जांबाजों का उत्साह देश की ताकत है-PM Modi
लौह पुरुष की 148वीं जयंती
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
देश में पूर्व उप-प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई जा रही है। लौह पुरुष के 148वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्हें याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश उनकी सेवा का सदैव ऋणी रहेगा।
राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में शामिल हुए पीएम मोदी
प्रधानमंत्री गुजरात के केवडिया में पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की और राष्ट्रीय एकता दिवस परेड भी शामिल हुए। इस परेड में बीएसएफ और विभिन्न राज्य पुलिस के मार्चिंग दल शामिल हुए और अपना शानदार प्रदर्शन दिखाया। इस मौके पर पीएम मोदी ने सीआरपीएफ (CRPF) की महिला कर्मियों का साहसिक करतब देखा। सभी महिला बाइकर्स को पीएम मोदी और जनता की ओर से काफी सराहना मिली।
अगले 25 साल सबसे अहम
परेड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “अगले 25 साल भारत के लिए इस दशक के सबसे महत्वपूर्ण 25 साल हैं। इन 25 सालों में हमें अपने भारत को समृद्ध बनाना है, हमें अपने भारत को विकसित बनाना है। आजादी से पहले 25 साल का एक कालखंड था, जिसमें स्वतंत्र भारत के लिए प्रत्येक देशवासी ने अपना बलिदान दिया था। अब, अगले 25 वर्ष हमारे लिए एक अवसर है और हमें हर लक्ष्य हासिल करने के लिए सरदार पटेल से प्रेरणा लेनी होगी।”
पूरी दुनिया की नजर भारत पर है
पीएम मोदी ने कहा, “आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर है, आज भारत उपलब्धियों के नए शिखर पर है। G20 समिट में भारत की क्षमता देखकर दुनिया हैरान है। हमें गर्व है कि कई वैश्विक संकटों के बीच भी हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। हमें गर्व है कि अगले कुछ वर्षों में हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं। हमें गर्व है कि आज भारत चंद्रमा के उस हिस्से पर पहुंच गया है, जहां कोई नहीं देश दुनिया में पहुंचने में सक्षम है।”
देश मजबूत सूत्र से जुड़ा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”एक तरह से आज मेरे सामने लघु भारत का रूप दिखाई दे रहा है। राज्य अलग है, भाषा अलग है, परंपरा अलग है, लेकिन यहां उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति एकजुट है। यह एक मजबूत सूत्र से जुड़ा है। 15 अगस्त को लाल किले पर कार्यक्रम, 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर परेड और नर्मदा के तट पर एकता दिवस समारोह ये तीनों राष्ट्र उत्थान की शक्तियां बन गई हैं।”
रन फॉर यूनिटी का किया जिक्र
पीएम मोदी कने कहा, ”एकता नगर आने वाले लोगों को न केवल इस भव्य प्रतिमा के दर्शन होते हैं, बल्कि सरदार साहब के जीवन, बलिदान और एक भारत के निर्माण में उनके योगदान की झलक भी मिलती है। इस प्रतिमा के निर्माण की कहानी ही ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना को दर्शाती है। देशभर में ‘रन फॉर यूनिटी’ में लाखों लोग हिस्सा ले रहे हैं। लाखों लोग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए इसमें हिस्सा ले रहे हैं।”
साल 2014 में हुई थी शुरुआत
मालूम हो कि 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस या राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस अवसर पर पूरे देश में ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन किया जाता है, जिसमें समाज के सभी क्षेत्रों के लोग भाग लेते हैं। राष्ट्रीय एकता दिवस की शुरुआत साल 2014 में केंद्र सरकार द्वारा की गई थी।
सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पूरा देश 2014 से इस दिन को एकता दिवस के रूप में मनाता है। आजादी के बाद अंग्रेज इस देश को खंड-खंड होने के लिए छोड़ कर गए थे, उस वक्त 550 से ज्यादा रियासतों को कुछ ही दिनों में एकता के धागे में पिरो कर भारत का मानचित्र बनाने का काम लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने सभी नागरिकों से 2047 तक दुनिया के सभी क्षेत्रों में राष्ट्र को शीर्ष स्थान पर रखने का संकल्प लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के कारण ही आज हमारा भारत है। उनके अविस्मरणीय योगदान के कारण कश्मीर से कन्याकुमारी तक पूरा देश एकजुट है। सरदार पटेल के योगदान और दूरदर्शिता के बिना हम आज यहां नहीं होते।
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