जमुई में मुखिया हत्याकांड का आरोपी नक्सली गिरफ्तार :20 साल से चल रहा था फरार
पुलिस, एसएसबी ने छापेमारी कर की कार्रवाई
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
बिहार के जमुई जिला के खैरा पुलिस और गरही पुलिस ने एसएसबी के साथ संयुक्त छापेमारी कर एक नक्सली को गिरफ्तार कर लिए। गिरफ्तार नक्सली की पहचान रविंद्र हंसदा उर्फ नोखा हंसदा के रूप में हुई है। जो गरही थाना क्षेत्र के दीपाकरहर निवासी शुकर हांसदा का पुत्र है। गिरफ्तार नक्सली कई वर्षों से फरार चल रहा था। जिस पर खैरा थाने मामला दर्ज है। नक्सली रविंद्र हंसदा उर्फ नोखा हंसदा लगभग 20 वर्षों से पुलिस को चकमा दे रह था।सुरक्षा बलों और पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि नक्सली रविंद्र हंसदा उर्फ नोका हंसदा दीपाकरहर गांव में छिपा हुआ है। सूचना मिलने के बाद 16वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के कमांडर विमल भट्ट, खैरा और गरही पुलिस के साथ छापेमारी कर उसे घर से गिरफ्तार कर लिया गया।
17 साल से चल रहा था फरार
रविंद्र हंसदा हरखाड़ पंचायत के तत्कालीन मुखिया गोपाल साह एवं उसके सहयोगियों की हत्या मामले में नामजद था। यह घटना 9 अगस्त 2003 में घटी थी। वहीं 10 अगस्त 2003 को घटना की सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर जा रहे डीएम गोपाल प्रसाद और एसपी बसमुद्दीन साह के काफिले पर रोपेबल जंगल में हमला किया गया था।जिसमे नक्सली की गोली लगने से झाझा में पदस्थापित इंस्पेक्टर कपिलदेव प्रसाद की मौत हो गई थी। इन सभी घटना में गिरफ्तार नक्सली रविंद्र हंसदा की संलीप्ता बताई जा रही है।
क्या कहते हैं अधिकारी
खैरा थाना अध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान ने बताय कि छापेमारी कर नक्सली को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार नक्सली को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गय है।
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