पटना में अष्टधातु के करोड़ों की मूर्तियां चोरी
पुजारी ने थाने में दर्ज कराई शिकायत
श्रीनारद मीडिया, पटना (बिहार):
भगवान राम, सीता, लक्ष्मण व हनुमान के प्रतिमा की चोरी हो जाने के बाद भक्तों व ग्रामीणों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच जाना स्वभाविक है। भक्तों की रक्षा करने वाले को ही इस घोर कलयुग में चोरों ने चुरा कर ऐसा करनामा कर दिखाया। जी हां ऐसा ही मामला पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र में नव सृजित व स्थापित हुए थाना पियरपुरा थाने क्षेत्र के मौरी गांव की घटना है।
जहाँ शातिर चोरों ने बीती रात राम जानकी ठाकुरबाड़ी में स्थापित किए अष्टधातु कीमती और बहुमूल्य, राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की स्थापित की गई मूर्तियों पर हाथ साफ करते हुए चुरा ले भागे। पुलिस इसकी सूचना के बाद मौके वारदात पर पहुंच कर इस मामले की जांच में जुटी है। जानकारी के अनुसार लगभग आठ दशक पूर्व इस राम जानकी ठाकुरबाड़ी सह मठ का निर्माण कराया गया था।
जिसमें अष्टधातु की बेशकीमती राम, सीता, लक्ष्मण व हनुमान की आदमकद मूर्तियां स्थापित किया गया था। तब से वहां उन मूर्तियों को भक्तों द्वारा यह मानकर पूजा अर्चना किया जाता आ रहा है। लोगों की अटूट आस्था और विश्वास रही है कि त्रेतायुग से ही राम अपने भक्तों की रक्षा करते आ रहे है और उनकी पूजा अर्चना श्रद्धा भक्ति के साथ करने से भक्तों को मुक्ति मिलती है।
बीते रविवार की रात कुछ ऐसा हुआ कि पियरपुरा थाना क्षेत्र के ठाकुरवाड़ी स्थित राम जानकी मंदिर के मुख्य दरवाजे पर लगी लोहे की मजबूत गेट को अज्ञात चोरों ने खोल दिया। साथ ही मंदिर में स्थापित अष्टधातु की राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान की आदमकद मूर्तियों को उखाड़कर ले भागा। जब सोमवार की सुबह पुजारी राजेन्द्र शर्मा नित्य कर्म शौच व स्नान के बाद पूजा करने मंदिर में गए तो सभी मूर्तियों को गायब देख हैरान रह गए। जिसकी सूचना पाकर गांव के ग्रामीणों ने जब मंदिर पहुंचे तो वहां का यह दृश्य देख आश्चर्यचकित रह गए।
उस मौके पर ग्रामीणों ने देखा कि मंदिर से सभी मूर्तियां गायब है। यह सूचना आग की तरह आसपास के पूरे इलाके में फैल गयी।वही इसकी सूचना के बाद स्थानीय पियरपूरा थाने की पुलिस ठाकुरवाड़ी परिसर में पहुंच कर इस मामले की जांच में जुट गई। वहीं देखते ही देखते सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। जबकि सूचना पाकर मौके पर पहुंची पियरपुरा थाने की पुलिस मामले की जांच व मूर्तियों की खोजबीन में जुट गई। खोजबीन के दौरान मूर्तियों में सुशोभित रहनेवाली मुकुट, धनुष व तीर कुछ दूरी पर स्थित गांव बधार से बरामद हुई है।
इस तरह की सनसनीखेज घटना के बाद ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में खिरिमोड थाना क्षेत्र के अधीन छह पंचायत था। अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए खिडीमोड थाना क्षेत्र को छोटे छोटे भागो में विभाजित कर खिडीमोड थाने सहित दो नए पियरपुरा व इमामगंज में नया थाना बनाया गया। अब इस इलाके में तीन थाना बन जाने से ग्रामीण अपने को सुरक्षित महसूस करने लगे है। लेकिन क्या ऐसी ही घटना घटित होती रहेगी तो लोग सुरक्षित क्या रहेंगे यह सवाल उठना लाजमी है। इसी बीच चोरी की घटना को अंजाम देकर चोरों ने पुलिस के लिए चुनौती खड़ी कर दी है।
वही ग्रामीणों के अनुसार अष्ट धातु की चोरी हुई इन बहुमूल्य मूर्तियों की मूल्य लाखो -करोड़ो में बताई जा रही है। क्योंकि यह यह सभी बहुत पहले की बेशकीमती बताई जा रही है।इस सम्बंध में पियरपुरा थाने की पुलिस ने बताया कि राम जानकी ठाकुरबाड़ी के पुजारी राजेंद्र शर्मा ने अज्ञात लोगो के विरुद्ध मूर्तियों को चोरी करने की प्राथमिकी दर्ज दर्ज कराया गया है। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है। जल्द ही इसकी उद्भेदन कर दिया जाएगा।