अपराधी ने अधिकारी को फोन कर कहा- ‘डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है’, पुलिस ने कर लिया गिरफ्तार
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
मुंबई पुलिस एक आरोपी की एक महीना से तलाश थी। एक नाबालिग का दुष्कर्म करने के बाद वह फरार चल रहा था। असल में वह आदतन अपराधी था। इसके पहले उसे हत्या के प्रयास के साथ-साथ धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में गिरफ्तार किया गया था। वह पांच साल तक जेल में था। वह जानता था कि पुलिस कैसे काम करती है। इस कारण उसे पकड़ना मुश्किल काम था। उसके खिलाफ कोई सुराग नहीं था। उसने मोबाइल का इस्तेमालन नहीं किया था।
उसने बैंकिग ऐप का भी इस्तेमाल नहीं किया था। ना ही कहीं वह सोशल मीडिया पर था। हालांकि उसके द्वारा कही गई फिल्म डॉन की एक फेमस लाइन उसकी गिरफ्तारी में मददगार साबित हुई। उसने यह लाइन सुनाकर एक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक को उसे पकड़ने की चुनौती दी थी।मामले में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शैलेन्द्र नागरकर ने कहा, “ आरोपी धनंजय दुबे ने 12 अगस्त, 2023 को जन्मदिन की पार्टी में एक नाबालिग लड़की से दोस्ती की। 14 से 16 साल के लड़कों का समूह मुंबई के बाहरी इलाके के एक रेस्तरां में गया था। दुबे ने नाबालिग लड़की के एक दोस्त का परिचित था। उसने लड़की को भी पार्टी में बुलाया था। पार्टी के बाद दुबे ने कहा कि उन्हें खाना खाने के लिए दूसरी जगह जाना चाहिए। जिसके बाद सभी मुंबई-अहमदाबाद नेशनल हाइवे के एक ढाबे पर आ गए।पार्टी के समय 15 साल की लड़की ने कहा कि वह घर जाना चाहती है। हालांकि दुबे और अन्य लड़कों ने उसे यह कहते हुए रोक दिया कि वे उसे छोड़ देंगे। लगभग 2.30 बजे जब सभी ने घर जाने का फैसला किया तो दुबे ने कथित तौर पर कहा कि वह लड़की को घर छोड़ देगा। पुलिस अधिकारी ने आगे कहा कि इसके बाद वह लड़की को एक सुनसान जगह पर ले गया औऱ उसके साथ जबरदस्ती की।
मदद के लिए चिल्लाती रही लड़की
उसने जैसे ही गाड़ी रोकी तो लड़की ने मोबाइल फोन पर ऑडियो रिकॉर्डिंग शुरू कर दी। रिकॉर्डिंग में लड़की को मदद के लिए चिल्लाते हुए सुना जा सकता है। हालांकि वह सुनसान जगह पर ही थी इसलिए वहां कोई उसकी मदद के लिए मौजूद नहीं था। घटना के बाद आरोपी ने लड़की को कार से बाहर धक्का दे दिया औऱ वहां से फरार हो गया। इसके बाद लड़की ने ऑटो-रिक्शा लिया लेकिन वह घर नहीं गई। वह घर जाने से डर रही थी इसलिए रेलवे स्टेशन गई और राजस्थान के लिए ट्रेन पकड़ ली। लड़की के माता-पिता ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। जांच के दौरान पता चला कि वह राजस्थान में थी। इसके बाद लड़की को घर लाया गया। 15 साल की लड़की ने अपनी आपबीती बताई। जिसके बाद आरोपी के खिलाफ बलात्कार, अपहरण और आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने कहा कि लड़की के किसी भी दोस्त के पास दुबे का मोबाइल नंबर नहीं है, ना ही वे उसका पूरा नाम बता सकते थे।
संदिग्ध के खिलाफ कोई सुराग नहीं मिलने पर पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की जांच की और नायगांव में उसके घर तक पहुंचने में कामयाब रहे। हालांकि घटना के बाद उसने वह घर छोड़ दिया था। वहां पर उसने फर्जी आधार कार्ड जमा किया था। वहां पर उसने अपना नाम भी गलत बताया था।इसी बीच दुबे को कहीं से पता चला कि पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इसके बाद उसने 20 सितंबर को पुलिस अधिकारी के मोबाइल फोन पर कॉल किया और उसे चुनौती दी। अधिकारी ने कहा, “उसने मुझे व्हाट्सएप पर कॉल किया और मुझसे उसके दोस्तों को परेशान ना करने के लिए कहा।
उसने दावा कि हम उसे गिरफ्तार नहीं कर पाएंगे।” जब अधिकारी ने उससे कहा कि तुम मुझे चुनौती दे रहे हो तो उसने कहा, “डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है।”इसके बाद पुलिस ने उसके कॉल डेटा रिकॉर्ड (सीडीआर) की जांच की। पता चला कि वह एक महिला के संपर्क में था। इसके बाद टीम ने महिला पर नजर रखा। जब वह महिला उससे मिलने उसके अपार्टमेंट पर गई तो उसे 29 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया गया।
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