Breaking

israel-Hamas War: इजरायल हमास युद्ध का कारण क्या अल-अक्सा मस्जिद है?

israel-Hamas War: इजरायल हमास युद्ध का कारण क्या अल-अक्सा मस्जिद है?

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

हमास के हमले के बाद इजरायल ने युद्ध की घोषणा कर दी है। इजरायल में अब भी संघर्ष जारी है, वहीं हमास के नियंत्रण वाले गाजा पट्टी में इजरायल की वायुसेना ताबड़तोड़ हमले कर रही है। हमास के हमले में 900 से ज्यादा इजरायलियों की मौत हो चुकी है, तो वहीं हमास के 600 आतंकियों को इजरायली सेना ने ढेर कर दिया है।

अल-अक्सा है कारण?

हमास (Israel Hamas Conflict) के अधिकारियों ने कहा कि यह हमला अल-अक्सा पर चल रहे तनाव की वजह से हुआ है। इससे पहले साल 2021 में इजरायल और हमास के बीच 11 दिनों तक युद्ध लड़ा गया था। बता दें कि इस्लाम धर्म में अल अक्सा को मक्का और मदीना के बाद तीसरा सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। इसी को लेकर इजरायल और फिलिस्तीन के बीच विवाद है।

अल-अक्सा मस्जिद मुसलमानों और यहूदियों दोनों के लिए पवित्र है। यहूदी इस जगह को टेंपल माउंट कहते हैं। इस जगह को लेकर पहले भी हिंसा हो चुकी है। हमास ने यहूदियों पर यथास्थिति समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।

युद्ध घोषणा का क्या मतलब है?

युद्ध की घोषणा के बाद अब इजरायल हमास के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर रहा है। इजरायल ने पहले लेबनान और गाजा में बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चलाए हैं, लेकिन इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की है। लेकिन अब युद्ध की घोषणा के बाद खुले तौर पर गाजा में कार्रवाई कर रहा है।

किसने दिया इजरायल का साथ, कौन विरोध में?

अमेरिका के रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने फोर्ड कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को इजराइल की मदद के लिए तैयार रहने के लिए पूर्वी भूमध्य सागर में जाने का आदेश दे दिया है। इस बेड़े में कई जहाज और युद्धक विमान शामिल हैं। जर्मनी, यूरोपीय संघ ने भी इजरायल का साथ दिया है। वहीं, रूस और चीन ने कहा है कि इजरायल और फलस्तीन को बातचीत से मुद्दे को सुलझाना चाहिए। ईरान ने हमास का साथ दिया है।

नागरिकों की सुरक्षा के लिए क्या किया जा रहा है?

संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि स्कूलों (आश्रयस्थलों में परिवर्तित) में गाजा के विस्थापितों की संख्या लगभग 123,000 हो गई है। फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन की एजेंसी, यूएनआरडब्ल्यूए ने कहा कि विस्थापित परिवारों को आश्रय देने वाले स्कूलों और अन्य नागरिक बुनियादी ढांचे पर कभी भी हमला नहीं होना चाहिए।

हमास के हमलों के बाद इजरायल का जबरदस्त रिएक्शन

हमास के बंदूकधारियों ने इजरायल पर विनाशकारी हमले किए है। इसके बदले में इजरायली जेट विमानों द्वारा घंटों बमबारी की गई, जिसके बाद, गाजा को नियंत्रित करने वाले इस्लामी आतंकी संगठन हमास ने कहा कि वह अब हर इजरायली बमबारी पर अब एक इजरायली बंदी को मार डालेगा।

फलस्तीनी लड़ाके अभी भी इजराइल में छिपे

इजराइल में फलस्तीनी लड़ाके अभी भी कई स्थानों पर छिपे हुए हैं, जिन्होंने दो दिन पहले एक हमले में सैकड़ों इजराइलियों को मार डाला और दर्जनों बंधकों को पकड़ लिया, जिसने इजराइल की प्रतिष्ठा को धूमिल कर दिया। इजरायली टीवी चैनलों ने कहा कि हमास के हमले में मरने वालों की संख्या 900 हो गई है, जबकि कम से कम 2,600 घायल हुए हैं।

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि शनिवार से अवरुद्ध क्षेत्र पर इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 687 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 3,726 घायल हुए हैं। मृतकों में इटली, यूक्रेन और संयुक्त राज्य अमेरिका के नागरिक शामिल हैं, जहां राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को घोषणा की कि कम से कम 11 अमेरिकी मारे गए हैं।

हमास के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा कि समूह इजरायली बंदियों को सुरक्षित रखकर इस्लाम के अनुसार काम कर रहा था, लेकिन नागरिकों को मारने की धमकी जारी करनी पड़ी।

Leave a Reply

error: Content is protected !!