पांजी थे तो ये जातियां कहां से आईं?
उन्होंने कहा कि मुझे देश से बाहर जाने की बात कही जाती है। मोहन भागवत ने किसी धर्म विशेष पर टिप्पणी की तो उन्हें क्यों नहीं बाहर भेजा जाता..। इन चीजों का विरोध डॉ.राम मनोहर लोहिया और कवि नागार्जुन ने भी किया था। एकलव्य का भी अंगूठा काटा गया था।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि आप लोग जगदेव प्रसाद को गोली मारने का कारण गूगल करके पढ़िएगा। पता चला जाएगा कि मैं किन चीजों का विरोध कर रहा हूं। चंद्रशेखर ने कहा कि अगर लालू जी के राज में जंगलराज ही था तो चौकीदार यानी 56 इंच वाले की तरह उस समय भी डिग्री खरीद ली गई होती। हम सच बोलने वाले लोग हैं। लालू प्रसाद ने यादवों, दलितों को आवाज दी तो इनके खिलाफ साजिश की गई।
चंद्रशेखर और आरजेडी खुद समाज के लिए साइनाइड- बीजेपी
शिक्षा मंत्री के बयान पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर खुद ही सामाजिक साइनाइड हैं। इतना ही नहीं वे समाज में जहर फैलाने के लिए बेचैन हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि राजद समाज के लिए साइनाइड है। चारों तरफ जातीय और धार्मिक उन्माद फैलाया जा रहा है। रामचरितमानस और सनातन पर आरजेडी की ओर से बयान दिया जा रहा है।
इन लोगों ने कभी रामचरित मानस पूरा पढ़ा ही नहीं होगा। ये लोग सियासी फ्रॉडिज्म करके चुनावी एजेंडा बनाकर बिहार की जनता को ठगना चाहते हैं।
स्टालिन के बाद अब लालू-नीतीश सनातन धर्म खत्म करना चाहते हैं- गिरिराज सिंह
गिरिराज सिंह ने कहा कि लालू-नीतीश के कुनबे के तरफ से कहा गया कि करोड़ों हिंदुओं की आस्था का प्रतीक रामचरितमानस पोटेशियम साइनाइड के समान है और साइनाइड के खाते ही लोगों की मौत हो जाती है। ये ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि इन्होंने हिंदुओं को जाति में बांटकर वोट की राजनीति की है, लेकिन विपक्ष के लोग ये नहीं भूले कि देश के हिंदू जाग चुके हैं और सभी चीजों का हिसाब लेंगे। पहले स्टालिन ने सनातन को खत्म करने की बात शुरू की और अब लालू और नीतीश भी वही काम कर रहे हैं।
धर्मग्रंथ पर बोलने से अच्छा शिक्षा पर ध्यान दें- कांग्रेस
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि मैं आग्रह करूंगा कि शिक्षा मंत्री रामचरितमानस, बाइबल, कुरान से ज्यादा समय शिक्षा पर दें। इससे बच्चों को लाभ मिलेगा। धर्मग्रंथों के बारे में सभी को पता है कि वह नफरत नहीं सिखाता।
शिक्षा मंत्री ने सही बात कही- शिवानंद तिवारी
प्रो.चंद्रशेखर के बयान का साथ राष्ट्रीय जनता दल दे रही है। RJD के राष्ट्रीय महासचिव शिवानंद तिवारी ने कहा है कि प्रो.चंद्रशेखर ठीक कह रहे हैं। रामचरितमानस में कई बातें गलत हैं। कई विद्वानों ने इसके लिए तुलसीदास की आलोचना की है। ज्ञान की बजाय जाति के आधार पर तुलसीदास ने आदमी को महत्व दिया है।
शिक्षा मंत्री करैत सांप हैं- जेडीयू
वहीं, शिक्षा मंत्री के इस बयान पर गठबंधन में शामिल जेडीयू ही विरोध कर रही है। JDU विधायक संजीव कुमार ने कहा कि शिक्षा मंत्री करैत सांप हैं। अगर ये नहीं सुधरे तो चुनाव में जनता इन्हें सुधार देगी। शिक्षा मंत्री मानसिक रूप से विक्षिप्त हैं। इन्हें बिहार की जनता सीरियसली नहीं लेती। वे बिहार की जनता को बदनाम और समाज में जहर घोलने का काम कर रहे हैं।